रविवार, 29 सितंबर 2013

घोषणाएं अधूरी, किस बात का आशीर्वाद ले रहे शिवराज: वर्मा

घोषणाएं अधूरी, किस बात का आशीर्वाद ले रहे शिवराज: वर्मा

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिले को घोषणाओं के अलावा कोई सौगात तो दी नहीं है लेकिन अब जब वे जन आर्शीवाद लेने जिले में आ रहें हैं तो कम से कम जवाब तो दे दें। मुख्यमंत्री की घोषणायें  पूरा होने का इंतजार कर रहीं है तो किये गये शिलान्यास एक ईंट लगने का इंतजार कर रहें हैं। और तो और पिछली जन आर्शीवाद यात्रा के दौरान शिवराज ने जो घोषणायें की थीं वे तो भी अधूरी ही हैं भले ही उन्हें जन आर्शीवाद फिर से मिल गया हो। उक्ताशय के विचार वरिष्ठ इंका नेता आशुतोष वर्मा ने प्रेस को जारी एक विज्ञप्ति में व्यक्त किये हैं।
इंका नेता आशुतोष वर्मा ने आगे कहा हैं कि आगामी नवम्बर महीने में होने वाले विस चुनावों के लिये जनता का आर्शीवाद लेने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जिले में आ रहें हैं। मुख्यमंत्री ने जिले में घोषणाओं का तो अंबार लगा दिया लेकिन उन्हें पूरा नहीं किया। शिव की नगरी सिवनी पिछले दस सालों से किसी बड़ी सौगात का इंतजार करती रह गयी। अब शिवराज सौगात नहीं तो कम से कम यह जवाब तो जनता को दें दें कि आखिर किन कारणों से ये घोषणायें पूरी नहीं हो पायीं हैं। मुख्यमंत्री ने 2 फरवरी 2008 को सिवनी में घोषणा की थी कि कान्हीवाड़ा को उप तहसील तथा लखनादौन के अस्पताल का उन्नयन किया जायेगा। आज तक प्रदेश सरकार लखनादौन के सासै बिस्तर वाले अस्पताल के लिये जमीन नहीं दे पायी है।27 अप्रल 2008 को मुख्यमंत्री ने सिवनी के पॉलेटेक्निक कालेज में सिवनी में आकाशाणी केन्द्र खेलने की घोषणा की थी।  
इंका नेता वर्मा ने विज्ञप्ति में यह भी उल्लेख किया है कि 2008 के चुनाव के पहले जब शिवराज जन आर्शीवाद लेने 12 जुलाई को जिले में आये थे तब भी उन्होंने घोषणाओं का अंबार ़लगा दिया था। आपने केवलारी में नगर पंचायत बनाने,पलारी में उप तहसील बनाने,कान्हीवाड़ा में अब सरकार बनने पर पूर्ण तहसील और विकास खंड़ बनाने की घोषणायें की थी। प्रदेश में जनता के आर्शीवाद से शिवराज की सरकार तो बन गयी लेकिन जिले के लोग ठगे से रह गये और एक भी सौगात उन्हें नहीं मिल। लेकिन इसे बेशर्मी नहीं तो और क्या कहा जाये कि पांच साल सरकार चलाने के बाद बिना एक भी घोषणा पूरी किये शिवराज फिर वहीं जनता का आर्शीवाद लेने पहुंच रहें हैं।
इंका नेता वर्मा ने आरोप लगाते हुये कहा है कि  इसके बाद भी मुख्यमंत्री ने 26 जुलाई 2008 को लखनादौन में आचार संहिता लागू होने की संभावना की बात करते हुये कहा था कि वे कोई घोषणा नहीं करेंगें लेकिन अगली सरकार हमारी बनेगी और प्रदेश देश में नंबंर वन और सिवनी प्रदेश में नंबंर वन का जिला बनेगा। यह संभव है कि सिवनी प्रदेश में नंबंर वन का वो जिला बन गया हो जहां सबसे ज्यादा मुख्यमंत्री की घोषणायें पूरी ना हुयीं हों।

इंका नेता वर्मा ने विज्ञप्ति में यह भी उल्लेख किया है कि मुख्यमंत्री ने 21 अक्टूबर 2009 को सुकतरा में यह गर्जना की थी कि फोर लेन सिवनी से ही जायेगी। लेकिन इसके बाद वे कई बार केन्द्र के वन एवं पर्यावरण मंत्री से प्रदेश की विभिन्न योजनाओं के लिये मिले लेकिन कभी फोर लेन की बात तक नहीं की थी। इसकें बाद 21 अक्टूबर 2009 को शिवराज ने सिवनी का सबसे सुन्दर शहर, दलसागर को मेहमानों को गर्व से बताने लायक स्थान बनाने,नरसिंह कॉलेज के लिये 6 करोड़ देने,प्रायवेट सेक्टर में मेडिकल कॉलेज खोलने के साथ ही यह भी कहा था कि सूरज चाहे पूरव के बजाय पश्चिम से गने लगे लेकिन फोर लेन सिवनी से गुजरने की सिंह गर्जना की थी। इसी दिन शिवराज ने थोक सब्जी मंड़ी का शिलान्यास भी किया था जिसमें आज तक एक ईंट भी नहीं लग पायश्ी है। इसके साथ ही संभाग मिलने का सपना भी अधूरा ही रह गया है। ऐसे हालात में जिले के लोगों को यह विचार करना चाहिये कि जिले के भोले भाले लोगों की भावनाओं से खेलने वाले ऐसे मुख्यमंत्री को फिर से आर्शीवाद दें या नहीं? शिवराज की कथनी और करनी में अंतर और जिले के भाजपा विधायकों को उनकी निष्क्रियता का सबक जिले के लोग आगामी चुनाव में देंगें।

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