रविवार, 13 अप्रैल 2014

माँ का बेटे से प्यार

माँ का बेटे से प्यार
(वरीयता श्रीवास्तव.)
हर माँ की ऑँख का तारा होता है
हर माँ की खुशी का कारण होता है
उसके दर्द से माँ की ऑँखें नम हो जाती है
उसकी जिद पे माँ का हृदय पिघल जाता है
यही होता है माँ का बेटे से प्यार
माँ एक दोस्त की तरह हमेशा साथ रहती है
माँ एक कवच की तरह हमेशा रक्षा करती है
माँ की खुशी का कारण होता है
माँ के दिल की धड़कन होता है
यही होता है माँ का बेटे से प्यार
माँ से जब होता है दूर तू
खो जाता है अपनी दुनियॉँ में तू
भूल जाता है माँ के प्यार को तू
तब भी तेरी एक आवाज पर
दौड़ी चली आती है
यही होता है माँ का बेटे से प्यार
तेरी हर गलती को माफ कर देती है
तेरी हरी खुशी को हस्ते-हस्ते स्वीकार करती है
यही होता है माँ का बेटे से प्यार
तुझे चोट न आए
तेरे ऊपर ऑँच न आए
तेरे ऊपर ऑँच न आए
तेरी ऑँखों में आंसू न आए
तुम्हें ऊपर उठाती है
तुम्हारा कवच बनी रहती है
तुम्हारे लिए ही उसका हृदय धड़कता है
यही होता है, माँ का बेटे से प्यार
यही होता है, माँ का बेटे से प्यार

जी.ए.डी.कालोनी,

सिवनी

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