सोमवार, 10 मार्च 2014

कहां है पचास लाख की बचत!

कहां है पचास लाख की बचत!

नगर पालिका के दावों की खुल रही है पोल
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)। नगर पालिका प्रशासन द्वारा इस साल, सवा पचपन लाख रूपए लाभ का बजट पेश किया गया। पालिका भले ही अपनी पीठ थपथपा रही हो पर उसके दावों की पोल बिजली विभाग के बकाया से खुद ब खुद खुलती दिख रही है।
ज्ञातव्य है कि 17 फरवरी को नगर पालिका परिषद के युवा एवं ऊर्जावान अध्यक्ष राजेश त्रिवेदी के नेतृत्व में संपन्न बैठक में पीआईसी से एक अरब 39 करोड़ 64 लाख 36 हजार रूपए की आय और एक अरब 39 करोड़ नौ लाख, बारह हजार, एक सौ रूपए के व्यय के साथ पचपन लाख 24 हजार, पांच सौ रूपए के लाभ की बात कही गई थी।
वहीं, दूसरी ओर बिजली विभाग के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि नगर पालिका परिषद पर लगभग पैंसठ लाख की देनदारी अभी बाकी है। सूत्रों ने बताया कि मुख्यालय जबलपुर से आए आदेश में सिवनी के अधीक्षण यंत्री को ज्यादा से ज्यादा वसूली के आदेश जारी किए गए हैं।
सूत्रों ने बताया कि इन्हीं आदेशों के मद्देनजर बिजली विभाग ने आधा दर्जन से ज्यादा बड़े बकायादारों को नोटिस जारी कर, बिजली के बिलों की बकाया राशि के भुगतान का नोटिस जारी किया है। सूत्रों की मानें तो बकाया न चुकाए जाने की दशा में बिजली काटने की बात भी नोटिस में कही गई है। इस फेहरिस्त में सबसे बड़े बकायादार के रूप में नगर पालिका परिषद का नाम सबसे ऊपर है।

पालिका पर है बड़ी देनदारी
सूत्रों ने आगे बताया कि नगर पालिका परिषद के पांच विभिन्न कनेक्शन्स पर 30 हजार 481 रूपए, 10 हजार 647 रूपए, 9 हजार 874 रूपए, 6 हजार 119 रूपए एवं 5 हजार 193 रूपए की देनदारी बाकी है। अगर बिल की राशि नहीं पटाई गई तो बिजली विभाग इनकी बत्ती गुल कर सकता है।

कहां गई लाभ के बजट की बात!

नगर पालिका परिषद पर लगभग पैंसठ हजार रूपए की देनदारी अभी बाकी है। बिजली विभाग के सूत्रों की बात अगर सच मान ली जाए तो नगर पालिका द्वारा अपनी पीठ थपथपाकर सवा 55 लाख के बजट की बात जो कही गई थी, वह बेमानी ही साबित होती दिख रही है।

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