शुक्रवार, 1 फ़रवरी 2013

कब होगा सांस्कृतिक आतंकवाद का खात्मा!


कब होगा सांस्कृतिक आतंकवाद का खात्मा!

(लिमटी खरे)

कमल हासन की फिल्म विश्वरूपम जबर्दस्त विवादों में है। आखिर क्यों हो रहा है विवाद! जब किसी चलचित्र का निर्माण किया जाता है तो साफ तौर पर इस बात को प्रदर्शित किया जाता है कि उसमें सारे पात्र काल्पनिक हैं, जिनका वास्तविक जीवन से लेना देना नहीं है। चलचित्र महज एक कहानी का हिस्सा है। हो सकता है वह कहानी शिक्षाप्रद हो या समाज में फैली कुरीतियों के विध्वंस में सहायक हो। वैसे अस्सी के दशक के उपरांत शिक्षाप्रद या समाज को दिशा और दशा देने वाली कहानियों पर आधारित फिल्में उंगलियों में ही गिनी जा सकती है। अगर विश्वरूपम में कोई आपत्तिजनक बात है तो उसकी जांच होना चाहिए, विडम्बना यही है कि भारत की लचर व्यवस्था में या तो जांच मिनटों में हो जाती है या फिर जांच के प्रतिवेदन आने तक जवान आदमी के बाल सफेद हो जाते हैं। सब कुछ सियासी लोगों की व्यक्तिगत रूचि पर ही निर्भर करता है।

भारत गणराज्य में कुछ भी संभव है। कलाकारों, पत्रकारों, साहित्यकारों की अभिव्यक्ति का गला जब तब बेरहमी से घोंट दिया जाता है। कभी किसी की सामाजिक मान्यताएं आहत होती हैं तो कभी धार्मिक भावनाओं पर कुठाराघात होता है। यह सब अस्सी के दशक के उपरांत ही तेजी से होना आरंभ हुआ है। भारत गणराज्य को विश्व में सबसे बड़ा और अच्छे लोकतंत्र का उदहारण माना जाता है, फिर भी इस भारत गणराज्य में अभिव्यक्ति की आजादी पर प्रश्नचिन्ह ही लगते आए हैं।
कितने आश्चर्य की बात है कि कमल हासन की विश्वरूपम गणतंत्र दिवस के एक दिन पूर्व 25 जनवरी को कनाडा और दुनिया के चौधरी अमरीका जैसे देशों में रिलीज होकर अच्छा प्रतिसाद पा रही है। इन देशों में किसी की भावनाएं आहत नहीं हो रही हैं। हो रही हैं तो भारत गणराज्य में। दरअसल, अब तो विरोध करना भी पैसा कमाने का साधन बन चुका है। सियासी लाभ हानी के समीकरणों के बीच विरोध प्रदर्शन कर लोग अपना उल्लू सीधा करने से नहीं चूक रहे हैं।
लगभग 95 करोड़ रूपए की बड़े बजट की यह फिल्म 25 जनवरी को ही कर्नाटक में रिलीज हुई। फर्स्ट डे फर्स्ट शो के बाद ही इस फिल्म पर बैन लगा दिया गया। कुछ मुस्लिम संगठनों द्वारा फिल्म के चंद दृश्यों को आपत्तिजनक बताया और फिल्म को तमिलनाड़ू में बैन कर दिया गया। यक्ष प्रश्न तो यह है कि पहले ही दिन पहले शो में फिल्म को पूरा देखने के साथ ही एसा क्या घटा कि उसका दूसरा शो ही नहीं होने दिया गया।
वस्तुतः फिल्म देखकर उसे समझकर कम से कम एक दो घंटे उस पर मनन करने, बहस करने के बाद ही कोई बैन लगाने की मांग करता! किन्तु यहां तो मानो माईंड पहले से ही सैट था। बनी बनाई मानसिकता के आधार पर कुछ लोग मानो इस फिल्म के रिलीज होने का ही इंतजार कर रहे थे। फिल्म का पहला शो दिखाया गया और इसे प्रतिबंधित करवा दिया गया। यह सब कुछ षणयंत्र का ही हिस्सा माना जा सकता है।
जब फिल्म को सैंसर बोर्ड ने पास कर दिया है तब इस पर आपत्ति का सवाल अपने आप में ही अनूठा माना जा सकता है। कमल हासन जैसे मंझे और वरिष्ठ कलाकार इस बात को भली भांति जानते हैं कि क्या दिखाना चाहिए और क्या नहीं? तालिबान के बारे में जो दिखाया गया है वह शायद फिल्म की कहानी की जरूरत हो सकती है।
इस फिल्म में जय ललिता के हठ का मामला अधिक दिख रहा है। कहा जा रहा है कि फिल्म के प्रसारण के सैटेलाईट अधिकार जया टीवी को देने की बात कही गई थी, पर जया टीवी द्वारा डीटीएच पर फिल्म दिखाने के अधिकार कोडियों में खरीदे जा रहे थे। बाद में कमल हासन ने यह समझौता स्टार विजय के साथ कर दिया।
कहा जा रहा है कि मुस्लिम संगठनों को लग रहा है कि इस फिल्म में उनके समुदाय की छवि को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। इसी आधार पर इस फिल्म को प्रतिबंधित करने की मांग जोर पकड़ रही है। कहा जा रहा है कि विश्वरूपम एक शख्स विश्वनाथ (कमल हासन) की कहानी है। वह संदिग्ध आदमी है। वह अतीत में आतंकवादी उमर (राहुल बोस) का करीबी रह चुका है। कहानी में मोड़ आता है। आतंकवादी एक सीजियम बम में विस्फोट करना चाहते हैं और अधिकारी इसे डिफ्यूज करना। यह बम न्यू यॉर्क को तबाह कर सकता है। कर्नाटक में जिन लोगों ने यह फिल्म देखी, उनकी प्रतिक्रिया से लगता है कि आतंकवादी हैदराबाद के पुराने शहर को छिपने के लिए इस्तेमाल करते हैं। इस इलाके में मुसलमान बड़ी संख्या में रहते हैं।
देखा जाए तो कमल हासन और विवादों का चोली दामन का साथ रहा है। 2000 में उनकी फिल्म हे राम, 2008 में दशावतार भी विवादित हुई थी। कमल हासन वैसे तो एक मंझे और सुलझे हुए कलाकार हैं पर दक्षिण भारत में उनका जलजला वाकई में देखने लायक है। हाल ही में उन्होंने एक धोती वाले तमिल को देश के प्रधानमंत्री की कुर्सी पर देखे जाने की वकालत की थी। संभवतः उनका इशारा पलनिअप्पम चिदम्बरम की ओर था एवं यही बात उनके लिए घातक साबित हो गई। इसके साथ ही साथ करूणानिधि के साथ मंच साझा करना भी कमल हासन के लिए खतरे की घंटी ही साबित हुआ है।
रूपहले पर्दे पर अनेक फिल्में विवादों में रही हैं। वर्ष 2011 में सिंघम फिल्म के डायलॉग्स की वजह से विवाद खड़ा हुआ, कर्नाटक के कई इलाकों में ये फिल्म रिलीज नहीं हो पाई। इसी साल आरक्षण फिल्म को उत्तर प्रदेश और पंजाब में प्रतिबंधित किया गया। इसके पहले 2010, फिल्म माई नेम इज खान, शिवसेना ने इस फिल्म पर महाराष्ट्र में जमकर हंगामा किया, थियेटरों में तोड़ फोड़ की गई थी।
विवादों के नाम पर वर्ष 2009 में आई फिल्म बिल्लू, सैलून और पार्लर एसोसिएशन के विरोध के बाद फिल्म के नाम से बार्बर शब्द हटाया गया। जोधा-अकबर जो कि साल 2008 में आई थी। इस फिल्म का राजस्थान की कर्णी सेना ने विरोध किया और विश्व हिंदू संगठन ने भी बवाल मचाया था।
इसके पहले 2007 में आई फिल्म परजानिया, गुजरात दंगों पर बनी फिल्म के गुजरात में प्रदर्शन पर रोक लगी। वर्ष 2006 में फिल्म फना, गुजरात में फिल्म पर प्रतिबंध लगाया गया। 2005 में आई फिल्म वाटर, विधवाओं की जिंदगी पर बन रही फिल्म की वाराणसी में हो रही शूटिंग को बीच में ही रोकना पड़ा। इतना ही नहीं 2005 की फिल्म जो बोले सो निहाल को पंजाब में सिख संगठनों का विरोध झेलना पड़ा था उस वक्त आरोप था कि सिख्ख समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत की जा रही हैं।
इस तरह अपने अपने स्वाभिमान, सम्मान, धर्म, संप्रदाय, जाति, भाषा, क्षेत्र आदि को लेकर रूपहला पर्दा सदा से ही लोगों के निशाने पर रहा है। अब यक्ष प्रश्न यह आन खड़ा है कि आखिर आजाद भारत गणराज्य में कब तक सांस्कृतिक आतंकवाद को प्रश्रय दिया जाएगा। आखिर कब देश का आम आदमी यह कह सकेगा कि वह आजाद है कब मिलेगी आम आदमी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता! (साई फीचर्स)

सत्ता के हस्तांतरण का फायदा उठाया कांग्रेस ने


लाजपत ने लूट लिया जनसंपर्क ------------------46

सत्ता के हस्तांतरण का फायदा उठाया कांग्रेस ने

(आकाश कुमार)

नई दिल्ली (साई)। भारतीय जनता पार्टी की मध्य प्रदेश इकाई के लिए वर्ष 2013 के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों हेतु खतरे की घंटी बज चुकी है। 2003 में दस साल के सियासी वनवास की घोषणा करने वाले राजा दिग्विजय सिंह का वनवास भी पूरा होने को है। कांग्र्रेस ने बड़ी ही चतुराई से शिवराज सिंह चौहान और भाजपा को मामाबनाते हुए अफसरशाही को एक बार फिर अपने कब्जे में ले लिया है।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में बड़े ही नाटकीय तरीके से भाजपा के तत्कालीन निजाम प्रभात झा को शिवराज सिंह चौहान ने हटवाकर नरेंद्र सिंह तोमर को प्रदेश का सर्वेसर्वा बनवा दिया है। इधर प्रदेश में पार्टी का अध्यक्ष बदला तो वहीं दूसरी ओर केंद्रीय राजनीति में भी जमकर उठापटक हुई और वहां भी कमान नितिन गड़करी के स्थान पर राजनाथ सिंह के पास आ गई।
इन दोनों ही जगहों पर सत्ता के हस्तांतरण का पूरा पूरा लाभ कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में उठाया है। हालात देखकर लगने लगा है कि कांग्रेस ने बड़ी ही चतुराई के साथ मध्य प्रदेश में अफसरशाही को अपने साथ मिला लिया है। मध्य प्रदेश में भाजपा का शासन है पर अफसरशाही के बेलगाम घोड़े जिस तरह दौड़ रहे हैं उससे लगने लगा है कि एमपी में भाजपा का नहीं वरन कांग्रेस का शासन है।
इस साल गणतंत्र दिवस पर ना तो मध्य प्रदेश की झांकी, ना ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों में एमपी की भागीदारी और ना ही शिवराज मामा के एक भी बहादुर भांजे भांजी को वीरता का पुरूस्कार मिला। भाजपा के नेशनल हेडक्वार्टर में अंदरखाने से छन छन कर बाहर आ रही खबरों के अनुसार भाजपा के लिए यह चुनावी साल था एमपी में और इस चुनावी साल में ही शिवराज सिंह चौहान अपने प्रबंधन में फेल्युअर साबित हुए हैं।
मध्य प्रदेश के वीर बच्चों के पुरूस्कार ना पाने के लिए गृह विभाग झांकी के लिए जनसंपर्क विभाग और कल्चरल कार्यक्रम ना हो पाने के लिए संस्कृति विभाग के अफसर पूरी तरह जिम्मेदार हैं। इसके साथ ही साथ मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव कार्यालय और दिल्ली स्थित आवासीय आयुक्त कार्यालय भी इसके लिए जिम्मेदार माना जा सकता है। भाजपा के सूत्रों का कहना है कि शिवराज सिंह चौहान की एमपी गर्वमेंट की लाजवाब स्कीम्स का अगर गणतंत्र पर प्रचार प्रसार हो जाता तो इसका लाभ इस साल होने वाले विधानसभा और अन्य चुनावों में भाजपा को पूरी तरह मिल सकता था।

पवन बंसल की पेशकश: चूहा बिरयानी!


पवन बंसल की पेशकश: चूहा बिरयानी!

(जलपन पटेल)

अहमदाबाद (साई)। रेल मंत्री पवन बंसल ने बड़ी ही चतुराई से रेल बजट के चंद दिन पहले ही रेल भाड़ा बढ़ाया और अब भारतीय रेल ने मांसाहारी भोजन में चूहा बिरयानी पेश की है, वह भी अघोषित तौर पर। जी हां, यह सच है, भारतीय रेल अभी तक भारत सरकार से उलट मानसिकता रखती आई है। भारत सरकार अण्डे को शाकाहारी बताती है तो भारतीय रेल के पैन्ट्री के मेन्यू में अण्डा मांसाहारी है।
रेल्वे के सूत्रों ने समाचार एजेसंी ऑफ इंडिया को बताया कि गुजरात के वलसाड़ के रहने वाले एक परिवार को ट्रेन में एक ऐसा अजीब व्यंजन परोसा गया कि वे हत्प्रभ रह गए। वैष्णो देवी यात्रा से लौट रहे गुजरात के एक परिवार को सर्वाेदय एक्सप्रेस ट्रेन में चूहा बिरयानी परोसी गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पेशे से शिक्षक निलेश पटेल अपनी पत्नी वीणा और दो बच्चों के साथ वैष्णो देवी यात्रा के बाद सर्वाेदय एक्सप्रेस से अपने घर वसलाड़ लौट रहे थे। ट्रेन की पैन्ट्री में उन्होंने तीन वेज बिरयानी ऑर्डर किया। एक बिरयानी को उन्होंने अपने दोनों बच्चों से शेयर करने को कहा।
जैसे ही उनके सात साल के बेटे मोनिक ने बिरयानी में चम्मच डाला, उसने कुछ भारी चीज को रुकावट के तौर पर महसूस किया। जब निलेश पटेल ने अपने बेटे की मदद करने की कोशिश की तो उन्होंने पाया कि बिरयानी के साथ एक चूहा भी पकाया गया है। वैष्णो देवी से लौट रहे करीब 300 श्रद्धालुओं ने ट्रेन में वेज बिरयानी ऑर्डर किया था।
इस घटना के बाद गुस्साए पैसेंजरों ने ट्रेन स्टाफ को इस घटना से अवगत कराया। एक वेटर ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बची हुई बिरयानी फेंकने की कोशिश की लेकिन पैसेंजरों ने अपने मोबाइल के कैमरों में इस घटना को कैद कर लिया। मामले के तूल पकड़ने पर रेलवे पुलिस को इसमें हस्तक्षेप करना पड़ा। निलेश पटेल ने ट्रेन के पैन्ट्री मैनेजर से घटना की शिकायत की, जिसके बाद उसने इस घटना पर लिखित में माफी मांगी और किसी भी यात्री को फूड पॉयजनिंग होने पर जिम्मेदारी लेने की बात कही।

भारत गणराज्य में पाकिस्तान का पाठ!


भारत गणराज्य में पाकिस्तान का पाठ!

(निधि गुप्ता)

मुंबई (साई)। भारत ऐसा देश है, जहां पर ह्यूमन राइट्स की स्थिति ठीक नहीं है ...भारतीय सेना और पुलिस जाति-धर्म के आधार पर भेदभाव करती है। यह सब कुछ पाकिस्तान या इस्लामी देश के किसी मदरसे में नहीं, बल्कि मुंबई यूनिवर्सिटी में पढ़ाया जा है। यूनिवर्सिटी के अंडर ग्रैजुएट कोर्स के फाउंडेशन कोर्स-2 में पढ़ाई जा रही एक किताब में यह कॉन्टेंट मौजूद है। हैरान हो गए ना आप? लेकिन यह सच है। आपको यह जानकर हैरानी होगी यह कॉन्टेंट पाकिस्तान की डिफेंस वेबसाइट से कॉपी किया गया है।
एक निजी समाचार चेनल ने प्रफेसर माइकल वाज़ की किताब में आपत्तिजनक कॉन्टेंट होने के बारे में 18 जनवरी को रिपोर्ट दिखाई थी। इस किताब में सांप्रदायिक रूप से बेहद संवेदनशील कॉटेंट था। मगर वाज़ अब कह रहे हैं कि उन्हें नहीं मालूम था कि उनकी किताब में जो कॉन्टेंट है, वह पाकिस्तानी साइट्स से लिया गया हैं। वहीं दूसरी ओर कई राजनीतिक दल मन्नान प्रकाशन से पब्लिश हुई इस किताब का विरोध कर रहे हैं। बीजेपी नेताओं संजय केलकर और संतोष पछलाग ने 18 जनवरी को इस किताब की प्रतियां जला दी थीं।

लोकपाल विधेयक को कैबनेट ने किया पास


लोकपाल विधेयक को कैबनेट ने किया पास

(महेश)

नई दिल्ली (साई)। केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने कल लोकपाल और लोकायुक्त विधेयक-२०११ में संशोधनों को मंजूरी दे दी। राज्यसभा की प्रवर समिति के प्रस्तावित १६ संशोधनों में से सरकार ने भ्रष्टाचार निरोधक विधेयक में १४ संशोधनों के प्रति सहमति दे दी है। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री वी. नारायणसामी ने कहा कि मंत्रिमंडल, लोकपाल द्वारा भेजे गए मामले की जांच करने वाले सीबीआई अधिकारी के स्थानांतरण के लिए लोकपाल की पूर्व स्वीकृति लेने के प्रवर समिति के सुझाव के पक्ष में नहीं है। उन्होंने कहा कि विधेयक पारित हाने के ३६५ दिनों के अंदर राज्यों को लोकायुक्त विधेयक पास करना ही होगा।
 उन्होंने कहा कि धारा ६३ के अंतर्गत यह प्रावधान जोड़ा जाना है कि संसद में लोकपाल विधेयक पारित होने के ३६५ दिनों के अंदर राज्यों को लोकायुक्त विधेयक पास करना ही होगा। मंत्रिमंडल ने उस प्रस्ताव पर भी सहमति नहीं दी, जिसमें कहा गया है कि लोकपाल की जांच का सामना कर रहे अधिकारी को प्रारंभिक जांच के चरण में अपनी बात कहने के अवसर नहीं दिये जाएं। श्री नारायणसामी ने कहा कि मंत्रिमंडल ने लोकायुक्तों की नियुक्ति को लोकपाल विधेयक से अलग करने की सिफारिश को मान लिया है।

आयकर ने की पूर्ति से पूछताछ


आयकर ने की पूर्ति से पूछताछ

(आशीष कौशल)

नागपुर (साई)। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी से पूर्ती ग्रुप में कथित रूप से निवेश के मामले की जांच के सिलसिले में आयकर अधिकारियों ने कल चार घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। नागपुर के सदर क्षेत्र में आयकर निदेशक-अन्वेषण, गीता रविचंद्रन ने यह पूछताछ की।
पूर्ती ग्रुप और कुछ अन्य कंपनियों में किए गए निवेशों और श्री गडकरी के व्यक्तिगत सौदों के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में उनके प्रतिनिधि आयकर विभाग को २५ पृष्ठ का दस्तावेज पहले ही सौंप चुके हैं। श्री गडकरी ने कुछ भी गलत किए जाने के आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि वे कुछ समय पहले पूर्ती ग्रुप से त्यागपत्र दे चुके हैं। 

फिर से बारिश ओले की संभावनाएं


फिर से बारिश ओले की संभावनाएं

(शरद)

नई दिल्ली (साई)। एक बार फिर ओले और बारिश के लिए तैयार हो जाइए। तीन समुद्रों मेडिटेरैनियन, कैस्पियन और ब्लैक सी से उठा मजबूत वेस्टर्न डिस्टर्बेंस तेजी से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की ओर बढ़ रहा है। गुरुवार को यह जम्मू-कश्मीर से 1500 किलोमीटर की दूरी पर था और 500 किलोमीटर प्रतिदिन की रफ्तार से इस ओर बढ़ रहा है।
मौसम विभाग के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि 2 फरवरी की रात तक यह नॉर्थ पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर के कुछ इलाकों में पहुंच जाएगा। इसके पहुंचने से पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी होगी, जबकि दिल्ली सहित मैदानी इलाके पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व राजस्थान में ओलों के साथ-साथ 2 से 6 फरवरी के बीच बारिश होगी। 4 और 5 फरवरी को पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश होगी।
इसका असर मैदानी इलाकों पर भी पड़ेगा। इस दौरान कोहरा भी रहेगा। स्वामी के मुताबिक, 7 से 10 फरवरी तक पाकिस्तान और अफगानिस्तान की ओर से सर्द हवाएं चलेंगी। इन हवाओं के कारण न्यूनतम तापमान गिरकर 5 और 6 डिग्री तक नीचे चला जाएगा।
मौसम के इस बदलाव के लिए वेस्टर्न डिस्टर्बेंस को जिम्मेदार बताया जा रहा है। ईरान और इराक से आगे मेडिटेरैनियन, कैस्पियन और ब्लैक सी हैं। ये तीनों आसपास पड़ते हैं। समुद्री इलाके होने के कारण यहां गर्मी और नमी रहती है। कम दबाव के कारण इन समुद्रों की ओर ठंडी हवाएं चलती हैं। गर्म और ठंडी हवाओं के मिलने से यहां हवाएं नमी लेकर ऊपर की ओर उठने लगती हैं। फिर चक्रवात का रूप ले लेती हैं। ये चक्रवाती हवाएं पाकिस्तान होते हुए जम्मू-कश्मीर की ओर बढ़ती हैं।

इंदौर : बालिका वधू बनने से बची नौवीं की छात्रा


बालिका वधू बनने से बची नौवीं की छात्रा

(विजय सिंह राजपूत)

इंदौर (साई)। प्रशासन और पुलिस के वक्त रहते हरकत में आने से 15 वर्षीय लडकी आज यहां बालिका वधू बनने से बच गयी। इस लडकी का गैर कानूनी बाल विवाह रुकवा दिया गया और दूल्हे व बारातियों को चेतावनी देकर लौटा दिया गया। महिला और बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी (ग्रामीण) जय श्रीवास्तव ने बताया कि महकमे के दल ने पुलिस की मदद से बिचौली मर्दाना क्षेत्र में कक्षा नौ की छात्रा हंसा की शादी रुकवा दी।
विभाग को उसके बाल विवाह को लेकर कल रात शिकायत मिली थी। उन्होंने बताया कि हंसा को उसके परिजन रिश्तेदारों की मदद से शादी के बंधन में बांधने जा रहे थे। बारातियों के साथ दूल्हा उसके घर पहुंच चुका था और आज शाम को ही वह फेरों की रस्म निभाने वाली थी। बहरहाल, श्रीवास्तव ने बताया कि जब हंसा के परिवारवालों से उसकी उम्र को लेकर पूछताछ की गयी, तो वे ऐसा कोई दस्तावेज मुहैया नहीं करा सके जिससे साबित होता हो कि वधू की उम्र 18 वर्ष है।
श्रीवास्तव के मुताबिक जब लडकी के स्कूल से उसकी जन्मतिथि की जानकारी ली गयी, तो पता चला कि उसकी उम्र महज 15 वर्ष है। उन्होंने बताया कि हंसा का बाल विवाह रुकवाते हुए वर तथा वधू पक्ष के लोगों को चेतावनी देकर छोड दिया गया। इससे पहले, लडकी के पिता रामप्रसाद ने अधिकारियों को लिखकर दिया कि वह तब तक अपनी बेटी को विवाह के बंधन में नहीं बांधेंगे, जब तक वह पूरे 18 बरस की नहीं हो जायेगी। देश में 21 वर्ष से कम उम्र के लडके और 18 साल से कम आयु की लडकी की शादी बाल विवाह की श्रेणी में आती है, जो कानूनन अपराध है। बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के तहत दोषी को दो वर्ष तक के सश्रम कारावास अथवा एक लाख रुपये तक के जुर्माने या दोनों सजाओं का प्रावधान है।

सलमान को हो सकती है दस साल की जेल


सलमान को हो सकती है दस साल की जेल

(दीपक अग्रवाल)

मुंबई (साई)। सलमान खान पर लगे काले हिरण के शिकार का आरोप अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब हिट एण्ड रन मामला सामने आ गया। साल 2002 के हिट एंड रन मामले में बृहस्पतिवार को मजिस्ट्रेट कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार की याचिका स्वीकार कर उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला चलाने का आदेश दिया है।
वर्तमान में 47 वर्षीय सलमान के खिलाफ धारा 304 (1) के तहत लापरवाही से ड्राइविंग का मामला चल रहा है, जिसकी अधिकतम सजा दो साल है। मगर गैर इरादतन हत्या के मामले में धारा 304 (2) के तहत सलमान को दस साल की अधिकतम सजा हो सकती है।
अपराध की गंभीरता को देखते हुए मजिस्ट्रेट ने 11 फरवरी को सलमान को बांद्रा कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है। सलमान के वकील एडवोकेट दीपेश मेहता ने बताया कि सलमान को सेशन कोर्ट के समक्ष 11 फरवरी को पेश होना होगा। एडवोकेट मेहता ने यह भी कि सलमान इस आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करेंगे।
सलमान पर पहले भी इस मामले में धारा 304 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया था। मगर बाद में बांबे हाई कोर्ट ने इसे बदलकर उनके खिलाफ धारा 304 ए (लापरवाही भरी ड्राइविंग) के तहत मामला दर्ज करने को कहा था। इस साल की शुरुआत में पुलिस ने अपील की थी कि सलमान के खिलाफ ज्यादा गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाए।
28 सितंबर, 2002 को सलमान खान ने बांद्रा की एक बेकरी में कथित तौर अपनी टोयोटा लैंड क्रूजर घुसा दी थी। इस दौरान बेकरी के बाहर फुटपाथ पर सो रहे एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि चार गंभीर रूप से घायल हो गए थे। हालांकि सलमान के खिलाफ मामले की सुनवाई शुरू होने में चार साल लग गए और 2006 में बांद्रा मजिस्ट्रेट कोर्ट में सुनवाई शुरू हो सकी। इस बीच पुलिस पर भी आरोप लगे कि उन्होंने सलमान को बचाने के लिए जानबूझकर सुबूतों के साथ छेड़छाड़ की और मामले को लटकाए रखा।

सिवनी : मछली पालन बना फायदे का सौदा


मछली पालन बना फायदे का सौदा

(एस.के.खरे)

सिवनी (साई)। कहते हैं कि दुनिया में कोई भी कुछ सीखकर नहीं आता, दुनिया खुद ही सब कुछ सिखा देती है, और ये बात केवल दुनियादारी पर ही नहीं, कमाने-खाने की कारीगरी पर भी लागू होती है। कुछ ऐसा ही सिवनी जिले के केवलारी ब्लॉक की मछुआ सहकारी समिति रूमाल से जुडे मछुआरों के साथ हुआ।
इस समिति को जिला पंचायत सिवनी के माध्यम से ११३ हैक्टेयर रकबे का रूमाल ङ्क्षसचाई जलाशय मछली पालने के लिये १० वर्षीय पट्टे पर मिला है। समिति से जुडे मछुआरे मछली बीज संचय के लिये शासकीय मत्स्य बीज प्रक्षेत्रों से ङ्क्षफगरङ्क्षलग खरीद कर इस जलाशय में डालते थे, जिससे उन्हें काफी बडी राशि खर्च करनी पडती थी। ये समिति मछली बेचकर वैसा मुनाफा नहीं कमा पा रही थी, जैसी उनकी उम्मीद और लालसा थी। कम मछली उत्पादन से मछुआरे बेहद परेशान और हताश भी थे। पर अब ऐसा बिल्कुल नहीं रहा।
इस मछुआ समिति ने हाल ही में स्वंय मत्स्य बीज उत्पादन और संवर्धन का कार्य सीखकर खुद ही मत्स्य बीज (ङ्क्षफगरङ्क्षलग) का उत्पादन किया और उत्पादित मछली बेचकर करीब ५० हजार रूपये का शुद्व मुनाफा कमाया, साथ ही अश्छे किस्म का नया मछली बीज भी पैदा किया है।
ये मछुआ समिति हताशा से भरे उस पुराने दौर से नई उम्मीदों और उमंग से भरे इस नये दौर में यूं ही नहीं पहुंची। समिति ने कडी मेहनत व प्रशिक्षण से ये मुकाम हासिल किया है। मछुआ सहकारी समिति रूमाल के अध्यक्ष श्री किसनलाल ङ्क्षसगराहा ने बताया कि हताशा के उस दौर में उन्हें मछली पालन विभाग की आत्मा योजना में मछुआ प्रशिक्षण कार्यक्रम का बडा सहारा मिला। वे बताते हैं कि कम उत्पादन से परेशान होकर हम सभी मछली पालन विभाग के अधिकारियों से मिले। अधिकारियों ने मछुआरों की समस्या सुनकर समिति के सभी सदस्यों को प्रदेश के बाहर खुरेलाभाटा, जिला दुर्ग (छत्तीसगढ) एवं प्रदेश के अंदर एशिया के सबसे बडे मत्स्य बीज प्रक्षेत्र पौण्डी, मैहर (जिला सतना) में प्रशिक्षण दिलाया गया। जिससे सभी मछुआरों को मछली पालने का खासा अनुभव प्राप्त हुआ। हम सब ने अश्छी प्रजाति का मछली बीज स्वंय पैदा करना शुरू कर दिया। हमारी मेहनत रंग लाई, उत्पादन बढा तो मुनाफा भी बढा। अब हमारी समिति गांव से लगे दूसरे गांव के मछुआरों को भी प्रशिक्षण देती है और मछली बीज के संवर्धन का कार्य भी करती है। मछली बीज के संवर्धन कार्य से क्षेत्र के लगभग ३० मछुआरों को रोजगार मिल रहा है और हमारी समिति से जुडे मछुआरे अब केवल स्पान लाकर स्वंय की नर्सरी में मत्स्य बीज संवर्धन कर तालाबों में बीज संचयन का कार्य कर रहे हैं। जिससे हर मछुआरे को ५ से १० हजार रूपये तक की अतिरिक्त आमदनी हो रही है। मत्स्योद्योग विभाग के उपसंचालक श्री रवि गजभिये बताते है कि मछली पालने का आधुनिक प्रशिक्षण पाकर मछुआरों में निरूसंदेह दक्षता संवर्धन हुआ है। जिला आत्मा परियोजना के माध्यम से इस वर्ष बीस मछुआरों को प्रशिक्षण दिलाया गया है। उन्होंने बताया कि स्पान उत्पादन के क्षेत्र में सिवनी जिले का पूरे प्रदेश में दूसरा स्थान है। 

सिवनी में पहली बार दूधिया रौशनी में क्रिकेट का आयोजन


सिवनी में पहली बार दूधिया रौशनी में क्रिकेट का आयोजन

(काबिज खान)

सिवनी (साई)। बॉयज क्रिकेट क्लब के द्वारा आयोजित मिशन गोल्ड कप क्रिकेट प्रतियोगिता के सफल आयोजन के बाद सिवनी जिले में चारोतरफ क्रिकेट प्रतियोगिताओ का आयोजन क्रिकेट क्लब एवम आयोजन समितियों द्वारा कराया जा रहा हे जो की एक सराहनीय प्रयास है  इन आयोजनों में सभी चेत्र के क्रिकेट प्रेमी खिलाडी बढचढ़ कर हिस्सा ले रहे हे ऐसा लग रहा हे की अभीतक की सबसे लम्बे समय तक चलने वाली प्रतियोगिता मिशन गोल्ड कप जिसमे सम्पूर्ण भारत की लगभग 100 टीमो  ने भाग लिया था के सफल आयोजन के बाद सिवनी जिला जो की सभी विधाघ् की प्रतियोगिता में मेजबानी करने में सम्पूर्ण देश में जाना जाता रहा हे एक बार फिर क्रिकेट प्रतियोगिताओ के आयोजनों में पहचाने जाना लगा हे !
सफल आयोजनों के इसी तारतम्य में गणतंत्र दिवस की 64 वी  वर्षगाठ के मोके पर रन क्रिकेट क्लब के सदस्यों द्वारा नगरीय सीमा से  लगे हुए मंडला रोड अमझिरिया छेत्र  में  स्ट्रीट लाइट की दूधिया रौशनी में  रात्रिकालीन क्रिकेट प्रतियोगिता रन गोल्ड कप का आयोजन किया जा रहा हे जिसमे सम्पूर्ण सिवनी जिले की 64 टीमो ने भाग लिया प्रतियोगिता में भाग लेने वाली टीमो को कडकडाती हुई ठण्ड में पहलीबार दूधिया रौशनी में  रात्रिकालीन क्रिकेट प्रतियोगिता खेलने का मोका मिला इस सफल रात्रिकालीन आयोजन को एवं आयोजन समिति के प्रथम प्रयास को  सभी टीमो एवं क्रिकेट क्लबो के सदस्यों द्वारा  सराहा  जा रहा हे जिसका सबूत हे की पिछले दिनों में इस वर्ष की अब तक की सबसे तेज़ ठण्ड का सामना जिलेवासियो को करना पड़ा लेकिन अबतक की सबसे ज्यादा पड़ने वाली  कड़ाकेदार ठण्ड भी क्रिकेट की गर्मी  के सामने कमज़ोर दिखी और देर रत तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में जिले के कोने कोने से आने वाली टीमो ने  भाग लिया वही दूसरी ओर  सेकड़ो की तादात में पहुचकर दर्शको ने भी प्रतिदिन सगितमय क्रिकेट का आनन्द उठा रहे हें! 
आठ आठ ओवरों के इस दूधिया रौशनी में खेले जाने वाले  रात्रिकालीन क्रिकेट प्रतियोगिता के नए फार्मेट में प्रतिदिन आयोजन समिति द्वारा पाच मेच खिलाय  जाते हे प्रतियोगिता के सेमी फ़ाइनल और फ़ाइनल मेच 2 फ़रवरी को आयोजित होंगे आयोजन समिति के संयोजक अब्दुल काबिज़ खान अध्यक्ष अब्दुल अहेद उपाध्यक्ष आरिफ खान सचिव महेन्द्र जाट सचिव हर्ष यादव मुख्य कार्यकर्त्ता  अतीक खान  बाबू बिजली शमीम खान एवं रन क्रिकेट क्लब  के  सदस्यों द्वारा क्रिकेट प्रेमी एवम  जिले की जनता से अपील करती हे की 2 फरवरी को शाम  7 बजे  मंडला रोड स्थित रन ग्राउंड पहुचकर प्रतियोगिता के समापन समारोह को एवं आयोजन समिति के इस प्रथम प्रयास को सफल  बनाय !

कैथल : पुलिस के कब्जे से 3 कैदी फरार! संतरी हुआ गिरफ्तार


पुलिस के कब्जे से 3 कैदी फरार! संतरी हुआ गिरफ्तार

(राजकुमार अग्रवाल)

कैथल (साई)। पुलिस के कब्जे से 3 हवालाती फरार होने से पुलिस में हड़कंप मच गया। जिस कारण से ड्यूटी में लापरवाही बरतने के कारण थाना सदर के आरोपी संतरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उल्लेखनीय यह है कि सीआईए पुलिस के एएसआई अजीत राय द्वारा गत सांय पाड़ला रोड से लूट की योजना बनाते हुए तीन युवकों को गिरफ्तार किया था। जिसमें पानीपत के सनोली रोड निवासी सन्नी, कैथल के शिव कालोनी निवासी शिव कुमारएवं जींद के गांव कारखाना निवासी अनिल कुमार को काबू कर लिया गया था। तीनों को बुधवार सांय थाना सदर में स्थित हवालात में बंद किया गया था। पुलिस द्वारा इन्हें वीरवार को न्यायालय में पेश किया जाना था। जहां से वे रात को फरार हो गए। सुबह इस मामले की सूचना मिलते ही थाने में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही पुलिस उपाधीक्षक टेकनराज सहित एसएचओ महावीर सिंह, सीआईए प्रभारी राजकुमार, थाना सिविल लाईन प्रभारी अश्वनी शर्मा भी मौके पर पहुंचे तथा पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। डीएसपी टेकनराज के अनुसार तीनों आरोपी संतरी द्वारा ताला लगाने में हुई लापरवाही का फायदा उठाकर फरार हुए हैं। चांद राम संतरी ने रात को कुंडी लगाकर उसके नीचे ही ताले को लगा दिया तथा कुंडी को ताले के ऊपर गलती से बंद कर दिया। जिस कारण सही ढंग से ताला नहीं लग पाया तथा देर रात को तीनों हवालाती फरार हो गए। सुबह सूचना मिलते ही इस मामले में तथ्यों की जांच की गई। जिसमें लापरवाही बरतने के कारण संतरी चांद राम के खिलाफ ड्यूटी में लापरवाही बरतने का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। फरार तीनों हवालातियों की धर पकड़ के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है। तीनों को शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उधर मिली जानकारी के अनुसार  आरोपी गुरमीत सिंह के खिलाफ चोरी के करीब ९ मामले, सन्नी के खिलाफ चोरी के सात मामले एवं जींद के गांव कारखाना निवासी अनिल कुमार के खिलाफ हत्या के आरोप में मामला दर्ज है।

कैथल : उपायुक्त ने की मुख्यमंत्री की घोषणाओं की समीक्षा


उपायुक्त ने की मुख्यमंत्री की घोषणाओं की समीक्षा

(ब्यूरो कार्यालय)

कैथल (साई)। उपायुक्त श्री चंद्रशेखर ने लघु सचिवालय स्थित सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए माननीय मुख्यमंत्री द्वारा की गई विभिन्न विकास कार्यों की घोषणाओं की समीक्षा की। उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को इन घोषणाओं के बारे में आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
उपायुक्त ने जिला में हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के माध्यम से किए जाने वाले विकास कार्यों की समीक्षा की। इन विकास कार्यों में विभिन्न गांवों में खरीद केंद्रों की मुरमत के साथ-साथ विभिन्न गांवों की पहुंच सड़क ों का निर्माण कार्य शामिल है। इसके अतिरिक्त सिंचाई विभाग की शिमला माईनर के विस्तार की घोषणा के कार्य की भी समीक्षा की गई। स्थानीय सैक्टर 21 में बनने वाले श्री छोटू राम इंडोर स्टेडियम की भी समीक्षा की गई, जिसका शिलान्यास मुयमंत्री द्वारा सितंबर 2012 में किया गया था। उन्होंने मुयमंत्री घोषणा से संबंधित सभी विभागों के अधिकारियों को इन विकास कार्यों पर तेजी से अमल करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त श्री दिनेश सिंह यादव, उपमंडलाधीश कैथल हवा सिंह एवं उपमंडलाधीश गुहला अरविंद शर्मा, जिला राजस्व अधिकारी राजबीर धीमान, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राजेश कोथ सहित संबंधित विभाग के उच्चाधिकारी मौजूद रहे। 

मुजफ्फरनगर : तस्मिया स्कूल में सेमिनार का आयोजन


तस्मिया स्कूल में सेमिनार का आयोजन

(सचिन धीमान)

मुजफ्फरनगर (साई)। तस्मिया जूनियर हाई स्कूल में माईनोरिटी वेलफेयर सोसायटी ने हाउट टू टीच एंड वाट टू टीच पर एक सेमिनार का आयोजन किया जिसमें मुख्य अतिथि डीएम सुरेन्द्र सिंह, सीडीओ रविन्द्र गोडबोले, बीएसए कौस्तुभ कुमार सिंह, डीएमओ विजय कुमार मिश्रा का इस्तकबाल सोसायटी के अध्यक्ष जावेद मजहर, उपाध्यक्ष दिलशाद अहमद, सेक्रेटरी हसन मेंहदी ने फूलों का गुलदस्ता पेश करके किया। इस मौके पर डीएम सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि आज टीचर्स के इस से सेमिनार में आप सबसे इंटरक्शेन से बेहद खुशी हो रही है क्योंकि अध्यापक समाज के निर्माता हैं वह भविष्य की बुनियाद रखते हैं उन्होंने कहा कि मेरा शुरूआती कैरियर भी प्रवक्ता के रूप में हुआ और आईएएस चुने जाने के बाद भी मैं आज भी मन से एक टीचर हूं। उन्होंने कहा कि आज प्राथमिक शिक्षा का स्तर गिर रहा है जबकि आजकल सरकार द्वारा मुफ्त शिक्षा, छात्रवृत्तियां, व दोपहर के भोजन की व्यवस्था को है। इसका मुख्य कारण यह है कि हम बच्चों को सब कुछ दे रहे हैं परन्तु शिक्षा नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि ईश्वर ने सबको समान अवसर व सुविधाएं दी हैं परन्तु फिर भी अंतर कहा आ जाता है। अंत में सोसायटी के प्रवक्ता राशिद आसिम खां ने सबका शुक्रिया अदा किया। इस अवसर पर अनीस अहमद खां, याकूब अली, आरिफ खां, एजाज अहमद आदि सैंकड़ों अध्यापकगण मौजूद रहे।

मुजफ्फरनगर : शाहनवाज के काव्य पर झूमे छात्र छात्राएं


शाहनवाज के काव्य पर झूमे छात्र छात्राएं

(ब्यूरो कार्यालय)

मुजफ्फरनगर (साई)। लाला जगदीश प्रसाद सरस्वती विद्या मंदिर में स्व। ईश्वर दयाल गर्ग की पुण्य तिथि पर हजारों छात्र छात्राओं को शाहनवाज हिंदुस्तानी ने काव्य पाठ सुनाया। उम्मीदों से कई ज्यादा बुलंदियों की बातें सुनाने वाले शाहनवाज हिंदुस्तानी अजमेर के नजदीक एक गांव से चलकर नगर में पहुंचे थे। पांच समय की नमाज अदा करने वाले शाहनवाज हिदंुस्तान भारत की युवा शक्ति को जागृत करने जगदीश प्रसाद सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में पहुंचे। जहां उनको सुनने के लिए हजारों छात्राएं मौजूद थे। कार्यक्रम का शुभारम्भ भारत मां, सरस्वती मां एवं स्व। ईश्वर दयाल गर्ग की प्रतिमाओं के सामने दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया जहां शंख एवं नगाड़ों की जोरदार आवाज ने वहां उपस्थित शहर के सभी गणमान्य लोगों एवं विद्यार्थियों को भाव विभोर कर दिया। संचालन सत्यप्रकाश रेशू ने किया तथा शहनाज हिंदुस्तानी का परिचय भी कराया। इस अवसर पर डीएम सुरेंद्र सिंह, एसडीएम जानसठ जेपी गुप्ता, उद्योगपति फूलचंद कंसल, शहनाज हिंदुस्तानी आदि को संत श्री मुकुंद दास गौड़ीय मठ शुकतीर्थ द्वारा शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया एवं वर्ष 2011-12 में कक्षा 9 में सर्वश्रेष्ठ अंक प्राप्त करने वाले सुमित कुमार एवं कु। निहारिका को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, चंद्रशेखर आजाद, शहीद भगत सिंह की ‘‘गुरू मां’’ श्रीमती कृष्णा शर्मा के सभी ने दर्शन करके आर्शीवाद प्राप्त किया। स्व। ईश्वर दयाल गर्ग की पत्नी श्रीमति केलावती एवं रेशू परिवार के सभी सदस्य को अपना आर्शीवाद दिया। इस अवसर पर शहनाज हिंदुस्तानी ने एक मां की तरह बाप के दर्द को भी सुनाया। शहनाज हिंदुस्तानी ने देश के महान लोगों की याद में, महिलाओं के सम्मान में, कन्या भ्रूण हत्या के विरोध में, पर्यावरण के समर्थन में, भ्रष्टाचार के विरोध में सभी को एक साथ बांधकर जो जोश एवं क्रांति जनपद के युवाओं में जन्म जन्मान्तर के लिए कर दी है वह भुलाई नहीं जा सकती। लाला जगदीश प्रसाद सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज के कार्यक्रम के बाद हिंदुस्तनी आम पार्टी के कुछ लोगों से भी मिले एवं उन्हे अन्ना जी के रास्ते पर चलते हुए अरविंद केजरीवाल का साथ देने के लिए एकजुट होने की प्रेरणा दी जिससे भारत का करोडों, खरबों रूपया भारत में वापस आ जाये साथ ही भारत को एक भ्रष्टाचार मुक्त देश बनाकर विश्व महाशक्ति बनाने का आह्वान किया। 

साई उत्सव मेला संपन्न


साई उत्सव मेला संपन्न

(ब्यूरो कार्यालय)

रउरकेला (साई)। छेंड कालोनी के वीएसएस मार्केट परिसर में स्थानीय व्यवसायियों व उद्यमियों द्वारा स्थापित श्री शिरडी साई देवालय में तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा उत्सव श्रद्धापूर्वक संपन्न हो गया। समापन अवसर पर आयोजित भजन संध्या में शनिवार की रात भक्ति रस की बयार बही, इसमें हजारों की तादात में साई भक्तों ने शामिल होकर डुबकी लगाई।
वीएसएस मार्केट में भव्य साई मंदिर का निर्माण के बाद साई बाबा की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा पर तीन दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन हुआ। 17 जनवरी से शुरू हुए अनुष्ठान का समापन 19 जनवरी की आधी रात को हुआ। इस उपलक्ष्य में मार्केट परिसर में साई संध्या का आयोजन हुआ जिसमें जमशेदपुर से आये कलाकार प्रेम अग्रवाल व गु्रप की कलाकार कुमारी नेहा ने तेरे दर पर ओ मेरे साई, तेरे दीवाने आये हैं, भर दे झोली ओ मेरे साई, सोये भाग जगा दे ओ मेरे साई शीर्षक से गीत प्रस्तुत कर साई भक्तों को झूमने को मजबूर कर दिया। प्रेम अग्रवाल व अन्य कलाकारों ने भी एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुत किया। शनिवार के पूर्वाह्न 10 बजे से रात 12 बजे तक साई भक्तों का आने का तांता लगा रहा। अंतिम दिन 30 हजार से अधिक साई भक्तों ने बाबा का दर्शन करने के साथ साथ प्रसाद का सेवन किया। यहां मंदिर में नियमित पूजा के लिए पुजारी की व्यवस्था की गई है और शिरडी साई मंदिर का अहसास हो इसके लिए भक्तों की ओर से हर व्यवस्था की गई है।