गुरुवार, 6 मार्च 2014

सभी मतदान केन्द्रों पर 9 मार्च को मौजूद रहेंगे बीएलओ



(दीप्ति)

भोपाल (साई)। जिले के सभी मतदान केन्द्रों पर 9 मार्च को बीएलओ मौजूद रहकर मतदाताओं से संबंधित एएसडी सूची बनायेंगे। एएसडी सूची में ए- एपसेंट यानि कि जो मतदाता अब नहीं रहते, एस- शिफ्ट यानि कि जो मतदाता दूसरी जगह चले गए है, डी- डेथ यानि कि जिन मतदाताओं की मृत्यु हो गई है। मतदान केन्द्र के ऐसे सभी मतदाताओं की ऐसी सूची बीएलओ 9 मार्च को बनायेंगे। इस कार्रवाई पर कोई भी नजर रख सकता है। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यह जानकारी आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित स्टेंडिंग कमेटी की बैठक में दी। बैठक में विभिन्न राजनैतिक दलों के पदाधिकारी मौजूद थे।

बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर द्वारा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आदर्श आचरण संहिता में निहित विभिन्न प्रावधानों की विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि राजनैतिक दल आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार निर्वाचन प्रक्रिया सम्पन्न कराने में भागीदार बनेंगे। आदर्श आचरण संहिता का पालन और निर्वाचन के दौरान आयोग द्वारा दिए निर्देशों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित कराया जायेगा। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर द्वारा चुनाव की घोषणा के साथ ही विभिन्न प्रावधानों को लागू कराने के लिए जारी किए गए आदेशों की जानकारी भी बैठक में दी गई।

शीला को मिला इनाम, केरल की राज्यपाल होंगी


(आकाश कुमार)
नई दिल्ली (साई)। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को केंद्र सरकार की तरफ से तोहफा मिला है। शीला केरल की नई राज्यपाल होंगी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद से शीला के पास करने को कुछ नहीं था। वो खुद अरविंद केजरीवाल से भी चुनाव हार गई थीं। शीला हरियाणा से राज्यसभा सांसद बनना चाहती थींलेकिन कांग्रेस ने इसे तवज्जो नहीं दी।
शीला को केरल का राज्यपाल बनाने की घोषणा राष्ट्रपति कार्यालय ने बुधवार को की। राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक शीला निखिल कुमार का स्थान लेंगी। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने निखिल कुमार का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से मंजूर कर लिया है। निखिल कुमार बिहार से चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि केरल में नए राज्यपाल के पदभार ग्रहण करने तक वहां की जिम्मेदारी कर्नाटक के राज्यपाल एच आर भारद्वाज संभालेंगे। इसके मुताबिक बीएल जोशी उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के रूप में दूसरा कार्यकाल भी पूरा करेंगे।

पीएफ जमाओं पर 8.75 प्रतिशत ब्याज दर


(एडविन अमान)
नई दिल्ली (साई)। सरकार ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की भविष्य निधि जमाओं पर वित्त वर्ष 2013-14 के लिए 8.75 प्रतिशत ब्याज दर को मंजूरी दे दी है. ईपीएफओ के पांच करोड़ से अधिक अंशधारक हैं.
एक अधिकारी ने बताया कि वित्त मंत्रालय ने ईपीएफओ ट्रस्टी के मौजूदा वित्त वर्ष में अंशधारकों को 8.75 प्रतिशत की दर से ब्याज देने के फैसले पर सहमति जताई है. ईपीएफओ की शीर्ष निर्णायक संस्था केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) ने 13 जनवरी को हुई बैठक में मौजूदा वित्त वर्ष के लिए ब्याज दर बढ़ाकर 8.75 प्रतिशत करने का फैसला किया था.
साल 2012-13 में यह ब्याज दर 8.5 प्रतिशत थी. बोर्ड के अध्यक्ष श्रममंत्री हैं. अधिकारी ने कहा कि सीबीटी के फैसले को मंजूरी के लिए वित्त मंत्रालय के पास भेज गया था. वित्त मंत्रालय की सहमति के बाद ब्याज राशि अंशधारकों के खाते में चली जाएगी. ईपीएफओ को 2013-14 में अनुमानित 25,048.55 करोड़ रुपये की आय हुई थी.

दिल्ली-लखनऊ में भिड़े आप, भाजपा कार्यकर्ता


(सुमित माहेश्वरी/दीपांकर श्रीवास्तव)
नई दिल्ली/लखनऊ (साई)। गुजरात यात्रा पर गए अरविंद केजरीवाल की कार पर हमला हुआ है। उनकी कार पर पत्थर फेंका गया जिससे उनकी कार का शीशा टूट गया। यह घटना दिल्ली और लखनऊ उनकी पार्टी के भारतीय जनता पार्टी के वर्कर्स से हुई भिड़ंत के बाद हुई। अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उनकी कार पर नरेंद्र मोदी ने हमला करवाया है। हालांकि उन्होंने अपने वर्कर्स से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि उनकी यात्रा जारी रहेगी।
आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में बीजेपी के दफ्तर पर प्रदर्शन और पत्थरबाजी की। इसके बाद लखनऊ में भी दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं में झड़प होने की खबर है। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने लाठियां चलाईं। लखनऊ से हमारे रिपोर्टर ने खबर दी है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आप कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा।
इस हंगामे की शुरुआत दिल्ली में बीजेपी के दफ्तर पर हुई। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता अपने नेता अरविंद केजरीवाल के काफिले को गुजरात में रोके जाने को लेकर नाराज हैं। बुधवार दोपहर को अरविंद केजरीवाल के काफिले को गुजरात के पाटन में राधनपुर नामक जगह पर पुलिस ने रोक लिया। सुबह ही चुनाव आयोग ने वोटिंग की तारीखों का ऐलान किया हैजिसके बाद आचार संहिता लागू हो गई है। इसके तहत बिना इजाजत कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं किया जा सकता। इसलिए जिला प्रशासन ने अरविंद केजरीवाल के काफिले को रोका। लेकिन अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी ने इसके लिए नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराया। पार्टी नेताओं ने कहा कि ऐसा साजिशन किया गया क्योंकि नरेंद्र मोदी अरविंद केजरीवाल से घबरा गए।
इस तरह के बयान आने के कुछ देर बाद ही आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता बीजेपी दफ्तर के सामने पहुंच गए और उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पानी की बौछार का भी इस्तेमाल किया, लेकिन इससे कार्यकर्ता और आक्रामक हो गए। कुछ ही देर बाद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता भी वहां पहुंच गए और आम आदमी पार्टी के प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं पर पत्थर फेंकने लगे कार्यकर्ताओं ने भी इसका जवाब पत्थरों से दिया। इस पत्थरबाजी मं कई लोग घायल हुए हैं।

चुनाव की उलटी गिनती शुरू, 31 मई से पहले नई सरकार

(मणिका सोनल)
नई दिल्ली (साई)। लोकसभा चुनावों की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है। इस बार लोकसभा चुनाव 7 अप्रैल से शुरू होंगे। वहीं सभी राज्यों में वोटों की गिनती 16 मई को होगी। 16 मई को पूरे देश में एक साथ वोटों की गिनती होगी और उसी शाम तक सारे नतीजों का ऐलान हो जाएगा। वहीं चुनाव के ऐलान के साथ आचार संहिता भी लागू हो गई है। यानि सरकार अब कोई बड़े फैसले की घोषणा नहीं कर सकती।
15वीं लोकसभा का कार्यकाल 31 मई को खत्म होगा। वहीं 31 मई से पहले 16वीं लोकसभा का गठन किया जाएगा। चुनाव में करीब 81.4 करोड़ मतदाता अपने अधिकार का इस्तेमाल करेंगे। पिछली बार के लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस बार 10 करोड़ मतदाता बढ़े हैं। फोटो वोटर स्लिप का पहली बार लोकसभा चुनाव में इस्तेमाल होगा। फोटो वोटर स्लिप में मतदान केंद्र की जानकारी होगी।
लोकसभा चुनावों में पहली बार ईवीएम में नोटा का विकल्प भी होगा। इस बार 7 अप्रैल से 12 मई तक कुल 9 चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे। 7 अप्रैल से शुरू होने वाले चुनावों का दूसरा चरण 9 अप्रैलतीसरा चरण 10 अप्रैलचौथा चरण 12 अप्रैलपांचवा चरण 17 अप्रैलछठा चरण 24 अप्रैलसातवां चरण 30 अप्रैलआठवां चरण 7 मई और आखिर एवं नौवां चरण 12 मई को होगा।
लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक ही दिन होंगे। आंध्र प्रदेश में लोकसभा चुनाव 30 अप्रैल और 7 मई को होंगे। गुजरात में लोकसभा चुनाव 30 अप्रैल को होंगे। हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव 7 मई को होंगेहरियाणा में 10 अप्रैलझारखंड में लोकसभा चुनाव 3 चरण में होंगे। कर्नाटक में लोकसभा चुनाव 17 अप्रैलमहाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव 3 चरण में 1017 और 24 अप्रैल को होंगे। मुंबई में लोकसभा चुनाव 24 अप्रैल को होंगे। ओडिशा में लोकसभा चुनाव 10 और 17 अप्रैलपंजाब में 30 अप्रैलराजस्थान में 17 और 24 अप्रैल को होंगे। तमिलनाडू में लोकसभा चुनाव 24 अप्रैल को होंगे।
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 6 चरणों में 101724 और 30 अप्रैल के अलावा 7 एवं 12 मई को होंगे। पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव 5 चरणों में 1724 और 30 अप्रैल के अलावा 7 और 12 मई को होंगे। उत्तराखंड में 7 मईदिल्ली में 10 अप्रैल और केरल में 10 अप्रैल को लोकसभा चुनाव होंगे। मणिपुर में लोकसभा चुनाव 9 और 17 अप्रैल को होंगे। मिजोरममेघालय और नागालैंड में लोकसभा चुनाव 9 अप्रैल को होंगे।
बिहार में लोकसभा चुनाव 6 चरणों में 10, 17, 24 और 30 अप्रैल के अलावा 7 और 12 मई को होंगे। जम्मू एंड कश्मीर में लोकसभा चुनाव 5 चरणों में 10, 17, 24, 30 अप्रैल के अलावा 30 मई को होंगे। नक्सलवादी इलाकों में चुनाव एक दिन में होंगे। चंडीगढ़ में 10 अप्रैल, दादरा नगर हवेली में 30 अप्रैल और छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव 10, 17 और 24 अप्रैल को होंगे। अंडमान, लक्षद्वीप में लोकसभा चुनाव 10 अप्रैल को होंगे। असम में लोकसभा चुनाव 7, 12 और 24 अप्रैल को होंगे। गोवा में लोकसभा चुनाव 17 अप्रैल को होंगे। अरुणाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव 9 अप्रैल को होंगे। पुड्डुचेरी में लोकसभा चुनाव 24 अप्रैल को होंगे।

जनता को कब तक भरमाएंगे सियासतदार . . .

(लिमटी खरे)
देश के अन्नदाता किसान की देश के ही हृदय प्रदेश में कमर टूटी पड़ी है। पिछले साल सोयाबीन की फसल का नुकसान हुआ, मुआवजे के लिए किसान अब तक दर-दर भटक रहा है। इस साल जब फसल पक गई उसी वक्त इंद्रदेव का कोप किसानों पर भारी पड़ा। पता नहीं किस वजह से इंद्रदेव नाराज हुए और किसानों की खड़ी फसल पर ओला पाला का कहर टूट पड़ा। दूबरे पर दो अषाढ़ की कहावत चरितार्थ करते हुए किसानों की टूटी कमर को सहलाने या तामीरदारी के लिए कोई आगे नहीं आया। कांग्र्रेस ने विधानसभा में अवश्य इस बात को रेखांकित किया। सिवनी जिले के केवलारी विधायक रजनीश हरवंश सिंह ने किसानों की बात वजनदारी से विधानसभा के पटल पर रखी। किसानों की हितैषी बनने वाली कांग्रेस ने जिले में अपना मौन नहीं तोड़ा है।
उधर, मंगलवार को सिवनी सहित प्रदेश के अनेक जिलों में गए सूबे के निजाम शिवराज सिंह चौहान ने गरजकर इस बात को कहा कि अगर केंद्र ने अध्ययनदल जल्द नहीं भेजा तो प्रदेश की भाजपा सहित वे अपने मंत्रियों के साथ 6 अप्रैल को अनशन पर बैठ जाएंगे। किसानों के सामने कही इस बात से शिवराज सिंह चौहान ने जमकर तालियां बटोरीं। ये तालियां उनके एक अच्छे प्रयास पर थीं।
आज चुनावों की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लग गई है। आचार संहिता में अब किसानों को शायद ही मुआवजा मिलने की बात पर चुनाव आयोग अपनी हरी झंडी दे। इसके पीछे यह वजह हो सकती है कि कहीं प्रदेशों में सत्तारूढ़ दल, मुआवजे की आड़ में मतदाताओं को लुभाने की कोशिश न की जाए। अगर ऐसा होता है तो किसानों को मुआवजा 16 मई के बाद ही मिल पाएगा। इस मामले में भी किसानों की किस्मत शायद दगा दे गई है।
आचार संहिता कब लगने वाली है इस बात के कयास पहले से ही लगाए जा रहे थे। आचार संहिता में नए कार्याें का भूमिपूजन, शिलान्यास आदि प्रतिबंधित होता है। इसके साथ ही साथ किसानों के मुआवजे के मामलों को भी ठण्डे बस्ते के हवाले ही कर दिया जा सकता है। भारतीय जनता पार्टी ने 6 अप्रैल को सिवनी बंद का आव्हान किया है। आज भी सिवनी सहित प्रदेश भर में माईक लगे रिक्शे, ऑटो से बंद का आव्हान किया जा रहा है।
क्या इस बात से जनसेवक और नेता अनजान हैं कि आचार संहिता के लगने के बाद केंद्र सरकार द्वारा किसी राज्य को मुआवजा दिया जा सकता है? जाहिर है इसका उत्तर नकारात्मक ही आने वाला है। केंद्र सरकार चाहकर भी कोई पैकेज अब नहीं दे सकती है। आने वाले दिनों में लोकसभा चुनाव हैं। चुनावों के उपरांत जनादेश का ऊंट किस करवट बैठेगा, यह बात तो भविष्य के गर्भ में है किन्तु किसानों की बदहाली पर सियासत कतई ठीक नहीं मानी जा सकती है। इन परिस्थितियों में बंद का औचित्य समझ से परे ही माना जा सकता है।
हमने इसके पहले भी 23 फरवरी को हुई ओलावृष्टि के बाद इस बात को लिखा था कि समय सीमा में ही फसल का सर्वे करवा दिया जाए और मुआवजे के प्रकरण भी टाईम फ्रेम में बांधकर तैयार करवा दिए जाएं। बारह दिनों बाद भी मामला जस का तस ही पड़ा हुआ है। शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कहा था कि केंद्र के सर्वेक्षण और अध्ययन दल को प्रदेश आकर फसलों की तबाही देखना चाहिए। अब आचार संहिता लग चुकी है। इन परिस्थितियों में अध्ययन दल शायद ही आने की जहमत उठाए।
अगर अध्ययन दल नहीं आता है, तो मान लेना चाहिए कि किसानों की फसलों का निरीक्षण कोई नहीं करने वाला है। इन परिस्थितियों में दबंगों द्वारा पटवारी जैसे अदने से सरकारी मुलाजिम पर दबाव बनवाकर अपनों को अगर रेवड़ी बटवां दी गई तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए। सिवनी आए शिवराज सिंह चौहान ने सूदखोरों से भी कर्ज वसूली और कर्ज पर ब्याज को स्थगित रखने की मांग कर डाली।
शिवराज सिंह चौहान की यह मांग आश्चर्य को ही जन्म दे रही है, क्योंकि सरकारी सिस्टम में तो सूदखोरों का कोई अस्तित्व ही नहीं है, फिर किस आधार पर प्रदेश के निजाम ने सूदखोरों से अपील कर डाली। वैसे सूदखोरी का लाईसेंस दिया जाता है। लाईसेंस धारी ब्याज का धंधा करने वालों को बैंक के ही मानिंद निर्धारित ब्याज पर रकम उधार देने का प्रावधान है। इस लिहाज से शिवराज सिंह चौहान का कथन सही माना जा सकता है, पर दूसरे अर्थों में देखा जाए तो गैर लाईसेंस धारी ब्याजखोरों द्वारा लोगों के एटीएम और दस्तखत की हुई चैकबुक भी अपने पास रखी हुई हैं। इन चैक बुक्स और एटीएम से वे पैसा निकाल लिया करते हैं।

इस आधार पर ग्रामीणों के दिलो दिमाग पर अब सूदखोर मतलब गैर लाईसेंसी सूदखोर की छवि ही बनी हुई है, जो निर्ममता पूर्वक अपनी रकम वसूलता है। अनिल कपूर अभिनीत चलचित्र तेजाबमें लोटिया पठान का कहना था कि लोटिया पठान जब देेता है तब चेहरा नहीं देखता और जब वापस लेता है तो मुरव्वत नहीं करता। इसी तर्ज पर गैर लाईसेंसी सूदखोर जनता को लूट रहे हैं। अब आचार संहित लागने के बाद किसानों के रिसते घावों पर मरहम शायद ही लग पाए। न तो अब केंद्र अपने अध्ययन दल को भेज पाएगा, और न ही कोई आर्थिक इमदाद ही राज्य को उपलब्ध करा पाएगा। इन परिस्थितियों में 6 अप्रैल के बंद के औचित्य पर प्रश्नचिन्ह लगना लाजिमी है।