सोमवार, 10 मार्च 2014

खोज जारी है पी.एल.मर्सकोले की!

खोज जारी है पी.एल.मर्सकोले की!

कौन हैं एमसीएमसी में दूरसंचार के सहायक यंत्री?

(अय्यूब कुरैशी)

सिवनी (साई)। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश के निर्देशानुसार कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी भरत यादव द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव 2014 हेतु प्रिन्ट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं सोशल मीडिया में पेड न्यूज पर नियंत्रण रखे जाने हेतु जिला स्तरीय सर्टिफिकेशन एवं मॉनीटरिंग कमेटी का गठन किया गया है।
जिला जनसंपर्क कार्यालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार गठित समिति में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी भरत यादव को अध्यक्ष, अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी, वरिष्ठ पत्रकार आर.के.विश्वकर्मा, विधानसभा क्षेत्र सिवनी 115 सहायक रिटर्निंग ऑफिसर, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी, जनसंपर्क सहायक संचालक सदस्य सचिव, दूरसंचार केन्द्र सहायक यंत्री पी.एल.मर्सकोले, जिला पंचायत मीडिया अधिकारी उक्त समिति लोकसभा चुनाव के दौरान सभी समाचार पत्रों, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं सोशल मीडिया में प्रकाशित, प्रचारित समाचारों की सघन जांच करने, राजनैतिक विज्ञापनों का पता लगाने, चुनाव अवधि के भीतर प्रकाशित होने वाले समाचार कव्हरेज, खबर के रूप में सेरोगेट विज्ञापन सहित किसी भी रूप में मीडिया में जारी विज्ञापन की निगरानी करेगी एवं इसकी सूचना मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को प्रस्तुत करेगी।
वहीं, इस मामले में कुछ पत्रकारों के द्वारा इसके सदस्यों में दूरसंचार केंद्र सिवनी के पी.एल.मर्सकोले के बारे में पतासाजी की गई। उन्हें पता चला कि पिछले दो दशकों में भी सिवनी में पी.एल.मर्सकोले नाम का कोई सहायक यंत्री पदस्थ नहीं रहा है। अगर पी.एल.मर्सकोले नाम के किसी सहायक यंत्री की तैनाती यहां नहीं है तो फिर आखिर किस आधार पर उनका नाम निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम में एमसीएमसी में शामिल कर लिया गया है?
इस संबंध में जब दूरसंचार विभाग के जिला अभियंता एन.के.लहरिया (9425821721) से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि उनके संज्ञान में सिवनी जिले में सहायक यंत्री के बतौर कोई पी.एल.मर्सकोले तैनात नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उनकी बेहतर जानकारी के अनुसार सिवनी में वर्तमान में मर्सकोले सरनेम वाले एक लिपिक हैं और एक टीटीए हैं। उन्होंने कहा कि सिवनी में आठ सहायक यंत्री हैं।
जिला अभियंता दूरसंचार ने साई न्यूज को बताया कि आर.एन.बघेल, एन.पी.वंशकार, रविंद्र बिसेन, ए.एस.तिवारी, श्री हल्दकार, श्री स्वामी, श्री जैन एवं श्री वर्मा पदस्थ हैं। अब यह शोध का विषय हो गया है कि जिस अधिकारी के अस्तित्व को ही जिला अभियंता दूरसंचार द्वारा नकारा जा रहा हो उसे निर्वाचन जैसे अति महत्वपूर्ण कार्यक्रम में एमसीएमसी का सदस्य कैसे बना दिया गया है?

इस संबंध में जब जिला जनसंपर्क अधिकारी सुश्री बबिता मिश्रा से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि यह मामला जिला कलेक्टर के द्वारा ही डील किया गया है, अतः इस संबंध में वे ही बेहतर बता पाएंगे। वैसे आज के जनसंपर्क विभाग के प्रेस नोट में एमसीएमसी के गठन का समाचार दिया गया है।

कहां है पचास लाख की बचत!

कहां है पचास लाख की बचत!

नगर पालिका के दावों की खुल रही है पोल
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)। नगर पालिका प्रशासन द्वारा इस साल, सवा पचपन लाख रूपए लाभ का बजट पेश किया गया। पालिका भले ही अपनी पीठ थपथपा रही हो पर उसके दावों की पोल बिजली विभाग के बकाया से खुद ब खुद खुलती दिख रही है।
ज्ञातव्य है कि 17 फरवरी को नगर पालिका परिषद के युवा एवं ऊर्जावान अध्यक्ष राजेश त्रिवेदी के नेतृत्व में संपन्न बैठक में पीआईसी से एक अरब 39 करोड़ 64 लाख 36 हजार रूपए की आय और एक अरब 39 करोड़ नौ लाख, बारह हजार, एक सौ रूपए के व्यय के साथ पचपन लाख 24 हजार, पांच सौ रूपए के लाभ की बात कही गई थी।
वहीं, दूसरी ओर बिजली विभाग के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि नगर पालिका परिषद पर लगभग पैंसठ लाख की देनदारी अभी बाकी है। सूत्रों ने बताया कि मुख्यालय जबलपुर से आए आदेश में सिवनी के अधीक्षण यंत्री को ज्यादा से ज्यादा वसूली के आदेश जारी किए गए हैं।
सूत्रों ने बताया कि इन्हीं आदेशों के मद्देनजर बिजली विभाग ने आधा दर्जन से ज्यादा बड़े बकायादारों को नोटिस जारी कर, बिजली के बिलों की बकाया राशि के भुगतान का नोटिस जारी किया है। सूत्रों की मानें तो बकाया न चुकाए जाने की दशा में बिजली काटने की बात भी नोटिस में कही गई है। इस फेहरिस्त में सबसे बड़े बकायादार के रूप में नगर पालिका परिषद का नाम सबसे ऊपर है।

पालिका पर है बड़ी देनदारी
सूत्रों ने आगे बताया कि नगर पालिका परिषद के पांच विभिन्न कनेक्शन्स पर 30 हजार 481 रूपए, 10 हजार 647 रूपए, 9 हजार 874 रूपए, 6 हजार 119 रूपए एवं 5 हजार 193 रूपए की देनदारी बाकी है। अगर बिल की राशि नहीं पटाई गई तो बिजली विभाग इनकी बत्ती गुल कर सकता है।

कहां गई लाभ के बजट की बात!

नगर पालिका परिषद पर लगभग पैंसठ हजार रूपए की देनदारी अभी बाकी है। बिजली विभाग के सूत्रों की बात अगर सच मान ली जाए तो नगर पालिका द्वारा अपनी पीठ थपथपाकर सवा 55 लाख के बजट की बात जो कही गई थी, वह बेमानी ही साबित होती दिख रही है।

शोभा की सुपारी बना आबकारी महकमा

शोभा की सुपारी बना आबकारी महकमा 

नियंत्रण कक्ष पर लटकता है ताला, नहीं की लहान या शराब जप्त!
(पीयूष भार्गव)
सिवनी (साई)। जिले में आबकारी विभाग अब पूरी तरह से निष्क्रिय ही प्रतीत हो रहा है। आबकारी महकमे की सेवाओं में अवैध शराब को पकड़ने की महती जिम्मेदारी आहूत होने के बाद भी आबकारी विभाग के स्थान पर पुलिस विभाग द्वारा अवैध शराब पकडने का कार्य किया जा रहा है।
आबकारी विभाग के सूत्रों का कहना है कि आबकारी विभाग अपनी मूल जिम्मेवारियों से पूरी तरह भटक चुका है। आबकारी विभाग के उड़न दस्ते, कुछ साल पहले तक गांव गांव जाकर अवैध शराब की पकड़ा धकड़ी किया करते थे। जिला जनसंपर्क विभाग के माध्यम से मीडिया को भी आबकारी विभाग के द्वारा पकड़ी गई अवैध शराब और लहान की जप्ती की खबरें मिलती थीं।
ज्ञातव्य है कि कुछ सालों से आबकारी विभाग की ओर से मीडिया को भी इस बात की इत्तला नहीं दी गई है कि कितनी शराब या लहान उसके द्वारा जप्त की गई है। वहीं दूसरी ओर पुलिस द्वारा अवैध शराब पकड़ने की खबरें अवश्य ही मीडिया की सुर्खियां बनी रहती हैं।
सूत्रों का कहना है कि आबकारी विभाग के नियंत्रण कक्ष में भी कोई कर्मचारी बैठना नहीं चाहता है, यही कारण है कि आबकारी विभाग के नियंत्रण कक्ष में भी सदा ही ताला लटका रहता है। सूत्रों की मानें तो आबकारी विभाग का मौन यही साबित कर रहा है कि सिवनी में अवैध शराब का धंधा बंद हो चुका है। सूत्रों ने प्रश्नवाचक चिन्ह लगाते हुए कहा कि अगर अवैध शराब सिवनी में नहीं बिक रही है तो फिर पुलिस जो शराब पकड़ रही है वह वैध है क्या? अगर नहीं तो आबकारी विभाग के आला अधिकारियों को चाहिए कि इस पर संज्ञान लेकर अपने मातहत कर्मचारियों की मश्कें कसें।

जिले में बढ़ रहा है मलेरिया का कहर रोगियों की तादाद में हुई छः गुना बढोत्तरी

जिले में बढ़ रहा है मलेरिया का कहर रोगियों की तादाद में हुई छः गुना बढोत्तरी

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। मौसम के बदलते सुर से मच्छरों के लिए उपजाऊ माहौल तैयार होता दिख रहा है। शहर में नाकारा नगर पालिका परिषद की फागिंग मशीन शोभा की सुपारी बनी हुई है। नालियां गंदगी से बजबजा रही हैं। इस माहौल में मच्छरों के लिए सिवनी स्वर्ग बनकर रह गया है।
जिला चिकित्सालय के मलेरिया विभाग से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक गत वर्ष की तुलना में चालू सत्र में मलेरिया पॉजीटिव रोगियों की संख्या लगभग 6 गुना अधिक बढ़ गई है। जबकि ठण्ड के मौसम में भी मच्छरों की संख्या में विशेष कमी नहीं आई, और गत वर्ष की तुलना में यह आंकड़े अब तो और भी ज्यादा हो जाएंगे इससे इंकार नहीं किया जा सकता है, क्योंकि गर्मी के मौसम ने दस्तक दे ही दी है।
गत वर्ष जहां 179930 बीमार लोगों के स्लाईडों की जांच हुई थी वहीं इस वर्ष मलेरिया रोग से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़कर 180384 से भी कहीं ऊपर निकल चुकी हैै। प्राप्त जानकारी के अनुसार 01 जनवरी से 31 दिसंबर तक जहां मलेरिया पॉजीटिव रोगियों की संख्या 119 ही थी वहीं जनवरी से दिसंबर 13 तक यह 765 से भी ऊपर निकल चुकी थी। जो अपने आप में काफी अधिक है। इस के साथ ही साथ 349 फाल्सीफेरम मलेरिया के रोगी भी सामने आए।
वर्ष 2013 में अत्याधिक वर्षा के चलते जगह-जगह जल भराव की स्थिति बनी होने के कारण तथा घरों में रखे खाली बर्तन, टायर, गमले, टंकी आदि में अधिक दिनों तक पानी स्टोर रहने के कारण मलेरिया रोगियों की संख्या में जहां इजाफा हुआ वहीं मलेरिया पॉजीटिव की संख्या में बेतहाशा वृद्धि दर्ज की गई है। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग और नगर पालिका,, नगर पंचायतों में व्यापक दवाओं का छिड़काव भी किया गया और खाली कन्टेनरों में भरा पानी को बहाया गया। इन सबके बावजूद मलेरिया व डेंगू रोग पर समय रहते नियंत्रण पाने में स्वास्थ्य विभाग विफल ही साबित हुआ है।
ज्ञातव्य है कि जिले के अनेक वार्डों में डेंगू के मरीज मिले थे और उनका उपचार जिला चिकित्सालय में किया गया था। वहीं मलेरिया विभाग द्वारा जिन क्षेत्रों में डेंगू की संभावना बताई गई थी वहां लगातार टेमोफॉस का छिड़काव कराया गया इसके अलावा पायरोथिन दवा से फागिंग मशीन से धुआं कराते हुए मच्छरों के विनिष्टिकरण और उनके काटने पर रोग की संभावना निष्क्रिय करने की कोशिश की गई। लेकिन एडीज मच्छरों का लार्वा शहर के सभी क्षेत्रों में पूरी तरह समाप्त नहीं किया गया। फलस्वरूप डेंगू के मरीजों के मिलने का क्रम अभी भी लगातार जारी है। इसके साथ ही मलेरिया रोगियों की संख्या में अभी भी वृद्धि बनी ही हुई है।
एडीज मच्छरों को निष्क्रिय करने के लिए शहर में धुआं छोड़कर बचाव के जो प्रयास फागिंग मशीन से किए जा रहे हैं, बताया जाता है कि वह मशीन इन दिनों बीमार पड़ी हुई है। समय-समय पर फॉगिंग मशीन के बिगड़ जाने से मलेरिया विभाग का पायरोथिन दवा जो धुआं के द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों मंो छोड़ा जाना था वह बंद पड़ जाता है। ऐसी परिस्थितियों में रोग के बढऩे के आसार भी नजर आने लगे हैं।

कब तक होगा मौसम सामान्य?


(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। इन दिनों सिवनी में मौसम की अनिश्चितता थमने का नाम ही नहीं ले रही है। सिवनी ही क्या, कमोबेश पूरे देश में यही हाल बना हुआ है। वर्ष 2013 में मौसम विज्ञानियों ने मौसम को लेकर भविष्यवाणी कर दी थी कि अलनीनो का प्रभाव फरवरी 2014 तक बना रहेगा, जिसके कारण मौसम पर भारी असर पड़ेगा और वह असामान्य ही रहेगा।
फरवरी 2014 क्या अब तो मार्च 2014 भी जारी हो गया है लेकिन मौसम का असामान्य रवैया बरकरार है। संभवतः मौसम विज्ञानी भी इसके पीछे पर्यावरण को ही दोष देंगे, लेकिन वास्तविक कारण क्या है, यह अभी तक सामने नहीं आ सका है। मौसम विज्ञानी अल्पकालिक भविष्यवाणी तो कर रहे हैं, लेकिन दीर्घकालिक भविष्यवाणी में वे अभी कोई रूचि नहीं दिखा रहे हैं।
उष्णता और शीतलता का मिश्रण मानी जाने वाली बसंत ऋतु वर्तमान में जारी है। इन दिनों जहां लोगों को शीतल हवाओं के साथ धूप सुहानी लगती है, वहीं रात्रि के समय शीतलता से वह आनंदित महसूस करता है। इसके विपरीत देखा जाए तो पिछले कुछ दिनों से बसंत के इस मौसम में हो रही वर्षा बसंत की मादकता से लोगों को वंचित रखे हुए है। प्रकृति का यह स्वरूप निश्चित ही अनापेक्षित ही कहा जाएगा। इससे लोगों को सावधान ही रहने की जरूरत है।
प्रकृति के मिजाज में आ रहा यह बदलाव, मौसम विज्ञानियों के लिए शोध का विषय तो है ही, आम लोगों के लिए भी यह चिंतन का विषय बन गया है। पिछले पचासों वर्षों में लोगों ने फरवरी और मार्च के माह में इस तरह की ओलावृष्टि और वर्षा शायद ही इसके पूर्व कभी देखी होगी। यहां यह भी उल्लेखनीय होगा कि इसके पूर्व वर्षा काल में भी वर्षा का जो तांडव इस देश में दिेखने को मिला है, वैसा इसके पूर्व शायद ही कभी देखने सुनने को मिला होगा। आज सुबह धूप जिस तरह से तेजी के साथ तपी, उससे अधिकांश लोगों ने बैचेनी का अनुभव किया।
यह विचारणीय पहलू है कि आखिरकार प्रकृति का यह रौद्र रूप क्यों सामने आ रहा है? इस पर यदि चिंतन किया जाए तो शायद इसके लिए स्वयं मनुष्य ही जिम्मेवार माना जाएगा। मनुष्य ने जिस तरह से वनों की कटाई, पहाड़ों की छटाई, तालाबों का विलोपन, बगीचों का विनाश और नदियों को प्रदूषित किया है, उसी के परिणाम अब सामने आ रहे हैं। इसके साथ ही साथ हरियाली का अभाव भी बढ़ता ही जा रहा है। पर्यावरण को जिस गति से हानि पहुंचाई जा रही है, उससे भी तेज गति से मौसम की अनिश्चितता सामने आती जा रही है, लेकिन इसके बाद भी मनुष्य चेत नहीं रहा है।
वर्तमान में ग्रीष्म ऋतु ने अपने आरंभ होने की दस्तक दे ही दी है। यदि मौसम का यही रूख जारी रहा तो ग्रीष्म काल का आने वाला समय कितना रौद्र रूप ले सकता है इसकी कल्पना से ही सिहरन होने लगती है। प्रकृति के इस बदले स्वरूप का प्रभाव लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ते दिख रहा है। अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा होने लगा है। प्रायः अधिकांश घरों में परिवार का कोई न कोई सदस्य मौसम की इस प्रतिकूलता के कारण अस्वस्थ्य हो रहा है। बहरहाल, मौसम का यह असामान्य रूख कब तक सामान्य हो सकेगा, इसके बारे में मौसम वैज्ञानिक ही बेहतर बता सकते हैं।

मदरसा बनने की राह पर है अलीगढ़ यूनिवर्सिटी: स्टूडेंट्स

मदरसा बनने की राह पर है अलीगढ़ यूनिवर्सिटी: स्टूडेंट्स

(ब्यूरो कार्यालय)

अलीगढ़ (साई)। क्या अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी मदरसा बनने की राह पर है? ऐसी शिकायत वहां के स्टूडेंट्स की है। यूनिवर्सिटी के कैंपस में फिलहाल जैसा माहौल है उसमें स्टूडेंट्स दो ग्रुप में बंट गए हैं। एक वैसा ग्रुप है जो चाहता है कि कैंपस में उदार माहौल हो और स्टूडेंट्स पर कुछ भी थोपा न जाए। दूसरा ग्रुप वह है जो कैंपस को इस्लामिक कायदों से चलाना चाहता है। यह ग्रुप चाहता है स्टूडेंट्स हर हाल में इस्लामिक परंपरा के मुताबिक रहें। इसमें लड़कियों के लिए बुरका और दिन में पांच बार नमाज अदा करने की बात है।
वैचारिक टकराव से कैंपस में स्टूडेंट्स की बीच लकीरें खींच गई हैं। सबसे दिलचस्प वाकया तो अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर हुआ। इस मौके पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया था। सेमिनार में महिला ऐक्टिविस्ट और सुप्रीम कोर्ट की वकील वृंदा ग्रोवर आमंत्रित थीं। उन्हें महिला सशक्तीकरण पर बोलना था। लेकिन कैंपस में एक ग्रुप द्वारा पोस्टर लगाकर फरमान जारी किया गया था कि महिला स्टूडेंट्स सेमिनार में बुरका पहनकर ही जाएं। जब वृंदा ग्रोवर को कैंपस में ऐसी कट्टर गतिविधियों को बारे में पता चला तो उन्होंने खुद को उस सेमिनार से अलग कर लिया।
एएमयू में साहब अहमद लॉ फोर्थ इयर के स्टूडेंट हैं। वह कैंपस में बढ़ते इस्लामिक कट्टरता से परेशान हैं। उन्हें लगता है कि कैंपस में उदार स्पेस हर हाल में बची रहनी चाहिए। वह सवाल करते हैं कि क्यों लोग एएमयू को मदरसा बनाने पर तुले हैं? क्या इसे अलीगढ़ मिल्लत यूनिवर्सिटी बन जाना चाहिए? खुदा के लिए इसे बख्श दें, क्योंकि यह सेंट्रल यूनिवर्सिटी है। कैंपस में अहमद की तरह कई लोग इसी तरह सोचते हैं। होस्टेल में लड़के शॉर्ट कपड़े पहनते हैं तो उन्हें टॉर्चर किया जाता है। यहां तक कि कुरता पहनना भी लोगों को नागावार गुजर रहा है। लड़कियां भी स्लीवलेस कपड़े और कैप्रीज नहीं पहन सकती हैं। जाहिर है वह कैंपस में डांस नहीं कर सकती हैं। यहां तक कि होस्टेल में रात में भी डांस पर पाबंदी है। इन पहनावों को कैंपस में अश्लीलता से जोड़कर देखा जाता है। ऐसे में कोई भी ऐसी ड्रेस पहनकर मुश्किलों को दावत नहीं देना चाहता।
कैंपस में लिबरल ग्रुप पब्लिक स्पेस पर धार्मिक गतिविधियों के खिलाफ है। जैसे होस्टेल और कॉमन रूम में मजहबी गतिविधियां तजवीद‘, ‘दवाहऔर कुरान पाठ पर इस ग्रुप को आपत्ति है। इस बारे में शिकायत भी की गई है। एक दूसरे स्टूडेंट ने कहा कि मुस्लिम स्टूडेंट्स होस्टेल रूम के बगल में नमाज अदा करते हैं, लेकिन कॉमन रूम में भी ऐसी गतिविधियां जारी हैं। छात्रों का कहना है कि यूनिवर्सिटी को कैंपस में लिबरल स्पेस की फिक्र होनी चाहिए। एक स्टूडेंट ने बताया कि कॉमन रूम में लोग आकर टीवी बंद कर देते हैं और बाहर निकलने का निर्देश देते हैं। वीकेंड के मौके पर कैंपस में और पब्लिक स्पेस पर जमात के लोगों की ऐसी हरकतें आम हैं।

लेकिन दूसरी तरफ स्टूडेंट्स ऑफ एएमयू के मेंबर अब्दुल राउफ अपने ग्रुप की इन गतिविधियों को जायज ठहराते हुए कहते हैं कि किसी के साथ कुछ भी जबरन नहीं किया जाता। वह उलटा सवाल पूछते हैं कि यदि ऐसा है तो यूनिवर्सिटी प्रशासन ऐक्शन क्यों नहीं लेता? कैंपस में कट्टर गतिविधियों से उदार पसंद स्टूडेंट्स काफी आहत हैं। उनका कहना है कि एएमयू होस्टेल में जैसी धार्मिक गतिविधियां जारी हैं, उनसे कई सवाल खड़े होते हैं। उन्होंने बताया कि होस्टेल में कट्टर ग्रुप महिलाओं को लेकर प्रवचन देता रहता है। यह ग्रुप महिलाओं को हिजाब पहनाने, धीमी आवाज में बात करने और पुरुषों से दूरी बनाकर रखने की नसीहतें देता है। उसका यह भी कहना है कि शरिया लागू करने से ही रेप की वारदात पर लगाम लग सकती है।

कांग्रेस को झटका दे प्रसाद ने थामा भाजपा का दामन

कांग्रेस को झटका दे प्रसाद ने थामा भाजपा का दामन

कांग्रेस उम्मीदवार ने ही पार्टी बदल ली

(संतोष पारदसानी)

भोपाल (साई)। मध्य प्रदेश के भिंड से कांग्रेस के उम्मीदवार डॉक्टर भागीरथ प्रसाद पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं. कांग्रेस ने शनिवार को ही भागीरथ प्रसाद के नाम का ऐलान किया था.
भागीरथ प्रसाद इससे पहले साल 2009 में भी कांग्रेस के टिकट पर भिंड से चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि तब वो भाजपा के उम्मीदवार से हार गए थे. डॉक्टर भागीरथ प्रसाद आईएएस अधिकारी रह चुके हैं. साल 2009 में चुनाव लड़ने से पहले वे इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कुलपति भी थे. और इससे पहले प्रमुख सचिव गृह रह चुके हैं.
भागीरथ प्रसाद ने कहा, ‘कांग्रेस में बहुत बिखराव है, गुटबंदी है. इन परिस्थितियों में मैं महसूस कर रहा था कि मेरी योग्यता और क्षमता का लाभ पार्टी नहीं ले रही. जो क्षेत्रीय संगठन है उसमें भी निराशा का भाव बहुत ज़्यादा है.जब उनसे ये पूछा गया कि क्या वे चुनाव जीतने के लिए भाजपा में शामिल हुए हैं तो उन्होंने कहा, ‘मैं पूरे पांच साल से काम कर रहा था लगातार. मैंने कोई पद नहीं लिया. निजी कारोबार नहीं किया. और कांग्रेस ने कोई पद नहीं दिया. मुझे पीसीसी का सदस्य तक नहीं बनाया. टिकट मिलने के बाद पार्टी छोड़ी है इससे ज़ाहिर होता है कि मेरा कमिटमेंट कुछ और है.उन्होंने कहा कि उन्हें टिकट की फिक्र नहीं है.

कोई डील हुई है
वहीं चुनाव से ठीक पहले उम्मीदवार के पाला बदलने से कांग्रेस तिलमिलाई हुई है. विधानसभा में विपक्ष के नेता सत्यदेव कटारे ने बीबीसी से कहा, ‘आज सुबह भी उन्होंने हमारे ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष से बात की और कहा कि परसों आप कार्यकर्ताओं की बैठक बुला लो उस मीटिंग में हम रहेंगे. ऐसी स्थिति में ये आकलन करना बड़ा मुश्किल है कि क्यों पार्टी छोड़कर गए.सत्यदेव कटारे ने ये भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी सरकार के भ्रष्टाचार से लोगों का ध्यान हटाना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, ‘कोई डील हुई है, राजनीतिक हो या फ़ाइनेंशियल. सवाल ये है कि शिवराज अगर अपने भ्रष्टाचार से ध्यान हटाना चाहते हैं तो वो संभव नहीं है. भागीरथ के जाने का बदला हम शिवराज को मुख्यमंत्री पद से हटवा कर लेंगे.वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर के भागीरथ प्रसाद का पार्टी में स्वागत किया.

सलमान खान ने इस साल शादी के संकेत दिए

सलमान खान ने इस साल शादी के संकेत दिए
(मोदस्सिर कादरी)
नई दिल्ली (साई)। सुपरस्टार सलमान खान ने इस साल के आखिर तक विवाह के बंधन में बंधने का संकेत दिया है, क्योंकि वह अब अकेले रहते-रहते ऊब चुके हैं।
शनिवार शाम इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2014में 48 वर्षीय जय होस्टार ने इस बात से इनकार नहीं किया कि वह अपनी रोमानियाई गर्लफ्रेंड लूलिया वैंतूर के साथ जीवन भर के बंधन में बंध सकते हैं। कथित रूप से सलमान पिछले कुछ समय से वैंतूर को डेट कर रहे हैं।
सलमान ने कहा, अब मैं संक्रमण काल में हूं और मुझे अच्छा लग रहा है। 15 साल की उम्र से मुझे कभी बदलाव नहीं मिला। पहली बार मुझे ऐसा मौका मिला है और पिछले ढाई साल से मुझे बदलाव का खूब अवसर मिला है। और अब बदलावों पर अटकलें लगानी बंद कर देनी चाहिए क्योंकि जल्दी ही मेरे जीवन में कुछ बदलने वाला है।

उन्होंने कहा, मैं मानवता को मानता हूं। मैं इस्लाम, ईसाई दोनों धर्मों को मानता हूं और जितना संभव हो सके उतना ज्यादा सही काम करने का प्रयास करता हूं। मैं काफी भाग्यशाली रहा हूं। मेरे पिता पठान हैं, मां हिंदू हैं और दूसरी मां ईसाई। मेरे बहनोई पंजाबी हैं और पत्नी को बाहर से लाने की सोच रहा हूं।

अखिलेश ने बर्खास्त किए अपने 2 मंत्री

अखिलेश ने बर्खास्त किए अपने 2 मंत्री

(दीपांकर श्रीवास्तव)

लखनऊ (साई)। उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री मनोज पांडे और राजा आनंद सिंह को रविवार को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया। मनोज पांडे को जनवरी में ही प्रमोशन देकर कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। राजा आनंद सिंह यूपी के कृषि मंत्री हैं।

बताया जा रहा है कि मनोज पांडे की भाभी और राजा आनंद सिंह का बेटा बीजेपी में शामिल हो चुके हैं, जिसकी वजह से एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव नाराज चल रहे थे। राजा आनंद सिंह के बेटे कीर्तिवर्धन सिंह ने हाल ही में एसपी की सदस्यता से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था।

राजनीति भी करुंगा और क्रिकेट भी खेलूंगा: कैफ

राजनीति भी करुंगा और क्रिकेट भी खेलूंगा: कैफ
(प्रतीक कुमार)
कानपुर (साई)। मोहम्मद अजहरुद्दीन, चेतन चौहान और नवजोत सिंह सिद्धू की तरह क्रिकेटर से राजनीतिज्ञ बने खिलाड़ियों की कतार में शामिल सबसे युवा खिलाड़ी मोहम्मद कैफ ने साफ किया है कि वह राजनीति में आने के बाद भी क्रिकेट खेलते रहेंगे। कैफ को कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के फूलपुर लोकसभा चुनाव क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया है। अपने करियर में 13 टेस्ट और 125 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले मध्यक्रम के इस बल्लेबाज ने कहा कि यह उनकी दूसरी पारी है।
उन्होंने कहा, ‘यह मेरी दूसरी पारी है और मुझे नए सिरे से गार्ड लेना है, लेकिन मैं क्रिकेट से सन्यास नहीं लूंगा। अभी तो मैंने फॉर्म में वापसी की है। मैंने (विजय हजारे ट्रोफी के) पिछले दोनों मैचों में अर्धशतकीय पारियां खेली थीं, और मैं आगे भी यह फॉर्म बरकरार रखना चाहूंगा।भारत की तरफ से अपना आखिरी मैच 2006 में खेलने वाले 33 वर्षीय कैफ घरेलू क्रिकेट में लगातार उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं। वह पिछले कुछ समय से रन बनाने के लिये जूझ रहे थे, लेकिन विजय हजारे ट्रोफी (मध्य क्षेत्र) के जयपुर में खेले गए मैचों में उन्होंने राजस्थान के खिलाफ 59 और विदर्भ के खिलाफ 74 रन बनाए थे।

कैफ अपनी नई पारी को लेकर काफी उत्साहित हैं और उन्हें उम्मीद है कि राजनीति में आने के बाद भी लोगों का प्यार पहले की तरह उन्हें मिलता रहेगा। उन्होंने कहा, ‘इलाहाबाद में मैं पला-बढ़ा हूं। वहां की गलियों में क्रिकेट खेला है, इसलिये मुझे उम्मीद है कि फूलपूर की जनता मुझे जरुर समर्थन देगी। जब मैं क्रिकेटर की हैसियत से वहां जाता था तो वहां की जनता मुझे सिर आंखो पर बिठाती थी। अब लोकसभा प्रत्याशी बनकर जाऊंगा तो उम्मीद है कि जनता का उतना ही प्यार मिलेगा।

अनुमतियाँ एकल खिड़की से

अनुमतियाँ एकल खिड़की से
(राजेश शर्मा)

भोपाल (साई)। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी निशांत वरवड़े ने बताया कि लोकसभा निर्वाचन 2014 के दौरान जिले में वाहन, आम सभा, रेली आदि की सभी अनुमतियाँ एक खिड़की (सिंगल विंडो) के माध्यम से दी जायेंगी। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में एकल खिड़की बनाई गई है। अनुमतियों के लिये सीधे कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में एकल खिड़की में आवेदन देकर अनुमतियाँ प्राप्त की जा सकती हैं। इससे अनुमतियाँ बिना विलम्ब और कठिनाई के सहजता से प्राप्त होगी।

‘वेलकम बैक‘ से कमबैक करेंगे शाइनी आहूजा

वेलकम बैकसे कमबैक करेंगे शाइनी आहूजा
(अतुूल खरे)
मुंबई (साई)। बॉलीवुड के जानेमाने अभिनेता, मॉडल शाइनी आहूजा वेलकम बैकके जरिए इंडस्ट्री में अपना कमबैक करने जा रहे हैं।
वर्ष 2005 में रिलीज हुई फिल्म हजारों ख्वाहिशें ऐसीके जरिए बॉलीवुड में पदार्पण करने वाले शाइनी आहूजा अपनी पूर्व नौकरानी द्वारा बलात्कार करने का आरोप लगाए जाने के कारण गुमनामी के अंधेरे में खो गए थे। इस मामले में उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। शाइनी अहूजा एक बार फिर से इंडस्ट्री में कमबैक करने जा रहे हैं।
शाइनी अहूजा ने कहा कि मैं वेलकम बैकमें काम करने जा रहा हूं। मैं जल्द ही फिल्म की शूटिंग दुबई में शुरू करूंगा। मेरी भूमिका काफी हटकर है। मैंने कभी इस तरह की भूमिका नहीं निभाई है। मैं नहीं बता सकता कि मेरे परिवार के लोग फिर से मेरे फिल्मों में काम करने को लेकर कितने खुश हैं। मैं इसके लिए भगवान का शुक्रगुजार हूं।

गौरतलब है कि वेलकम बैकअनीस बज्मी निर्देशित वर्ष 2007 में रिलीज सुपरहिट फिल्म वेलकमकी सीक्वल है। वेलकममें अक्षय कुमार, कटरीना कैफ, नाना पाटेकर, अनिल कपूर, फिरोज खान और परेश रावल की मुख्य भूमिकाएं थी। वेलकम बैकमें अक्षय की भूमिका जॉन अब्राहम निभा रहे हैं, जबकि कटरीना की भूमिका में अब श्रुति नजर आएंगी। जबकि फिरोज खान वाली भूमिका इस बार नसीरुद्दीन शाह निभाते नजर आएंगे।

नहीं रहे जूही चावला के भाई बॉबी

नहीं रहे जूही चावला के भाई बॉबी
(निधि गुप्ता)
नई दिल्ली (साई)। बॉलीवुड अभिनेत्री जूही चावला के भाई बॉबी चावला का रविवार सुबह जसलोक अस्पताल में निधन हो गया। वह 2010 से कोमा में थे। अस्पताल के एक सूत्र ने बताया, ‘आज सुबह उनका निधन हो गया।
बॉबी लंबे समय से गंभीर स्थिति में थे। अप्रैल 2010 में एक रेस्त्रां में रात्रिभोज के दौरान उन्हें हृदयाघात हुआ था जिसके बाद कोमा में चले गए थे। उनका निधन सुबह सात बजे हुआ। अपनी हालिया फिल्म ृगुलाब गैंगृ में नकारात्मक भूमिका के लिए प्रशंसा पा रहीं जूही ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा, ‘यह सही पटकथा है..मेरे भाई ने मुझे जीवन का सबसे बड़ा उपहार दिया..उसने फिल्म देखी..और..

फिल्मी पटकथा लेखक ओंबर कुरैशी ने बॉबी के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने लिखा, ‘बॉबी चावला हंसमुख और मिलनसार थे। आप हमेशा याद आएंगे। मैं जूही और पूरे परिवार के प्रति संवेदना व्यक्ति करता हूं। ईश्वर आपको इस दुख से उबरने की शक्ति दे।‘ 

भारतीय नौसेना की निर्माणाधीन पनडुब्बी में हादसा

भारतीय नौसेना की निर्माणाधीन पनडुब्बी में हादसा
(एस.के.शर्मा)
विशाखापट्टनम (साई)। भारतीय नौसेना के विशाखापट्टनम जहाज़ निर्माण क्षेत्र में हुई एक दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि दो घायल हुए हैं.
सूत्रों के मुताबिक़, यह दुर्घटना शनिवार दोपहर ढाई बजे के आसपास तब हुई जब एक पनडुब्बी पर हाइड्रो-प्रेशर संबंधी एक परीक्षण किया जा रहा था. भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन या डीआरडीओ के प्रमुख अविनाश चन्द्र के हवाले से कहा है कि धमाका हाइड्रोलिक टैंक में प्रेशर टेस्टकरते समय हुआ जिसमें दुर्भाग्यवशएक व्यक्ति की मौत हो गई.
अविनाश चन्द्र ने कहा है कि यह परीक्षण अरिहंत क्लास पनडुब्बी पर किया जा रहा था. वहीं अंग्रेजी समाचार पत्र द हिंदू ने विशाखापट्टनम के पुलिस कमिश्नर बी शिवाधर रेड्डी के हवाले से कहा है कि एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि दो घायल हो गए हैं. घायलों को शहर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. दुर्घटना की चपेट में आने वाले तीनों व्यक्ति एक निजी कंपनी के लिए काम करते थे. डीआरडीओ प्रमुख ने कहा है कि हादसे की जांच के आदेश दिए गए हैं.

एक के बाद एक हादसे

इस हादसे से एक दिन पहले ही मुंबई स्थित मझगांव गोदी में एक निर्माणाधीन जंगी जहाज़ में घातक गैस के रिसाव की वजह से नौसेना के एक कमांडर मारे गए थे. इससे भी क़रीब दस दिन पहले मुंबई के नज़दीक जंगी जहाज़ आईएनएस सिंधुरत्न हादसे का शिकार हुआ था जिसमें दो अधिकारी मारे गए थे और घटना के बाद नौसेना प्रमुख एडमिरल डीके जोशी ने इस्तीफ़ा दे दिया था.

जेड़ सुरक्षा पर केजरीवाल बोले, भगवान रक्षक

जेड़ सुरक्षा पर केजरीवाल बोलेभगवान रक्षक

(सोनाली खरे)

नई दिल्ली (साई)। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल लाख ना नुकुर के बाद भी लगातार जेड श्रेणी की सुरक्षा में हैं। केजरीवाल के मना करने के बावजूद दिल्ली पुलिस ने उन्हें जेड श्रेणी की सेक्योरिटी मुहैया करा रही है। सुरक्षा को लेकर खबर सामने आने के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भगवान मेरा सबसे बड़ा रक्षक है।
सुरक्षा लेने से इनकार करते रहने वाले अरविंद केजरीवाल अब जेड सेक्योरिटी की सुरक्षा में रहते हैं। दिल्ली पुलिस ने उन्हें आधिकारिक तौर पर इस साल 19 जनवरी को जेड सुरक्षा दे दी है। मतलब ये कि दिल्ली में होने पर केजरीवाल के साथ हमेशा 8 पुलिसवाले सुरक्षा में तैनात रहते हैं। वहीं उनके घर पर 24 घंटे 10 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती रहती है। इनमें दो इंस्पेक्टर, 2 असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर, दो हवलदार और चार कांस्टेबल शामिल हैं।
जब केजरीवाल दिल्ली से बाहर जाते हैं तो दूसरे राज्य की पुलिस इसी मापदंड पर उनकी सुरक्षा करती है। दिल्ली का मुख्यमंत्री बनने के बाद अरविंद केजरीवाल ने सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया था। बावजूद इसके केजरीवाल के आसपास हमेशा सादे लिबास में पुलिस वाले तैनात रहते थे।
जेड सुरक्षा लेने की खबरों को केजरीवाल ने गलत करार दिया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि मीडिया के कुछ लोग कह रहे हैं कि मैंने सिक्योरिटी स्वीकार कर ली है। ये बिल्कुल गलत है। वो मुझे सुरक्षा स्वीकार करने वाली चिट्ठी दिखाएं। मैंने हमेशा कहा है कि ईश्वर ही मेरा सबसे बड़ा रखवाला है। जब भी सरकार ने मुझे किसी तरह की सुरक्षा का ऑफर दिया, मैंने उसे पुरजोर तरीके से ठुकरा दिया। उधर जेड श्रेणी की सुरक्षा को लेकर बीजेपी केजरीवाल पर चुटकी ले रही है।

गौरतलब है कि जेड श्रेणी की सुरक्षा सिर्फ वीवीआईपी लोगों और जिनकी जान को खतरा रहता है, उन्हें मुहैया कराई जाती है। केजरीवाल को यह सुरक्षा उस खुफिया सूचना के बाद मुहैया कराई गई थी, जिसमें कहा गया था कि इंडियन मुजाहिदीन के लोग अपने सरगना यासीन भटकल को छुड़़ाने के लिए अरविंद का अपहरण कर सकते हैं।

राज की मोदी से ‘दोस्ती‘, उद्धव से जारी है ‘दुश्मनी‘


(मणिका सोनल)
नई दिल्ली (साई)। राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को समर्थन देते हुए लोकसभा चुनाव में उतरने का ऐलान कर दिया है। एमएनएस ने बीजेपी के खिलाफ अपने उमीदवार नहीं खड़े किए हैंलेकिन शिवसेना के खिलाफ वो अपने उम्मीदवार उतार रही है।
एमएनएस के मुखिया राज ठाकरे ने लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का ऐलान कर सभी अटकलों पर विराम लगा दिया। शिवसेना की नाराजगी को देखते हुए बीजेपी के साथ भले उसका गठबंधन ना हो रहा हो लेकिन एमएनएस ने फैसला किया है कि वो बीजेपी के खिलाफ अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी। राज ठाकरे ने ये भी साफ किया कि एमएनएस के सांसद पीएम पद के लिए नरेंद्र मोदी का समर्थन करेंगे।
हालांकि एमएनएस लोकसभा चुनाव में शिवसेना से दो-दो हाथ जरूर करेगी। पिछले लोकसभा चुनाव में मुंबईठाणेनासिकजैसी लोकसभा सीटों पर एमएनएस की वजह से शिवसेना-बीजेपी को करारी हार झेलनी पड़ी थी। पार्टी की ताकत को देखते हुए कुछ दिन पहले ही बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी ने राज ठाकरे से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद से ही बीजेपी-एमएनएस गठबंधन की चर्चाएं शुरू हुईं। लेकिन उद्धव ठाकरे के रुख को देखते हुए बात आगे नहीं बढ़ी। अब बीजेपी ने फिर साफ किया है कि महाराष्ट्र में उसका गठबंधन शिवसेना के ही साथ है।
नितिन गडकरी ने कहा कि महाराष्ट्र में हमारा गठबंधन शिवसेना के साथ है। मनसे समर्थन दे रहा है तो हम उनका आभार व्यक्त करते हैं। शिवसेना ने नेता राहुल नार्वेकर का कहना है कि मनसे का मोदी को समर्थन देने से हमारे और बीजेरी के गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। लोकसभा चुनाव में हम मिलकर ही लड़ेंगे।

मतदान का प्रतिशत बढ़ाने हुआ महाअभियान


(नन्द किशोर)
भोपाल (साई)। भारत निर्वाचन आयोग की पहल पर पूरे देश के मतदान केन्द्रों पर आज नये मतदाताओं के नाम जुड़वाने के लिए शिविर लगाये गये।
मध्यप्रदेश के 53 हजार 946 मतदान केन्द्र में लगाये गये शिविरों में बड़ी संख्या में मतदाताओं ने पहुँचकर अपना नाम जुड़वाने के लिए फार्म-6 भरा। फार्म भरवाने में शिविर में मौजूद केन्द्र के बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) ने भी मदद की। भारत निर्वाचन आयोग के उप निर्वाचन आयुक्त विनोद जुत्शी ने मिसरोद रोड स्थित केन्द्रीय विद्यालय-3शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय और सागर पब्लिक स्कूल में स्थापित मतदान केन्द्रों का निरीक्षण कर जायजा लिया। उनके साथ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी जयदीप गोविन्दसंयुक्त मुख्या निर्वाचन पदाधिकारी एस.एस. बंसल और जिला कलेक्टर निशांत बरबड़े भी थे।
विनोद जुत्शी सर्वप्रथम 19-भोपाल संसदीय क्षेत्र के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक-154 गोविंदपुरा के मतदान केन्द्र क्रमांक 271272273 पहुँचे। यह तीनों केन्द्र केन्द्रीय विद्यालय (केवी-3) में स्थित है। जुत्शी ने शिविर में मौजूद बीएलओ आर.एस. मेहराश्रीविनय कुमारश्रीमती आभा बिसकिया से नाम जुड़वाने की प्रक्रिया के संबंध मंर जानकारी ली तथा आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने शिविर में बड़ी संख्या में आए मतदाताओं से चर्चा की। जुत्शी ने मतदान केन्द्र की दीवार में चस्पा की गई सूची को देखा और सूची में अपने नाम की जाँच कर रहे मतदाताओं से पूछताछ की। उप चुनाव आयुक्त ने फार्म-6 जमा कर रहे मतदाताओं को शीघ्र ऐपिक कार्ड दिलाए जाने के निर्देश दिये। उन्होंने मतदाताओं को बताया कि मध्यप्रदेश में जहाँ 10 अप्रैल को मतदान होना हैवहाँ 12 मार्चजहाँ 17 अप्रैल को वोटिंग होगी वहाँ 16 मार्च और जहाँ 24 अप्रैल को मत डाले जायेंगे वहाँ 26 मार्च तक मतदाता अपना नाम निर्वाचक नामावली में जुड़वा सकेंगे।
श्री जुत्शी और गोविंद मिसरोद के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय स्थित मतदान केन्द्र क्रमांक 284285286287 पहुँचेजहाँ उन्होंने बीएलओ और मतदाताओं से बातचीत की। यहाँ उन्होंने मतदाताओं को अपना परिचय देते हुए कहा मैं भारत निर्वाचन आयोग से आया हूँ... आपकी क्या मदद कर सकता हूँ‘, इस पर मतदाताओं ने मतदान केन्द्र में अपने आने का उद्देश्य बताते हुए आयोजन की सराहना की। जुत्शी द्वारा यह पूछने पर कि आपको शिविर की जानकारी कैसे मिलीमतदाताओं ने उन्हें बताया कि मीडिया से मिली। उन्होंने मतदाताओं को नाम जुड़वाने में आ रही कठिनाईयों के संबंध में पूछताछ कर अधिकारियों को निर्देश दिये।

खोज जारी है पी.एल.मर्सकोले की!


कौन हैं एमसीएमसी में दूरसंचार के सहायक यंत्री?
(अय्यूब कुरैशी)
सिवनी (साई)। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश के निर्देशानुसार कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी भरत यादव द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव 2014 हेतु प्रिन्ट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं सोशल मीडिया में पेड न्यूज पर नियंत्रण रखे जाने हेतु जिला स्तरीय सर्टिफिकेशन एवं मॉनीटरिंग कमेटी का गठन किया गया है।
जिला जनसंपर्क कार्यालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार गठित समिति में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी भरत यादव को अध्यक्ष, अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी, वरिष्ठ पत्रकार आर.के.विश्वकर्मा, विधानसभा क्षेत्र सिवनी 115 सहायक रिटर्निंग ऑफिसर, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी, जनसंपर्क सहायक संचालक सदस्य सचिव, दूरसंचार केन्द्र सहायक यंत्री पी.एल.मर्सकोले, जिला पंचायत मीडिया अधिकारी उक्त समिति लोकसभा चुनाव के दौरान सभी समाचार पत्रों, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं सोशल मीडिया में प्रकाशित, प्रचारित समाचारों की सघन जांच करने, राजनैतिक विज्ञापनों का पता लगाने, चुनाव अवधि के भीतर प्रकाशित होने वाले समाचार कव्हरेज, खबर के रूप में सेरोगेट विज्ञापन सहित किसी भी रूप में मीडिया में जारी विज्ञापन की निगरानी करेगी एवं इसकी सूचना मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को प्रस्तुत करेगी।
वहीं, इस मामले में कुछ पत्रकारों के द्वारा इसके सदस्यों में दूरसंचार केंद्र सिवनी के पी.एल.मर्सकोले के बारे में पतासाजी की गई। उन्हें पता चला कि पिछले दो दशकों में भी सिवनी में पी.एल.मर्सकोले नाम का कोई सहायक यंत्री पदस्थ नहीं रहा है। अगर पी.एल.मर्सकोले नाम के किसी सहायक यंत्री की तैनाती यहां नहीं है तो फिर आखिर किस आधार पर उनका नाम निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम में एमसीएमसी में शामिल कर लिया गया है?
इस संबंध में जब दूरसंचार विभाग के जिला अभियंता एन.के.लहरिया (9425821721) से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि उनके संज्ञान में सिवनी जिले में सहायक यंत्री के बतौर कोई पी.एल.मर्सकोले तैनात नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उनकी बेहतर जानकारी के अनुसार सिवनी में वर्तमान में मर्सकोले सरनेम वाले एक लिपिक हैं और एक टीटीए हैं। उन्होंने कहा कि सिवनी में आठ सहायक यंत्री हैं।
जिला अभियंता दूरसंचार ने साई न्यूज को बताया कि आर.एन.बघेल, एन.पी.वंशकार, रविंद्र बिसेन, ए.एस.तिवारी, श्री हल्दकार, श्री स्वामी, श्री जैन एवं श्री वर्मा पदस्थ हैं। अब यह शोध का विषय हो गया है कि जिस अधिकारी के अस्तित्व को ही जिला अभियंता दूरसंचार द्वारा नकारा जा रहा हो उसे निर्वाचन जैसे अति महत्वपूर्ण कार्यक्रम में एमसीएमसी का सदस्य कैसे बना दिया गया है?

इस संबंध में जब जिला जनसंपर्क अधिकारी सुश्री बबिता मिश्रा से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि यह मामला जिला कलेक्टर के द्वारा ही डील किया गया है, अतः इस संबंध में वे ही बेहतर बता पाएंगे। वैसे आज के जनसंपर्क विभाग के प्रेस नोट में एमसीएमसी के गठन का समाचार दिया गया है।