रविवार, 23 मार्च 2014

प्रधान पाठकों को धमका रहे डीडीओ, बीआरसी!

प्रधान पाठकों को धमका रहे डीडीओ, बीआरसी!

(महेश रावलानी/पीयूष भार्गव)

सिवनी (साई)। समग्र छात्रवृत्ति योजना के तहत स्कूली विद्यार्थियों की मेपिंग और फीडिंग के कार्य में प्रशासनिक स्तर पर दबाव बनने के बाद शिक्षकों में न केवल हड़कंप मचा हुआ है वरन् रोष और असंतोष व्याप्त होने लगा है। जिले में हर शाला के बच्चों को इस योजना में पात्र विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दिलवाने के लिए इस योजना में यह कार्य करवाया जा रहा है। अनेक स्थानों पर बीआरसी और डीडीओ द्वारा शिक्षकों को धमका कर कार्य करवाने के आरोप भी लग रहे हैं।
इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी रवि बघेल (9425427241) से संपर्क करने पर उनका मोबाईल बंद मिला। बाद में उनके कार्यालय (07692220403) पर संपर्क करने पर पता चला कि वे सेक्टर ऑफिसर हैं, अतः वे अपने क्षेत्र में गए हुए हैं। यहीं से ज्ञात हुआ कि इस संबंध में अधिक जानकारी धन्ना लाल तिवारी (9424327090) जो कि इसके को-ऑर्डिनेटर हैं के द्वारा दी जा सकती है।
डी.एल.तिवारी से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि यह कार्य व्यापक स्तर पर चल रहा है। उनके अनुसार अब तक लगभग एक लाख इंद्राज दर्ज हो चुके हैं और लगभग पैंतालीस हजार छात्रवृत्ति के प्रकरणों को कोषालय भेजने की तैयारी भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि यह कार्य दो स्तरों पर करवाया जा रहा है।
पहला स्तर डीडीओ का है। जिले भर में डीडीओ के द्वारा उपलब्ध सरकारी कंप्यूटर के माध्यम से इंद्राज करवाया जा रहा है। इसके अलावा बीआरसी स्तर पर भी इस कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। बीआरसी द्वारा हेड स्टार्ट के तहत आए कंप्यूटर्स और तैनात ऑपरेटर्स के माध्यम से इस कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिस विधि से वेतन का आहरण होता है उसी तरह इस मामले में भी छात्रवृत्ति का आहरण किया जाएगा।
जब उनसे यह पूछा गया कि इस कार्य को शिक्षकों द्वारा सरकारी स्तर पर न करवाया जाकर निजि स्तर पर करवाया जा रहा है जिसमें दस से पंद्रह रूपए प्रति इंद्राज का खर्च आ रहा है। इसके जवाब में इस योजना के जिला को-ऑर्डिनेटर ने कहा कि कुछ शिक्षक अति उत्साह और समय बचाने के लिए बीआरसी और डीडीओ के पास जाने के बजाए निजि स्तर पर जाकर इंद्राज करवा रहे हैं।
डी.एल.तिवारी के अनुसार शासन की ओर से इस मद में न तो किसी राशि का अवंटन ही दिया गया है और न ही निजि स्तर पर कराने के कोई निर्देश ही दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि 22 जनवरी को सॉफ्टवेयर के बनने के बाद इंद्राज का कार्य जारी है। जब उनसे यह कहा गया कि पूर्व में भी समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया द्वारा बाजार में बंट गया गुप्त पासवर्डशीर्षक से खबर का प्रकाशन किया गया था, तो उन्होंने दो टूक शब्दों में कह दिया कि यह पासवर्ड कतई गुप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि यह मामला व्यापक स्तर पर चल रहा है, और इस मामले में लिब्रल होना बेहद आवश्यक है। अगर हम लिब्रल नहीं होंगे तो यह कार्य सालों-साल चलता रहेगा।
वहीं, ग्रामीण अंचलों के अनेक शिक्षकों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के कार्यालय में अलग-अलग समय पर आकर, नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि उनके प्राचार्य, उन पर जबरन दबाव बनाकर धमका रहे हैं कि निजि स्तर पर फलां जगह जाकर दस या पंद्रह रूपए प्रति इंद्राज की दर से एंट्री करवाएं। शिक्षकों के अनुसार उन्हें लिखित तौर पर कोई आदेश नहीं दिया गया है कि उन्हें कहां से इंद्राज करवाना है।

निजि स्तर पर हो चुकी हैं दुकाने फिक्स!
एक प्रधान पाठक ने नाम उजागर न करने की शर्त पर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि उनके प्राचार्य द्वारा उन्हें कहा गया है कि उन्हें संबंधित डीडीओ द्वारा बुलाकर मेपिंग और फीडिंग करवाकर उसका प्रिंट आउट लाकर जमा करवाएं। जब उक्त प्रधान पाठक ने डीडीओ से पूछा कि वह कहां जाकर इस कार्य को करवाएं? क्योंकि उसके पास कंप्यूटर इंटरनेट नहीं है। इस पर उक्त डीडीओ द्वारा कहा गया कि फलां दुकान पर चले जाओ और वहां जाकर इस कार्य को अंजाम दे दो। उक्त प्रधान पाठक ने बताया कि जब वे वहां गए और इस कार्य को करवाने का प्रयास किया तो उस प्रतिष्ठान के मालिक द्वारा पंद्रह रूपए प्रति इंद्राज की मांग की गई।
उन्होंने आगे बताया कि पंद्रह रूपए प्रति छात्र की दर से जब उनकी जेब निजि तौर पर ढीली होने की बात आई तो वे वापस दौड़े-दौड़े डीडीओ के पास गए और कहा कि इतनी बड़ी रकम के लिए बिल किस मद में बनवाकर जमा किया जाएगा? इस पर डीडीओ का कहना था कि यह सिरदर्द उसी प्रधान पाठक का है। इस मामले में किसी तरह का बिल बाउचर न तो बनवाया जाए और न ही जमा करवाया जाए। डीडीओ ने उक्त प्रधान पाठक को लगभग धमकाते हुए कहा कि अगर जल्द से जल्द इस कार्य को अंजाम नहीं दिया गया तो उनका वेतन रोक दिया जाएगा। मजबूरी में उक्त प्रधान पाठक के द्वारा जेब से राशि खर्च कर करते हुए इस कार्य को अंजाम दिया गया।

अपना ऑपरेटर लाओ. . .
वहीं, ग्रामीण अंचल के एक अन्य प्रधान पाठक ने पहचान उजागर न करने की शर्त पर अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि उन्हें प्राचार्य, डीडीओ द्वारा मौखिक तौर पर इसके लिए आदेशित किया गया कि वे मेपिंग और फीडिंग के कार्य को जल्द से जल्द अंजाम दें अन्यथा उनके वेतन रोकने की कार्यवाही की जाएगी। उन्हें भी प्राचार्य, डीडीओ द्वारा एक अन्य दुकान का पता दे दिया गया। जब वे उक्त प्रतिष्ठान में पहुंचे तो उनसे भी पंद्रह रूपए प्रति इंद्राज के हिसाब से राशि की मांग की गई। वे भी वापस प्राचार्य, डीडीओ के पास गए और इस राशि के आहरण की मद पूछी। इस पर डीडीओ द्वारा कहा गया कि अगर वहां से नहीं करवाना है तो बीआरसी के पास जाओ वहां से करवाओ पर जल्दी करवाकर लाओ, कलेक्टर साहेब का आदेश है, नहीं तो वेतन रोक दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जब वे बीआरसी के पास गए तो बीआरसी ने दो टूक शब्दों में कह दिया कि अपना कंप्यूटर ऑपरेटर ले आओ और इंटरनेट के लिए एक सिम में इंटरनेट का बैलेंस डलवाकर डोंगल के साथ ले आओ, यहां कंप्यूटर रखा है एंट्री कर लो हमें कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि वे कंप्यूटर ऑपरेटर ढूंढते रहे पर उन्हें नहीं मिला। मजबूरी में वेतन रूकने के डर से उन्होंने निजि तौर पर पंद्रह रूपए प्रति इंद्राज के हिसाब से एंट्री करवा ली।

यहां नहीं होगी कोई एंट्री!
संवेदनशील जिला कलेक्टर भरत यादव के तेवर इस मामले में बेहद तल्ख नजर आ रहे हैं। कलेक्टर के तेवरों को देखकर डीडीओ, प्राचार्य भी घबराए हुए हैं। इस मामले में प्रधान पाठक अपनी बात आपस में तो बांट रहे हैं किन्तु इस मामले में वे अपने उच्चाधिकारियों को कुछ भी बता नहीं पा रहे हैं। वे इतने सहमे हुए हैं कि एक अन्य प्रधान पाठक ने भी नाम गुप्त रखने की शर्त पर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से कहा कि जैसे-तैसे वे भी बीआरसी के पास गए तो बीआरसी ने उन्हें ठेंगा दिखाते हुए कह दिया कि उन्हें इस तरह के कोई आदेश नहीं मिले हैं कि उनकी एंट्री बीआरसी के पास होनी है। उनके अनुसार बीआरसी ने एक अन्य दुकान का पता देते हुए उन्हें रूखसत कर दिया।

सार्वजनिक हो रहीं गुप्त सूचनाएं और पासवर्ड!

इस तरह निजि तौर पर कार्य संपन्न होने से निजि सूचनाएं और पासवर्ड सार्वजनिक होते जा रहे हैं। इससे छात्रवृत्ति के मामले में व्यापक स्तर पर गड़बड़ी की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है। इस संबंध मेें जब इस योजना के को-ऑर्डिनेटर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि शिकायतें मिलने पर बाकायदा पत्र जारी कर यह ताकीद किया जाता है कि वे अपना पासवर्ड बंद कर दें। जब उनसे यह कहा गया कि इसके बजाए वे यह क्यों नहीं पूछ रहे हैं कि प्रधान पाठक द्वारा इंद्राज कहां से करवाया गया है? इससे दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा, इस पर धन्ना लाल तिवारी ने पुनः कहा कि यह व्यापक स्तर पर चलाई जा रही योजना है, और इसमें काफी हद तक लिब्रल होना जरूरी है।

किराना दुकानों में बिक रही है अवैध शराब

किराना दुकानों में बिक रही है अवैध शराब

(अय्यूब कुरैशी)

सिवनी (साई)। आबकारी और पुलिस महकमे की कथित अनदेखी के चलते जिले भर में अवैध शराब का कारोबार पूरे शवाब पर ही नजर आ रहा है। आलम यह है कि किराना दुकानों पर शराब भी मिल रही है।
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के बंडोल ब्यूरो से अवनीश बरमैया ने पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया कि बंडोल पुलिस के द्वारा एक किराना दुकान में शराब बेच रही एक महिला को गिरफ्तार किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बंडोल पुलिस को जानकारी मिली कि सोनाडोंगरी में स्थित एक किराना दुकान में अमरदीप कौर नामक एक महिला शराब बेच रही है।
सूचना मिलने पर महिला एएसआई जमुना जावरे अपनी टीम के साथ सोनाडोंगरी पहुंची और दुकान पर दबिश दी। यहां तलाशी के बाद 12 पाव देशी शराब जप्त की गई जिसके विरूद्ध 34 आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाही की गई।

इतना ही नहीं जिला मुख्यालय में भी अनेक किराना दुकानों में मध्यम और मंहगे ब्रांड की शराब, किराना दुकानों पर सहज ही उपलब्ध होने की चर्चाएं हैं। कहा जा रहा है कि बुधवारी, बारापत्थर की अनेक किराना दुकानों में परचून के साथ ही साथ शराब की बोतलें भी आसानी से उपलब्ध हो रही हैं और वो भी शराब दुकानों से कम कीमत पर!

वरिष्ठ पत्रकार एमजे अकबर भाजपा में शामिल

वरिष्ठ पत्रकार एमजे अकबर भाजपा में शामिल

(अमित कौशल)

नई दिल्ली (साई)। वरिष्ठ पत्रकार एमजे अकबर भाजपा में शामिल हो गये हैं. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मैं नीति के लिए राजनीति में आया हूं. देश को बेहतर हालत में लाना है. उन्होंने भाजपा का धन्यवाद किया कि उन्होंने उन्हें साथ काम करने का मौका दिया.
गौरतलब है कि एमजे अकबर कांग्रेस से सांसद रह चुके हैं. वे बिहार के किशनगंज से दो बार सांसद रहे हैं.  साथ ही वे राजीव गांधी के प्रवक्ता भी रहे हैं. वे इंडिया टुडे ग्रुप के एडिटोरियल डॉयरेक्टर भी रहे हैं. अकबर ने कहा, ‘‘यह हमारा कर्तव्य है कि हम देश की आवाज के साथ आवाज मिलाएं और देश को फिर से पटरी पर लाने के मिशन में जुट जाएं. मैं भाजपा के साथ काम करने को तत्पर हूं.तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के करीब रहे अकबर ने माना कि वह उनके मित्र थे लेकिन साथ ही कहा कि उसके बाद से 20 साल गुजर चुके हैं और इतने बरसों में चीजें भी बदल गई हैं.
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘नरेन्द्र मोदी का नेतृत्व देश के लिए जरुरी है. बात सिर्फ इतनी नहीं है कि संकट है, बल्कि अब मैं उस संकट का समाधान भी देख रहा हूं.‘     गोधरा दंगों के संदर्भ में मोदी का बचाव करते हुए उन्होंने कहा, इन दस सालों में इतने सूक्ष्म परीक्षण से कोई राजनीतिज्ञ नहीं गुजरा जितना कि मोदी. वह पुलिस, केंद्रीय सरकार, सीबीआई और अदालतों द्वारा गठित संस्थाओं के परीक्षण से गुजरे हैं.

अकबर ने कहा, ‘‘और जो हर समय इस मुद्दे (गुजरात दंगे) को उठाते हैं मैं उनसे कहना चाहूंगा कि वे कृष्णा रिपोर्ट पढें. कानूनी व्यवस्था के तहत गुजरात में कितने लोग जेल गए. 100 से ज्यादा. कोई मुझे बता सकता है कि 1984 और 1993 के दंगों में कितने लोगों को जेल हुई.उन्होंने उम्मीद जताई कि मुस्लिम भाजपा के साथ जुडेंगे. उन्होंने कहा कि मुसलमान भी देश में बराबर के नागरिक हैं और वे ‘‘भय की राजनीतिसे बाहर आएंगे.

क्या बीजेपी में चुनाव से पहले ही पद बंटने शुरू हो गए?

क्या बीजेपी में चुनाव से पहले ही पद बंटने शुरू हो गए?

(रश्मि सिन्हा)

नई दिल्ली (साई)। क्या बीजेपी में चुनाव से पहले ही पद बंटने शुरू हो गए हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के इस बयान के बाद कि मोदी की सरकार बनी तो अरुण जेटली उप प्रधानमंत्री बनेंगे, विवाद शुरू हो गया है. शिवसेना ने पूछा है अगर जेटली ही उप प्रधानमंत्री क्यों, सुषमा स्वराज क्यों नहीं.
अगली सरकार किसकी बनेगी इसका फैसला आने में अभी 55 दिन बाकी हैं. प्रत्याशियों के नामांकन का काम अभी शुरू ही हुआ है. मतदान शुरू होने में अभी लंबा वक्त बचा है. बीजेपी के भीतर उम्मीदवारी को लेकर मचा घमासान अभी खत्म भी नहीं हुआ है.
मगर मानो नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल का गठन अभी से हो चुका हो. पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने एक बयान देकर सबको चौंका दिया है. अकाली राजनीति के सबसे बड़े इस नेता ने साफ-साफ कहा है कि अमृतसर से बीजेपी उम्मीदवार अरुण जेटली देश के अगले उप प्रधानमंत्री बनेंगे. अकाली नेता के इस बयान के आते ही एनडीए की राजनीति गरमा गई. बीजेपी की सबसे पुरानी साथी शिवसेना ने सवाल खड़ा कर दिया कि अगर अरुण जेटली उप प्रधानमंत्री बन सकते हैं तो फिर सुषमा स्वराज क्यों नहीं.
 उप प्रधानमंत्री बनने का मुद्दा गरमाता देख अरुण जेटली को सफाई देने के लिए खुद सामने आना पड़ा. जेटली ने कहा कि डिप्टी पीएम बनने की उनकी मंशा नहीं है. चुनाव के मौके पर ऐसी चर्चा तो होती ही रहती है.

अटल बिहारी वाजपेयी के डिप्टी पीएम हुआ करते थे लाल कृष्ण आडवाणी, अकाली दल जहां अरुण जेटली को उप प्रधानमंत्री बनते देखना चाहता है. वहीं शिवसेना की नजर में सुषमा स्वराज डिप्टी पीएम बनने की असली हकदार हैं. जाहिर है मोदी के बाद दूसरा सबसे ताकतवर मंत्री कौन बनेगा इसकी लड़ाई और तेज होगी.

राखी के पास 1.6 लाख, आशुतोष के पास 8 करोड़

राखी के पास 1.6 लाख, आशुतोष के पास 8 करोड़

(एडविन अमान)

नई दिल्ली (साई)। उत्तर पश्चिमी दिल्ली से आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी राखी बिरला के पास 1.6 लाख रूपये की चल संपत्ति है।

राखी ने यह घोषणा आज दाखिल अपने नामांकन पत्र के साथ की है। दो अन्य प्रत्याशी आशुतोष और राजमोहन गांधी ने भी क्रमशरू चांदनी चौक और पूर्वी दिल्ली से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। आशुतोष ने लगभग आठ करोड़ रूपये की अपनी संपत्ति घोषित की है जिसमें उनके और उनकी पत्नी की चल और अचल संपत्तियां शामिल हैं।

कांग्रेस के लिए प्रचार नहीं करूंगा: सचिन

कांग्रेस के लिए प्रचार नहीं करूंगा: सचिन

(ब्यूरो कार्यालय)

जूनागढ़ (साई)। देश के सर्वाेच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से विभूषित महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने शनिवार को कहा कि वह आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए प्रचार नहीं करेंगे। यहां ससान गिर की दो दिन की यात्रा पर आए सचिन ने संवाददाताओं से कहा मैं आगामी चुनाव में कांग्रेस के लिए प्रचार नहीं करूंगा। मैं राजनीति से दूर रहना चाहता हूं।
पहले इस तरह की खबरें आ रहीं थीं कि कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी से चुनाव लडऩे पर उनके खिलाफ प्रचार के लिए सचिन को लाने की कोशिश की है। पिछले वर्ष नवम्बर में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके सचिन को कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने 2012 में राज्यसभा के लिए नामित किया था। सचिन अपने परिवार के साथ सुबह ससान गिर गए और एशियायी शेर को देखकर बहुत खुश हुए।

सचिन ने कहा जब मैंने यहां कई शेर देखे तो मैं बहुत खुश हुआ। जब मैं स्कूली बच्चा था तब मैंने गिर और इसके शेरों के बारे में सुना था। इन्हें देखना मेरा सपना था जो यहां आकर पूरा हो गया। सचिन कल दोपहर तक ससान गिर में रकेंगे और वह ऐतिहासिक सोमनाथ मंदिर को देखने भी जा सकते हैं।

मुंबई की कमान ममता को

मुंबई की कमान ममता को

(अतुल खरे)

मुंबई (साई)। चौथी हॉकी इंडिया सीनियर महिला नैशनल हॉकी चौंपियनशिप के लिए मुंबई टीम की कमान सेंट्रल रेलवे की खिलाड़ी ममता टोप्पो को सौंपी गई है

 टीम में संदीप कौर, निशि सिंह और सरिता मिंज जैसे कई इंटरनैशनल खिलाड़ी भी शामिल हैं। रवानगी से पूर्व सेंटर फॉरवर्ड सरिता ने कहा कि खिलाड़ियों ने दो हफ्ते कड़ी मेहनत की है और टीम को अच्छे परिणाम की उम्मीद है। टीम इस प्रकार है रू ममता टोप्पो (कप्तान और गोलकीपर), निहार मेहता, संदीप कौर, सत्यवती, सुलोचना, निम्मी नाई, तनाज मोहम्मद, कृष्णा पटेल, सरिता मिंज, निशि सिंह, भाग्यश्री, करिश्मा दसगावंकर, शार्मिन बासा, शिवानी राव, झानरा बंग, तोशा कामथ, सोनी यादव, नेहा मुनिक।

अब तो कांग्रेस को नकारा नेताओं का ही सहारा

अब तो कांग्रेस को नकारा नेताओं का ही सहारा

(मोदस्सिर कादरी)

नई दिल्ली (साई)। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के लिए कहा जा रहा है कि उन्होंने कांग्रेस में जान फूंकने के लिए अमरिंदर सिंह और अंबिका सोनी को लोकसभा चुनाव लड़ने के निर्देश दिए।
ये बात दीगर है कि ये दोनों नेता कतई जन नेता नहीं माने जा सकते। इनका आम अवाम से कोई लेना-देना नहीं रहा। अमरिंदर सिंह पटियाला के अपने महल में वक्त गुजारते हैं। उनसे आम तो छोड़िए खास इंसान भी नहीं मिल सकता। उधर, अंबिका सोनी ने हमेशा राज्यसभा की राजनीति की है। कभी युवा कांग्रेस में एक्टिव सोनी को संजय गांधी का करीब माना जाता था। अब जरा अंदाजा लगा लें कि इन नकारा नेताओं से वो लोकसभा चुनाव जीतना चाहती हैं।
खबरें आ रही हैं वो मणिशंकर अय्यर को भी चुनाव लड़ने के लिए कह सकती हैं। यानी एक एक और नकारा नेता को लड़ाने की तैयारी। अमरिंदर सिंह की ख्याति एक इस तरह के नेता की है जो अपने साथियों के साथ भी मिलकर काम नहीं कर पाते। उनका पंजाब कांग्रेस प्रमुख प्रताप सिंह बाजवा से लंबे समय से पंगा चल रहा है। उन्हें भी कहीं न कहीं लगता है कि वो अमृतसर से बीजेपी के उम्मीदवार को टक्कर देने की हालत में नहीं है।

पर सोनिया के दबाव के चलते उन्हें चुनाव लड़ना पड़ रहा है। वहीं अकाली भाजपा लोकसभा उम्मीदवार अरुण जेटली का अमृतसर में चुनाव प्रचार जोर पकड़ गया है। वे जनता से मिल रहे हैं। उनके सवालों और शिकायतों को सुन रहे है। उनसे वादे कर रहे हैं। अधूरे कामों को पूरा आश्वासन दे रहे हैं। माना जा रहा है कि कांग्रेस के उनके खिलाफ अमरिंदर सिंह को मैदान में उतारने से जेटली का काम आसान हो गया है। अमरिंदर पर अपने ही दल के नेताओं से हमेशा झगड़ा-असहयोग करने के आरोप लगते रहते हैं।

भाई के मोदी से मिलने पर चिंरंजीवी नाराज

भाई के मोदी से मिलने पर चिंरंजीवी नाराज

(एस.के.शर्मा)

विशाखापत्तनम (साई)। केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता के. चिरंजीवी को अपने छोटे भाई पवन कल्याण का बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी से मिलना नहीं भाया. चिरंजीवी ने कहा कि पवन को मोदी से नहीं मिलना चाहिए था, क्योंकि गोधरा के बाद गुजरात में हुए दंगों को लेकर मोदी पर आरोप हैं.
चिरंजीवी ने विशाखापत्तनम में शनिवार को संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे यकीन है कि मेरा भाई धर्मनिरपेक्ष है, लेकिन बीजेपी के साम्प्रदायिक कहे जाने वाले प्रमुख नेता से उसके मिलने को लेकर मुझे हैरानी है.
पूर्व अभिनेता चिरंजीवी ने कहा, ‘पता नहीं, मेरे भाई को इसकी जानकारी भी है कि नहीं कि मोदी गोधरा के बाद हुए गुजरात दंगों को लेकर आरोप झेल रहे हैं.उन्होंने कहा कि जहां बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह और अन्य नेताओं ने मुसलमानों को सफाई दी है, वहीं मोदी ने न तो कोई स्पष्टीकरण दिया है और न ही माफी मांगी है.

आंध्र प्रदेश में कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान पर निकले चिरंजीवी ने कहा, ‘यदि मेरे भाई ने मोदी से सफाई मांगने के बाद उनसे मुलाकात की है, तो हो सकता है कि मैं इसे स्वीकार कर लूं.तेलुगू फिल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता पवन ने पिछले सप्ताह जन सेना पार्टी का गठन किया. उन्होंने शुक्रवार को अहमदाबाद में मोदी से मुलाकात की थी और प्रधानमंत्री पद के लिए उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया था.

परोल खत्म होने के बाद जेल लौटे संजय दत्त

परोल खत्म होने के बाद जेल लौटे संजय दत्त

(विनीता विश्वकर्मा)

पुणे (साई)। बॉलिवुड ऐक्टर संजय दत्त शनिवार को परोल की मियाद पूरी होने के बाद पुणे की यरवदा जेल लौट आए। गौरतलब है कि उन्हें 21 दिसंबर को परोल दी गई थी और बाद में दो बार इसे बढ़ा दिया गया था।
उन्होंने अपनी पत्नी मान्यता की बीमारी का हवाला देकर परोल मांगी थी। दत्त 12 मार्च 1993 के मुंबई बम धमाकों से पहले अवैध रूप से एके-56 रखने और उसे नष्ट करने के मामले में पांच साल की सजा काट रहे हैं।

पिछले साल मई में दत्त ने टाडा अदालत के सामने सरेंडर किया था। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने आर्म्स ऐक्ट के तहत उनकी सजा को बरकरार रखा था। इस परोल से पहले भी दत्त को अक्टूबर में 15 दिनों के लिए परोल मिला था। गौरतलब है कि परोल को लेकर दत्त के घर और जेल के बाहर विरोध प्रदर्शन हुए थे।

तिहाड़ में हुआ आईएम के कथित सदस्य पर हमला

तिहाड़ में हुआ आईएम के कथित सदस्य पर हमला

(आकाश कुमार)

नई दिल्ली (साई)। दिल्ली में उच्च सुरक्षा वाले तिहाड़ जेल में बंद इंडियन मुजाहिदीन के कथित सदस्य फसीह मोहम्मद पर साथी कैदी ने कथित तौर हमला किया। फसीह मोहम्मद को यहां आतंकवादी कृत्यों में उसकी कथित संलिप्तता के लिए सउदी अरब से 2012 में प्रत्यर्पित करके लाया गया था।
तिहाड़ जेल प्रशासन ने बताया कि जेल नंबर दो में बंद हत्या मामले के आरोपी सिमरन ने शुक्रवार शाम फसीह पर हमला किया, जिसमें उसे पैर में चोट आई। फसीह को यहां एक कथित अवैध हथियार कारखाना लगाने के मामले के संबंध में आज व्हील चेयर पर दिल्ली की एक अदालत में पेश किया गया, जहां पर उसने न्यायाधीश को घटना के बारे में बताया।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश दया प्रकाश ने तिहाड़ जेल प्रशासन से कहा कि वह इस मामले में उसके समक्ष एक विस्तृत रिपोर्ट पेश करे। सुनवायी के दौरान फसीह के वकील ने अदालत के समक्ष अनुरोध किया कि उसका इलाज एम्स में कराया जाए। अदालत ने पुलिस से कहा कि वह उसे इलाज के लिए एम्स ले जाए।

तिहाड़ जेल प्रवक्ता सुनील गुप्ता ने कहा, ‘सिमरन ने कुछ मुद्दे को लेकर शुक्रवार शाम फसीह पर हमला किया था। उसे बाद में डीडीयू अस्पताल ले जाया गया।उन्होंने बताया कि फसीह को शुक्रवार को जांच के बाद ही जेल लाया गया और उसे जेल नंबर दो में रखा गया है।

बिग बी ने दी रिएलिटी शो के लिए आवाज

बिग बी ने दी रिएलिटी शो के लिए आवाज

(निधि गुप्ता)

मुंबई (साई)। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने रिएलिटी टेलीविजन शो खतरों के खिलाड़ी के पहले एपिसोड के लिए अपनी आवाज दी है। सूत्रों ने बताया कि शो खतरों के खिलाड़ी़ का ब्लाकबस्टर शनिवार की रात से शुरू हो रहा है। अमिताभ बच्चन फिल्म निर्देशक रोहित शेट्टी को पेश करेंगे जो कि इस सीजन के होस्ट हैं।

अमिताभ ने रोहित शेट्टी निर्देशित फिल्म बोल बच्चन में एक विशेष गीत किया था। इस रिएलिटी शो का पांचवां सीजन बहुत रोचक होने वाला है, क्योंकि इसमें हिस्सा लेने वाले प्रतियोगियों में अभिनेत्री मुग्धा गोडसे, निकतिन धीर, रणवीर शौरी, कोरियोग्राफऱ़ अभिनेता सलमान यूसुफ खान, रजनीश दुग्गल, दयानंद शेट्टी, गुरमीत चौधरी और उनकी पत्नी देबिना, टेलीविजन अभिनेत्री पूजा गौड़, स्टंट वोमेन गीता टंडन, गौहर खान और कुशाल टंडन, करणवीर वोहरा और पत्नी तीजे सिद्धू, फेमिना मिस इंडिया इंटरनेशनल एवं आईपीएल होस्ट रोशेल मारिया राव, माडल दिएना उप्पल और एजाज खान शामिल हैं। शो इस बार दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन में फिल्माया गया है।

जसवंत के घावों पर मरहम लगाने का प्रयास

जसवंत के घावों पर मरहम लगाने का प्रयास

(मणिका सोनल)

नई दिल्ली (साई)। राजस्थान के बाड़मेर लोकसभा चुनाव क्षेत्र से टिकट नहीं दिए जाने से नाराज जसवंत सिंह को शांत करने की कोशिश में बीजेपी ने शनिवार को कहा कि वह सीनियर नेता हैं और उनकी सेवाओं का पार्टी उचित इस्तेमाल करेगी। जसवंत सिंह के पार्टी छोड़ने संबंधी खबरों पर बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि उनकी प्रतिष्ठा को टिकट के आधार पर नहीं आंका जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘जसवंत सिंह पार्टी के सीनियर नेता हैं और हम उनका सम्मान करते हैं। उनकी प्रतिष्ठा को टिकट के संदर्भ में नहीं आंका जा सकता है। हम उनकी सेवाओं और अनुभव का सदुपयोग करेंगे। यह पूछे जाने पर कि अगर वह निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ते हैं तो क्या पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। बीजेपी प्रमुख ने इसे एक काल्पनिक सवाल बताकर टाल दिया।
अभी दार्जिलिंग से सांसद जसवंत सिंह ने इस बार अपने गृह नगर बाड़मेर से प्रत्याशी बनाए जाने की इच्छा व्यक्त की थी, जिसे पार्टी ने पूरा नहीं किया। इससे वह सख्त नराज हैं और खबरें है कि वह बीजेपी छोड़ कर निर्दलीय बाड़मेर से चुनाव लड़ सकते हैं। जसवंत पार्टी के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी के करीबी माने जाते हैं। आडवाणी ने भी इस बार गांधीनगर की बजाय भोपाल से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी लेकिन पार्टी ने उसे स्वीकार नहीं किया।
मुरलीकृष्णन भोपाल तो गुप्ता की पदस्थापना हुई सिवनी में

(नन्द किशोर)

भोपाल (साई)।  राज्य शासन ने भारतीय वन सेवा के 12 अधिकारी के स्थानांतरण कर उनकी नई पद-स्थापना के आदेश जारी किये हैं। सी.एच. मुरलीकृष्ण मुख्य वन संरक्षक, अनुसंधान एवं विस्तार वृत्त, सिवनी से क्षेत्र संचालक बाँधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान, उमरिया और आनंद बिहारी गुप्ता मुख्य वन संरक्षक अनुसंधान एवं विस्तार वृत्त, भोपाल से मुख्य वन संरक्षक अनुसंधान एवं विस्तार वृत्त, सिवनी पदस्थ किये गये हैं।
डॉ. रामप्रताप सिंह अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (उत्पादन) भोपाल को कार्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक में अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (सतर्कता/शिकायत) पदस्थ किया गया है। जव्वाद हसन अ.प्र.मु.व.सं. (प्रशासन-2) भोपाल से अ.प्र.मु.व.सं. (उत्पादन) भोपाल, सतीश कुमार त्यागी मुख्य कार्यपालन अधिकारी मध्यप्रदेश ईको-पर्यटन विकास बोर्ड भोपाल की सेवाएँ प्रतिनियुक्ति से वापस लेते हुए अ.प्र.मु.व.सं. (प्रशासन-2) भोपाल, डॉ. श्रीमती गोपा पाण्डे ओएसडी आर.सी.व्ही.पी. नरोन्हा प्रशासन अकादमी भोपाल की सेवाएँ प्रतिनियुक्ति से वापस लेते हुए अ.प्र.मु.व.सं. (मानव संसाधन विकास) भोपाल, सुधीर कुमार क्षेत्र संचालक, बाँधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान, उमरिया से आर.सी.व्ही.पी. नरोन्हा प्रशासन अकादमी, भोपाल में प्रतिनियुक्ति पर मुख्य वन संरक्षक, सी.एच. मुरलीकृष्ण मुख्य वन संरक्षक, अनुसंधान एवं विस्तार वृत्त, सिवनी से क्षेत्र संचालक बाँधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान, उमरिया और आनंद बिहारी गुप्ता मुख्य वन संरक्षक अनुसंधान एवं विस्तार वृत्त, भोपाल से मुख्य वन संरक्षक अनुसंधान एवं विस्तार वृत्त, सिवनी पदस्थ किये गये हैं।

अतुल कुमार जैन, मुख्य वन संरक्षक मध्यप्रदेश राज्य वन विकास निगम, भोपाल की सेवाएँ प्रतिनियुक्ति से वापस लेते हुए मुख्य वन संरक्षक अनुसंधान एवं विस्तार वृत्त, भोपाल, अरुण कुमार, मुख्य वन संरक्षक (वित्त एवं बजट) कार्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक, भोपाल से मुख्य वन संरक्षक (सतर्कता/शिकायत) कार्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक भोपाल, एच.यू. खान, मुख्य वन संरक्षक (सतर्कता/शिकायत) कार्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक, भोपाल से मुख्य वन संरक्षक (वित्त एवं बजट) कार्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक, भोपाल, ए.के. बिसारिया, मुख्य वन संरक्षक की सेवाएँ आर.सी.व्ही.पी. नरोन्हा प्रशासन अकादमी, भोपाल से वापस लेते हुए मुख्य वन संरक्षक अनुसंधान एवं विस्तार कार्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक, भोपाल और बी.के. मिश्रा मुख्य वन संरक्षक प्रधान मुख्य वन संरक्षक कार्यालय, भोपाल से मुख्य वन संरक्षक (संरक्षण) कार्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक, भोपाल बनाये गये हैं।

चुनाव के चरणवार हो सकती है स्टार प्रचारक सूची

चुनाव के चरणवार हो सकती है स्टार प्रचारक सूची

(राजेश शर्मा)

भोपाल (साई)। भारत निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव के चरणवार स्टार प्रचारकों की सूची के संबंध में स्थिति स्पष्ट की है। आयोग ने कहा है कि कोई राजनैतिक दल चुनाव के पृथक-पृथक चरण के लिये स्टार प्रचारकों की सूची दे सकता है।
चरणबद्ध स्टार प्रचारकों के चुनाव खर्चे केवल उसी चरण की यात्राओं तक सीमित करके जोड़े जायेंगे, जिस चरण के लिये उनके नाम प्रस्तावित किये गये हैं। यदि वही स्टार प्रचारक चुनाव के दौरान अगले चरण के लिये प्रचार के लिये आते हैं तो उन्हें चुनाव खर्च संबंधी छूट नहीं दी जायेगी।

कोई राजनैतिक दल किसी चरण का नाम लिये बिना स्टार प्रचारकों की सूची भेजता है तो वे सभी चरणों के मतदान के लिये स्टार प्रचारक माने जायेंगे। ऐसी स्थिति में राजनैतिक दल स्टार प्रचारकों के नाम चरणवार नहीं बदल सकेंगे।

डाक विभाग की सेवाएं ली जाएंगी चुनाव आयोग द्वारा

डाक विभाग की सेवाएं ली जाएंगी चुनाव आयोग द्वारा

(सोनल सूर्यवंशी)

भोपाल (साई)। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा प्रदेश के समस्त रिटर्निंग आफिसर (आर.ओ.) और मतगणना केन्द्रों की सूची डाक तार विभाग को सौंपी जायेगी।

आयोग द्वारा पूर्व में जारी निर्देश में पोस्टल बेलेट पेपर के संबंध में दिये गये दिशा-निर्देशों के अनुसार पोस्टल डिपार्टमेंट को 29 आर.ओ.और मतगणना केन्द्रों के पते से अवगत करवाने को कहा गया था। आयोग की मंशा है कि इस दिशा में त्वरित कार्यवाही हो ताकि डाक-मत पत्र की प्राप्ति और वितरण के संबंध में आवश्यक प्रबंध किये जा सके।