शनिवार, 26 जनवरी 2013

नहीं दिखी राजपथ पर एमपी की झांकी


लाजपत ने लूट लिया जनसंपर्क ------------------43

नहीं दिखी राजपथ पर एमपी की झांकी

(आकाश कुमार)

नई दिल्ली (साई)। मध्य प्रदेश के वे निवासी जो दिल्ली में रहते हैं या दिल्ली आकर गणतंत्र दिवस की परेड देख रहे थे अथवा टीवी पर राजपथ की परेड का नजारा अपने अपने घरों में बैठकर ले रहे थे को इस साल लगातार दूसरी बार निराशा उस वक्त हाथ लगी जब राजपथ पर एमपी की झांकी को ही खोजते रहे लोग।
आज सुबह कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच देशभर में 64वें गणतंत्र दिवस समारोह को देश भर की जनता ने देखा। मुख्य समारोह देश की राजधानी दिल्ली में हुआ। राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड का भव्य नजारा दिखाई दिया। इसमें देश की ताकत और विविधता का प्रदर्शन किया गया। राजपथ से जैसे ही भारत की अग्नि-5 मिसाइल और अर्जुन टैंक गुजरे, हर नजर उन्हीं पर टिक गई। लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से इनका स्वागत किया। परेड में इस बार भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक बतौर मुख्य अतिथि शामिल रहे।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के तिरंगा फहराने और राष्ट्रगान की धुन के साथ ही गणतंत्र दिवस की भव्य परेड राजपथ से लालकिले के लिए शुरू हुई। सबसे पहले सेना के चार हेलिकॉप्टरों ने राजपथ के ऊपर आकाश में उडान भरी। एक हेलिकॉप्टर पर तिरंगा और बाकी तीन पर थलसेना, नौसेना और वायुसेना के झंडे लहरा रहे थे। इन हेलिकॉप्टरों ने राजपथ पर फूल बरसाए।
भारत ने राजपथ पर दिखाई ताकतः सेना के जवान परेड करते हुए राजपथ पर निकले और फिर पेश हुआ भारत का नजारा। राजपथ पर अग्नि-5 मिसाइल प्रमुख आकर्षण थी। इसके अलावा ब्रह्मोस मिसाइल, पिनाक मल्टि बैरल मिसाइल और आईएनएस विक्रमादित्य का मॉडल भी राजपथ से गुजरा। इसके अलावा मोटरसाइकल पर जवानों के हैरतंगेज करतब ने हर किसी को रोमांचित कर दिया।
प्रदेशों की रंग-बिरंगी झांकियांरू ताकत के बाद भारत की सांस्कृति विविधता से राजपथ रंग गया। अलग-अलग राज्यों की झांकी ने मन मोह लिया। यूपी की झांकी में ब्रज की होली की झलक देखने को मिली, तो दिल्ली की झांकी में ललित कला की बानगी दिखी। केरल की झांकी में हाउस बोट और कश्मीर की झांकी में पशमीना शॉल का प्रदर्शन किया गया।
मौके पर मौजूद लोगों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कहा कि राजपथ पर मध्य प्रदेश की झांकी के ना होने से लोगों को निराशा हुई। ज्ञातव्य है कि इस लगातार दूसरे साल राजपथ पर मध्य प्रदेश की झांकी का प्रदर्शन नहीं किया जा सका है। गत वर्ष तो प्रस्ताव आए पर कमजोर प्रस्तावों के चलते रद्द कर दिए गए थे। इस साल तो हद ही हो गई चुनावी साल होने के बाद भी मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग के क्षेत्रीय प्रचार अनुभाग ने गणतंत्र दिवस पर झांकी के प्रस्ताव ही केंद्र को नहीं भेजे।
परेड शुरू होने से पहले राष्ट्रपति के साथ इस बार गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि भूटान नरेश जिग्मे खेसर वांग्चुक सलामी मंच पर पहुंचे। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने उनका स्वागत किया। इस दौरान तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद थे। समारोह स्थल पर उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे सहित तमाम गणमान्य लोग मौजूद थे।
देश की राजधानी में आज सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 25 हजार से ज्यादा जवानों को राजधानी की सुरक्षा में लगाया गया है। राजपथ पर परेड निकलने तक इंडिया गेट के आसपास के सभी मेट्रो स्टेशन बंद रहेंगे। दिल्ली को आज नो-फ्लाई जोन भी घोषित किया गया है।
राजपथ और लाल किले के बीच 60 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। कई जगहों पर विशेष वाहन, नई हाईटेक पीसीआर और क्यूआरटी दस्ते की तैनाती की जा रही है। गटर के ढक्कनों को सील किया गया है। परेड के रास्ते में यानी राजपथ से लाल किले तक भी कड़ी नजर रखी जा रही है।
राजपथ पर इस बार विभिन्न राज्यों और मंत्रालयों की 19 झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं। एमबीटी अर्जुन टैंक से लेकर हथियारों से लैस एंबुलेंस और ब्रह्मोस मिसाइल से लेकर रॉकेट पिनाका भी राजपथ पर देखा जा सकेगा। डीआरडीओ की झांकी में अग्नि-5 मिसाइल शामिल की गई है।

. . . तो हो सकती हैं दो सौ दवाएं प्रतिबंधित


. . . तो हो सकती हैं दो सौ दवाएं प्रतिबंधित

(शरद)

नई दिल्ली (साई)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक निर्देश से कम से कम 200 दवाओं पर बैन लगने की आशंका मंडराने लगी है। मंत्रालय ने फिक्स डोज कॉम्बिनेशन वाली उन दवाओं के मामले में कड़ा रु ख अख्तियार कर लिया है, जिन्हें भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल (डीसीजीआई) की अनुमति के बगैर ही बाजार में उतार दिया गया।
डीसीजीआई के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि इन्हें राज्यों के ड्रग कंट्रोलर्स ने अपने स्तर पर मंजूरी दी। अब मंत्रालय ने राज्यों के ड्रग कंट्रोलर्स को निर्देश दिया है कि एक अक्तूबर 2012 से पहले मंजूर किये गये इस तरह के तमाम कॉम्बिनेशन को बनाने वाली कंपनियां अपनी दवाओं की क्षमता और सेफ्टी प्रमाणति करें, वरना उन्हें बैन कर दिया जायेगा।
केंद्र के इस आदेश से दवा कंपनियों में हड़कंप मच गया है। माना जा रहा है कि अगर कंपनियां अपनी दवाओं की क्षमता के बारे में पुख्ता सबूत नहीं दे पायीं, तो कम से कम 200 दवाओं पर गाज गिर सकती है। आमतौर पर एफडीसी के नाम से जानी जानेवाली इन दवाओं को कुछ साल्ट्स के साथ मिला कर बनाया जाता है। डीसीजीआइ डॉ जीएन सिंह ने राज्यों के ड्रग कंट्रोलर्स को भेजे एक पत्र में कहा है कि कॉम्बिनेशन के बाद बनने वाली दवा एक नयी मेडिसिन होती है और देश में इसके निर्माण और बिक्री के लिए उनके कार्यालय की अनुमति जरूरी होती है। डीसीजीआइ ने इस काम के लिए 18 महीने का समय दिया है।
दरअसल डीसीजीआइ की नींद भी इस मामले में स्वास्थ्य मामलों की संसदीय समिति के कड़े एतराज के बाद खुली है। समिति ने अपनी एक हालिया रिपोर्ट में एफडीसी को मनमाने तरीके से मंजूरी देने पर सख्त नाराजगी जतायी थी। समिति ने कहा था कि देश के बाजारों में बिक रहे कई एफडीसी अवैज्ञानिक तरीके से तैयार किये गये हैं और इनका जनता की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। उसका यह भी कहना था कि कई कॉम्बिनेशंस में तो एक से ज्यादा एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल किया गया है जो अवैज्ञानिक होने के साथ बैक्टीरिया और वायरस में दवाओं के खिलाफ प्रतिरोध बढ़ा सकता है।
इसके साथ ही कई विटामिन कॉम्बिनेशंस को भी अविवेकपूर्ण पाया गया है। इससे पहले 2007 में भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल ने 294 एफडीसी को अवैध करार देते हुए राज्यों को इन्हें बनाने के लाइसेंस रद्द करने का आदेश दिया था। दवा कंपनियों ने इस आदेश को कोर्ट में चुनौती दे दी थी। माना जा रहा है कि ऐसा ही इस बार भी हो सकता है।

शूटिंग के दौरान धर्मेंद्र घायल!


शूटिंग के दौरान धर्मेंद्र घायल!

(सोनल सूर्यवंशी)

भोपाल (साई)। रूपहले पर्दे पर ही मेन के रूप में प्रसिद्ध अदाकार धर्मेंद्र अपनी फिल्म यमला पगला दीवाना पार्ट-2की खरगोन के अहिल्याघाट पर चल रही शूटिंग के दौरान अभिनेता धर्मेन्द्र उस समय एक रस्सी से उलझकर गिर पडे, जो दर्शकों को रोकने के उद्देश्य से लगाई गई थी।
जिला प्रशासन के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि इस हादसे में फिल्म अभिनेता धर्मेन्द्र को कोई चोट नहीं आई है और वह मुंबई के लिए रवाना हो गए हैं। यह हादसा उस वक्त हुआ, जब वह शूटिंग समाप्त कर अपनी कार की ओर लौट रहे थे।
यूनिट के लोगों ने बताया कि दर्शकों की भीड को शूटिंग स्थल से दूर रोकने के लिए घाट पर यह रस्सी लगाई गई थी। धर्मेन्द्र जब अपनी कार की ओर लौट रहे थे, तो उन्होंने इस रस्सी की ओर ध्यान नहीं दिया और उसमें उनका पैर उलझ गया।
वह पत्थरों पर गिर पडे, उन्हें तत्काल उनके सुरक्षाकर्मियों ने उठाया। हालांकि उन्हें इस हादसे में कोई चोट नहीं आई और वह खुद चलकर कार तक पहुंचे और वहां से रवाना हो गए। शूटिंग स्थल पर मौजूद कुछ मीडियाकर्मियों से धर्मेन्द्र ने कहा कि वह स्वस्थ्य हैं। ईश्वर उनके साथ है, यह उनके चाहने वालों की दुआएं हैं कि उन्हें कुछ नहीं हुआ।

बेटी को ही बेच दिया साढ़े छः लाख में


बेटी को ही बेच दिया साढ़े छः लाख में

(शैलेन्द्र)

जयपुर (साई)। राजस्थान पुलिस की मानव तस्करी निरोधक इकाई ने ग्यारह वर्षीय बेटी को बेचने के आरोप में मां समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गिरफ्तार बेटी को बेचने वाली मां और दो खरीददारों को उनियारा की एक अदालत में पेश किया। अदालत ने आरोपियों को 28 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर सौंप दिया है। टोंक की मानव तस्करी निरोधक इकाई के सूत्रों के अनुसार गत बुधवार को ग्यारह वर्षीय लडकी कोटडी मोड पर लावारिस स्थिति पर मिलने पर पुलिस ने पूछताछ की। झालावाड जिले की रहने वाली इस लडकी ने एक कागज सौंपा।
सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि दस्तावेज में लडकी की मां राजरानी ने अपनी ग्यारह साल की बेटी का सौदा छह लाख पचास हजार रुपये में ताराचंद और संतरा कंजर से किया था। उसने दो लाख पेशगी के रुप में लेने की जानकारी मिली। उन्होंने बताया कि बुधवार को ही मामला दर्ज कर लडकी की मां राजरानी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। राजरानी ने पूछताछ में अपनी बेटी को साढे छह लाख रुपये में ताराचंद और संतरा कंजर को बेचना मंजूर करने पर उसे गिरफ्तार कर लिया।
सूत्रों ने साई न्यजू को बताया कि जब्त दस्तावेज के अनुसार लडकी की मां ने अपनी बेटी का सौदा छह लाख पचास हजार रुपये में कर दो लाख खरीददार संतरा और ताराचंद से पेशगी ले लिए थे, जबकि शेष साढे चार लाख रुपये दो किश्तों में लेना मंजूर किया। वर्मा के अनुसार लडकी को खरीदने वाले आरोपी टोंक जिले के सोफ थाना इलाके के रहने वाले तारा चंद और संतरा कंजर को बुधवार को ही गिरफ्तार कर लिया था।
गिरफ्तार आरोपियों को उनियारा (टोंक) की एक अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी राजरानी, संतरा कंजर और तारा चंद को पूछताछ के लिए 28 जनवरी तक मानव तस्करी विरोधी इकाई को सौंप दिया। सूत्रों ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में इस गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों के नाम सामने आने की संभावना है। गिरोह के लम्बे समय से काम करने की जानकारी मिली है।
उधर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के बीकानेर ब्यूरो ने बताया कि बीकानेर जिले के श्रीकोलायत थाना इलाके में कल रात एक शराबी पिता ने अपनी पांच महीने और तीन साल की बेटियों की पिटाई कर उनके हाथ, होठ और नाक चबा गया। दोनों बच्चियों को गंभीर हालत में बीकानेर अस्पताल लाया गया है जहां से एक बेटी राधा को जयपुर भेजा गया है।
श्रीकोलायत पुलिस थाने में जांच अधिकारी पूर्ण सिंह के अनुसार सियाणा गांव का आरोपी शिवदान सिंह राजपूत शराब के नशे में घर पहुंचा और पत्नी सरोज देवी की पिटाई की। आरोपी ने बाद में कमरे में सो रही पांच महीने की बेटी राधा और तीन साल की बेटी भंवरी की पिटाई करना शुरु कर दिया।
सिंह के अनुसार आरोपी ने राधा के होठ और नाक, गाल और बडी बेटी भंवरी का हाथ चबा गया। पडोसियों की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर आरोपी शिवदान सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 326, 341, 323 और 324 के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने घायल मां और बेटियों को श्रीकोलायत के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया।
बीकानेर पीबीएम अस्पताल के शिशु रोग चिकित्सक गिरीश प्रभाकर ने बताया कि मां और दोनों बेटियों का उपचार शुरु कर दिया गया। उन्होंने बताया कि पांच महीने की राधा के उपर के होंठ के उपरी हिस्सा और नाक का निचला हिस्सा भी नहीं था। डा. प्रभाकर के अनुसार बीकानेर अस्पताल में कोस्मेटिक सर्जरी नहीं होने के कारण राधा को जयपुर भेजा गया है।