सोमवार, 8 अक्तूबर 2012

देश भर की कांग्रेस बोल रही -‘‘ओक्के राबर्ट‘‘


देश भर की कांग्रेस बोल रही -‘‘ओक्के राबर्ट‘‘

(लिमटी खरे)

टीम अण्णा के सदस्य रहे अरविंद केजरीवाल का सियासी एजेंडा क्या है? वे कांग्रेस या भाजपा के एजेंट हैं? टीम अण्णा को तोड़ने में उनकी महती भूमिका थी? पेट्रोलियम पदार्थों डीजल और रसोई गैस की बढ़ी कीमतों से ध्यान हटाने कांग्रेस की यह नई चाल है? एफडीआई पर रार समाप्त कराने कांग्रेस का यह नया प्रपंच है? इन सारी बातों को या तो केजरीवाल जानते हैं या सियासी पार्टियों के सरमायादार, पर एक बात तो है कि अरविंद केजरीवाल के द्वारा नेहरू गांधी परिवार के दामाद राबर्ट बढ़ेरा पर आरोप लगाकर ठहरे हुए पानी में ना केवल कंकर मारकर हलचल पैदा की है वरन् देश भर में सोई पड़ी कांग्रेस को जगाकर विज्ञप्तियां जारी करने पर मजबूर कर दिया है। सोशल नेटवर्किंग वेब साईट में राबर्ट के पक्ष और विपक्ष में जमकर राजनीति हो रही है। इस समय राबर्ट की टीआरपी सबसे उपर है।


गुजरे जमाने की फिल्मों में ओक्के राबर्टका जुमला हर किसी के मुंह में बसा होता था। आज तीन चार दशकों के बाद कांग्रेस के हर नुमाईंदे के मुंह में फिर एक बार ओक्के राबर्ट ही दिख रहा है। समूची कांग्रेस राबर्ट वढेरा के बचाव में इस तरह उतर गई है मानो राबर्ट कांग्रेस के कार्यकर्ता हों। क्या हैं राबर्ट आखिर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दमाद और राहुल गांधी के बहनोई ही तो हैं।
इस डील में सोनिया का नाम आ रहा है इसलिए कांग्रेस का बचाव में उतरना समझ में आता है। पर सीधे सीधे राबर्ट वढ़ेरा के प्रवक्ता बन रहे हैं कांग्रेस के आला नेता। स्वामी भक्ति ठीक है पर इस तरह अपना दीन ईमान ही गिरवी रखकर अगर कांग्रेस के सदस्यों द्वारा राबर्ट वढ़ेरा का बचाव किया जाता है तो यह निंदनीय ही माना जाएगा।
संभव है अपने आप को खबरों और सुर्खियांे में बनाए रखने के लिए टीम अण्णा के सदस्य रहे अरविंद केजरीवाल ने इस तरह के संगीन आरोप सोनिया गांधी के दमाद पर लगाए हों। कांग्रेस के कार्यकर्ता चिल्ला चिल्ला कर कह रहे हैं कि अगर आरोपों में सच्चाई है तो केजरीवाल कोर्ट में जाएं। अरे भगवन, अगर पलटकर केजरीवाल ने कह दिया कि अगर आरोप झूटे हैं तो मानहानि के लिए राबर्ट जाएं ना कोर्ट में! तब क्या स्थिति निर्मित होगी?
केजरीवाल बनाम वढेरा का विवाद अभी इतनी जल्दी हल होता नहीं दिख रहा है। आने वाले समय में यह आग और भड़क सकती है। भाजपा अभी तो शांति के साथ देख रही है कि उंट आखिर किस करवट बैठने का मन बना रहा है। भाजपा सदा की ही तरह अपना स्टेंड उस वक्त निर्धारित करेगी जब मामला पकने की स्थिति में जा पहुंचेगा।
टीम अण्णा के सदस्य रहे अरविंद केजरीवाल का सियासी एजेंडा क्या है? वे कांग्रेस या भाजपा के एजेंट हैं? टीम अण्णा को तोड़ने में उनकी महती भूमिका थी? पेट्रोलियम पदार्थों डीजल और रसोई गैस की बढ़ी कीमतों से ध्यान हटाने कांग्रेस की यह नई चाल है? एफडीआई पर रार समाप्त कराने कांग्रेस का यह नया प्रपंच है? इन सारी बातों को या तो केजरीवाल जानते हैं या सियासी पार्टियों के सरमायादार, पर एक बात तो है कि अरविंद केजरीवाल के द्वारा नेहरू गांधी परिवार के दामाद राबर्ट बढ़ेरा पर आरोप लगाकर ठहरे हुए पानी में ना केवल कंकर मारकर हलचल पैदा की है वरन् देश भर में सोई पड़ी कांग्रेस को जगाकर विज्ञप्तियां जारी करने पर मजबूर कर दिया है। सोशल नेटवर्किंग वेब साईट में राबर्ट के पक्ष और विपक्ष में जमकर राजनीति हो रही है। इस समय राबर्ट की टीआरपी सबसे उपर है।
डीएलएफ लिमिटेड के इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स ने कहा है कि रॉबर्ट वाड्रा और देश की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी के बीच विवादास्पद ट्रांजैक्शन पर बोर्ड ने कोई चर्चा नहीं की। उन्होंने कहा है कि अगर आसान लोन और सस्ती डील के आरोप बनते हैं, तो उनकी जांच होनी चाहिए। डीएलएफ के एक इंडिपेंडेंट डायरेक्टर और अर्नस्ट ऐंड यंग इंडिया के पूर्व चेयरमैन के एन मेमानी ने कहा, कि किसी बोर्ड मीटिंग में यह मामला नहीं आया। हमें इस तरह का कोई मामला नहीं मिला है, जिसमें फेवर किया गया है। यह हमारे नोटिस में नहीं आया। हर सेल ट्रांजैक्शन पर विचार करना संभव नहीं है। हालांकि, हम पक्का करने की कोशिश करते हैं कि सभी ट्रांजैक्शन मार्केट प्राइस पर हों।
अब मेमानी के इस तरह के बयान से मामला एक बार फिर संदिग्ध हो चला है। वैसे राबर्ट वढेरा काफी चुस्त चालाक हैं। दूसरी अहम बात यह है कि वे देश के प्रथम राजपरिवार के दमाद हैं अतः उनका हर कदम फूंक फूंक कर रखना लाजिमी ही है। पहली नजर में कोई भी राबर्ट वढ़ेरा से इस तरह की गड़बड़ी की उम्मीद तो नहीं ही कर सकता है। राबर्ट का आरोप सही हो सकता है कि सस्ता पब्लिसिटी स्टंट बनाकर उन्हें और उनके परिवार को बदनाम करने की चाल हो सकती है यह।
राबर्ट ने अपनी खामोशी तोड़ते हुए सोशल नेटवर्किंग वेब साईट फेसबुक पर कहा कि इस तरह के आरोपों से निपटना उन्हें खूब आता है और उनके स्वामित्व वाली रियल स्टेट कंपनी तथा डीएलएफ के बीच कुछ गलत नहीं हुआ है। कंपनी की ओर से आए जवाब में कहा गया है कि 65 करोड़ रूपए की रकम राबर्ट की कंपनी को बिजनिस एडवांस के बतौर दी गई है। कंपनी ने राबर्ट को डीएलएफ ने अरालियास में अपार्टमेंट बाजार भाव पर ही दिया है। वैसे तो डीएलएफ के बयान लोगों को संतुष्ट करने वाले लग रहे हैं, पर जिस तरह से कांग्रेस राबर्ट के बचाव में आ रही है उससे कई प्रश्न खड़े हो रहे हैं।
उधर, खबर है कि राबर्ट वाड्रा ने अपना फेसबुक अकाउंट किया बंद कर दिया है। वैसे विवादों के आदी रहे राबर्ट ने फेसबुक पर अपने आप को आम आदमी और देश को बनाना रिपब्लिक बताया था। देश के साथ मजाक करते हुए राबर्ट ने लिखा था मेंगो पीपुल इन बनाना रिपब्लिकआम आदमी बनाना रिपब्लिक में।
यहां गौरतबल होगा कि बनाना रिपब्लिक लेटिन अमरिका के उन देशों के लिए प्रचलित मुहावरा है जहां राजनैतिक अव्यवस्था, भ्रष्टाचार, अनाचार, दुराचार, माफियाराज, घपले घोटालों का राज हो। इस नजरिए से अगर देखा जाए तो राबर्ट ने अपनी सासू मां सोनिया गांधी और साले राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता का ही सीधे सीधे मजाक उड़ाया है। उन्होंने रात करीब 12 बजे अपना एकाउंट बंद करते साथ ही लिखा कि देश के लोगों को मजाक की तमीज नहीं है।
विवादों में रहने वो राबर्ट पर कांग्रेसनीत संप्रग सरकार पूरी तरह मेहरबान नजर आ रही है। देश के हवाई अड्डों में बिना सुरक्ष जांच के जाने वाले लोगों की फेहरिस्त में 31वीं पायदान पर राबर्ट का नाम है। देश भर में चर्चा हो रही है कि राबर्ट ना तो सांसद हैं, ना विधायक हैं ना ही किसी संवैधानिक पद पर और ना ही राबर्ट ने देश की सेवा में कोई महती भूमिका निभाई है, फिर राबर्ट को यह व्हीव्हीआईपी फेसलिटी क्या सिर्फ इसी वजह से दी गई है कि वे सोनिया गांधी के दमाद हैं?

अटल के चित्र वाली थैलियां प्रतिबंधित


अटल के चित्र वाली थैलियां प्रतिबंधित

(स्वाति नाडकर्णी)

शिमला (साई)। निर्वाचन आयोग ने हिमाचल प्रदेश सरकार को आदेश दिया है कि वह सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों से उन थैलियों का वितरण बंद करे जिन पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का चित्र है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त वी. एस. संपत और आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों ने कल शिमला में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और राज्य सरकार के नागरिक और पुलिस अधिकारियों के साथ बातचीत की। बाद में एक संवाददाता सम्मेलन में श्री सम्पत ने राज्य विधानसभा के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया। ६८ सदस्यों की विधानसभा के लिए मतदान अगले महीने की चार तारीख को होगा।

आपरेटर ना सुने तो जाएं सीधे ट्राई के पास


आपरेटर ना सुने तो जाएं सीधे ट्राई के पास

(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। निजी तौर पर सेवा प्रदाता मोबाईल कंपनियों की दादा गिरी अब समाप्त होने को है। सेवा प्रदाता कंपनी अगर आपकी शिकायत ना सुने या हीला हवाला करे तो आप सीधे सीधे ट्राई के दरवाजे खटखटा सकते हैं। अगर किसी मोबाइल कंस्यूमर की शिकायत का निबटारा उसे सर्विस देने वाली कंपनी नहीं कर रही है तो वह ट्राई की मदद ले सकेगा।
उपभोक्ता अब सीधे ट्राई की हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करा सकेंगे। फिलहाल आम लोगों के पास ट्राई के पास सीधे शिकायत करने के लिए हेल्पलाइन जैसी कोई सुविधा नहीं है। सूत्रों के मुताबिक, इस साल के अंत तक हेल्पलाइन काम करने लगेगा। ट्राई के अधिकारियों के अनुसार, ऐसा सिस्टम बनाने की कोशिश की जा रही है जिससे लोगों की शिकायतों का निबटारा वक्त पर हो सके और इस पर निगरानी की जा सके। ऐसी कई शिकायतें आ रही थीं जिसमें कंस्यूमर्स का कहना था कि परेशानियां होने के बावजूद कंपनियों ने उन्हें दूर नहीं किया।

रेल किराये की दर होगी मंहगाई के आधार पर


रेल किराये की दर होगी मंहगाई के आधार पर

(महेंद्र देशमुख)

नई दिल्ली (साई)। भारतीय रेलवे को वित्तीय संकट से बचाने के लिए सरकार ब्लूप्रिंट तैयार कर रही है। पहले रेल मंत्रालय कांग्रेस के सहयोगी दलों के पास था। उन्होंने रेलवे की फाइनैंशल हेल्थ का ख्याल किए बिना आम लोगों के हितों को ज्यादा तवज्जो दी। इससे रेवेन्यू बढ़ाने के उपायों और इनवेस्टमेंट की रफ्तार थम गई है।
फाइनैंस मिनिस्ट्री की लीडरशिप में प्लानिंग कमिशन और रेलवे कई उपायों पर काम कर रहे हैं। इनमें किराए को इनफ्लेशन से जोड़ना, इनवेस्टमेंट की रफ्तार बनाए रखने के लिए पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप, माल ढुलाई के लिए गोल्डन क्वाड्रीलैटरल नेटवर्क तैयार करना और फंड जेनरेट करने के लिए लैंड रिसोर्सेज से पैसा जुटाना शामिल हैं।
रेल्वे बोर्ड के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि इसकी डेड लाईन अभी निर्धारित नहीं की गई है। इसके साथ ही साथ रेल्वे का टर्न अराउंड बोर्ड का अगला एजेंडा है। ऑर्गेनाइजेशन में नई जान फूंकने के लिए जल्द प्लान तैयार किया जाएगा।
रेल मंत्रालय, प्लानिंग कमिशन और फाइनैंस मिनिस्ट्री ने इसके लिए पहले ही बातचीत शुरू कर दी है। भारतीय रेलवे का ऑपरेटिंग रेश्यो (प्रत्येक 100 रुपए कमाने पर किया जाने वाला खर्च) जहां 2004-05 में 91 रुपए था, वह 2011-12 में बढ़कर 95 रुपए हो गया है। इसका मतलब यह है कि इंटरेस्ट कॉस्ट देने के बाद रेलवे इतना सरप्लस जेनरेट नहीं करता है, जिससे इनवेस्टमेंट किया जा सके।
2011-12 में 1।03 लाख करोड़ रुपए के टर्नओवर में रेलवे के पास केवल 1,500 करोड़ रुपए का सरप्लस था। ऐसे में अपने प्लान की फंडिंग के लिए ऑर्गेनाइजेशन को करीब 9,100 करोड़ रुपए के लिए आंतरिक स्रोतों पर निर्भर रहना पड़ा। सैम पित्रोदा की अगुवाई में बने एक्सपर्ट ग्रुप ने इस साल की शुरुआत में अपनी रिपोर्ट में कहा था कि अगले पांच साल में भारतीय रेलवे को 8।39 लाख करोड़ रुपए के इनवेस्टमेंट की जरूरत होगी। रेलवे की वित्तीय सेहत सुधारने की शुरुआत सर्विस टैक्स लगाने के साथ ही कर दी गई है।
यूपीए के पूर्व सहयोगी तृणमूल कांग्रेस के चलते इसे होल्ड पर रखा गया था। कुछ समय पहले तक उसके पास यह पोर्टफोलियो था। यूपीए-1 और यूपीए-2 दोनों के ही दौरान रेलवे मंत्रालय कांग्रेस सरकार को सपोर्ट देने वाले सहयोगी दलों को दिया गया, जिन्होंने किराए में बढ़ोतरी नहीं की। तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी को ममता बनर्जी की इच्छा के उलट किराया बढ़ाने के कारण रेल मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था। अब रेल मंत्रालय कांग्रेस के पास है। वह इसे फाइनैंशल क्राइसिस से बचाने के उपाय कर रही है।

सैफ करीना को आर्शीवाद देंगे दादा!


सैफ करीना को आर्शीवाद देंगे दादा!

(महेंद्र देशमुख)

नई दिल्ली (साई)। गुजरे जमाने की मशहूर अभिनेत्री शर्मिला टैगोर और भारत गणराज्य के महामहिम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के बीच हुई लंबी गुफ्तगू के बाद यह कयास लगाया जाने लगा है कि सैफ करीना की शादी में भारत के महामहिम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी नव युगल को आर्शीवाद देने जाएंगे।
राष्ट्रपति भवन के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि सैफ-करीना की शादी में भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भी न्योता दिया गया है। शर्मिला टैगोर दिल्ली में राष्ट्रपति से मिलीं और उन्हें अपने बेटे सैफ और करीना की शादी का निमंत्रण दिया। शादी 16 अक्टूबर को तय है। उसके बाद शानदार दावत का कार्यक्रम है।
शर्मिला टैगोर ने प्रणब मुखर्जी से राष्ट्रपति भवन में लगभग 15 मिनट तक मुलाकात की। राष्ट्रपति ने उन्हें बेटे की शादी की शुभकामनाएं दी। लेकिन सूत्रों के अनुसार राष्ट्रपति इस शादी में शरीक नहीं हो पाएंगे। सैफ (42) और करीना (32) की शादी का पहला फंक्शन पटौदी पैलेस, दिल्ली और मुंबई में अलग-अलग दिन होने वाला है।

ढाई करोड़ की संपत्ति का मालिक है साधारण शिक्षक


ढाई करोड़ की संपत्ति का मालिक है साधारण शिक्षक

(संदीप कुमार)

मंदसौर (साई)। यहां का एक शिक्षक ढाई करोड़ की संपत्ति का आसामी निकला। लोकायुक्त पुलिस के छापे में रविवार को यह खुलासा हुआ। पांच घंटे की कार्रवाई में नकदी, ज्वेलरी सहित संपत्ति के कागजात मिले। इनका कुल मूल्य उनकी कुल कमाई के मुकाबले 25 गुना अधिक है।
सुबह 7 बजे लोकायुक्त डीएसपी ओपी सागोरिया के नेतृत्व में टीम सर्व शिक्षा अभियान के पूर्व एपीसी (सहायक परियोजना समन्वयक) और वर्तमान शिक्षक रामदयाल जोशी के घर पहुंची। टीम ने एक-एक कर किचन, बैडरूम व अलमारियों को खंगाला। जांच में 3500 की नकदी के साथ चार लाख रुपए की ज्वेलरी मिली।  टीम को भानपुरा स्थित गांव आंकी में 40 बीघा जमीन के कागजात मिले। इसके अलावा अन्य जगह जमीन की जानकारी भी मिली।
1993 में शिक्षक बने जोशी को तनख्वाह के रूप में अब तक 18 लाख रुपए मिले। इसमें 60-40 प्रतिशत के हिसाब से 10 लाख 80 हजार खर्च व 7 लाख 20 हजार रुपए बचत का मानक है। शिक्षक के पास करीब 25 गुना ढाई करोड़ रुपए की संपति व ज्वेलरी का खुलासा हुआ। उज्जैन लोकायुक्त एसपी अरुण मिश्रा ने बताया कि जोशी के बैंक खातों और लॉकर को सीज किया गया है। उनकी सोमवार को जांच की जाएगी।
पूर्व एपीसी जोशी पर आय से अधिक संपति रखने का मामला दर्ज हुआ। दूसरी ओर एपीसी पर मेहरबानी के मामले में लोकायुक्त ने शहडोल कलेक्टर व तत्कालीन जिला पंचायत सीईओ डॉ. अशोक भार्गव, रिटायर्ड कलेक्टर जी.के. सारस्वत, जिला शिक्षा अधिकारी एमएस राठौर, पूर्व डीपीसी महेश निहाले, पूर्व जिला पंचायत सीईओ नारायण पाटीदार पर भी पद के दुरुपयोग का मामला दर्ज किया।

इधर फसल के भाव गिर रहे उधर किसान पुत्र अमरीका दौरे पर


इधर फसल के भाव गिर रहे उधर किसान पुत्र अमरीका दौरे पर

(नन्द किशोर)

भोपाल (साई)। अ.भा. पोरवाल महासभा के पूर्व अध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता श्री मोहनलाल गुप्ता मन्दसौर ने गिरते हुए सोयाबीन के भाव पर चिंता व्यक्त करते हुए अपने आपको किसान के बेटे कहलाने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अमेरिका का दौरा कर रहे है। दूसरी तरफ प्रदेश के 80 प्रतिषत  किसानों की उन्हे कतई चिंता नही है। इसी कारण प्रदेश की मंडियों में किसान सड़क पर आकर विरोध कर रहे है लेकिन शासन का कोई भी नुमाइंदा उनकी सुध लेेने का तैयार नही दिख रहा है।
श्री गुप्ता ने कहा कि मध्यप्रदेश के किसान मेहनत मजदूरी करके अपनी सोयाबीन लेकर जैसे ही प्रदेश की मंडियोें में आये वैसे ही भाव सीधे 1500 रु. क्विंटल बाजारों में कम हो जाने से किसानों की स्थिति दयनीय हो गई और स्थितियां ये बनी कि खाद, बिजली बिल, बीज, कटाई के रुपये भी किसान सोयाबीन बेचकर नही चुका पा रहे है।
श्री गुप्ता ने कहा कि  ऐसे समय प्रदेश के मुख्यमंत्री को पड़ौसी प्रदेश राजस्थान जहां कांग्रेस शासन है वहां जाकर जिस प्रकार लहसून के भाव गिरे थे वैसे ही तत्काल शासन ने शासकीय खरीदी के माध्यम से लहसुन की खरीदी की और किसानोें को होने वाले नुकसान से उबारते हुए राहत प्रदान करवाई।
श्री गुप्ता ने कहा कि मध्य प्रदेश शासन को राजस्थान के कांग्रेस शासन मेें किसान हितैषी नीतियों का अनुसरण करते हुए चाहिये कि सोयाबीन का भाव 3500 रु. क्विंटल से ज्यादा भाव नही गिरने दे और शासकीय खरीदी शुरु करके किसानोें को राहत प्रदान की जाये।

सफल हो रहा प्रोजेक्ट प्रोत्साहन


सफल हो रहा प्रोजेक्ट प्रोत्साहन

(अजय राजपूत)

डिंडोरी (साई)। प्रोजेक्ट प्रोत्साहन जिला चिकित्सालय डिण्डोरी में 8 अगस्त 2012 से लागू किया गया एक ऐसा नवाचार है जिससे कुपोषण के 22ः मामलों को रोकने में में सहायता मिलेगी। इस परियोजना के ज़रिये माताओं को स्तनपान और शिशुओं की सुरक्षा के लिए जागरूक करने हेतु डिण्डौरी जिले जिला चिकित्सालय में शुरू किये गये इस प्रोजेक्ट से 112 से अधिक शिशुओं को कोलस्ट्रम मिला है। कलेक्टर श्री मदन कुमार के निर्देशन में महिला एवं बालविकास विभाग द्वारा जिला मुख्यालय में क्रियान्वित नवाचार प्रोजेक्ट प्रोत्साहन के अंतर्गत शिशु के जन्म के एक घंटे के भीतर बच्चे को स्तनपान कराने का महत्व सामाजिक रूढ़ियों पर भारी पड़ गया है। महिला एवं बालविकास की कार्यक्रम अधिकारी का कहना है कि डिण्डौरी परियोजना के परियोजना अधिकारी की परिकल्पना प्रोजेक्ट प्रोत्साहन के जिला मुख्यालय के परिणामों के आधार पर इसे जिले के विकासखंडो में प्रारंभ किया जायेगा। इसके लिए स्तनपान सप्ताह में परियोजना स्तर पर किशोरी बालिकाओं को सम्पूर्ण जानकारी के साथ प्रशिक्षित किया गया है जिनका संदेश वाहक के रूप में उपयोग किये जाने का योजना है।
प्रोजेक्ट प्रोत्साहन के क्रियान्वयन के लिए डिण्डौरी परियोजना में परियोजना अधिकारी गिरीश बिल्लोरे द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं  का एक दल गठित किया गया है जो प्रतिदिन जिला चिकित्सालय में भरती गर्भवती महिलाओं से सम्पर्क स्थापित कर स्तनपान के संबंध में चर्चा करता है। इन महिलाओं को शिशु जन्म  के तुरंत बाद निकलने वाले पीले गाढे़ दूध का महत्व समझाते हुये तथा उसके फायदे की जानकारी देकर बच्चों को पिलाने का अनुरोध किया जाता है। कार्यदल में शामिल आंगनवाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती सत्यभामा ठाकुर और श्रीमती सुमन बघेल का कहना है कि प्रेरित करने का असर यह हुआ है कि महिलाये द्वारा जन्म लेने वाले शिशुओं को कोलस्ट्रम फीडिंग कराई जा रही है। प्रसूतायें अब यह समझ चुकी हैं कोलस्ट्रम फीडिंग कराने से शिशुओं को बीमारियों और कुपोषण से बचाया जा सकता हैं। अब विटामिन और विटामिन केकी अधिकता वाले दूध कोलस्ट्रम अर्थात् जन्म के तुरन्त बाद के पीले गाढे़ दूध को पिलाने में उन्हें कोई हिचक नहीं हो रही है। यह कोलस्ट्रम शिशु  की आंतो की सफाई करता है तथा बच्चे को पीलिया एवं अन्य बीमारियों से बचाये रखता हैं।
उल्लेखनीय है कि स्तनपान के महत्व, फायदे, शिशु को 6 माह तक स्तनपान की जरूरत और इसके वैज्ञानिक तरीको के प्रति जागरूकता के लिए बी।पी।एन।आई। के सौजन्य से प्रशिक्षण कार्यक्रमों एवं चिकित्सालयों में काउंसलिंग सुविधा के बाद भी चर्चा में सामने आया कि स्तनपान के प्रति जागरूकता की कमी है। इसे देखते हुये ही प्रोजेक्ट प्रोत्साहन प्रारंभ कर कार्यदल के सदस्य चिकित्सालय में भर्ती महिला जो बातचीत कर सकने वाली गर्भवती महिला जिसे प्रसव पीड़ा प्रारंभ नहीं हुई और जिस महिला की प्रसूति हो चुकी है से चर्चा कर शिशु के जन्म के एक घन्टे में स्तनपालन कराने का प्रयास कराती है और उन्हें नियमित स्तनपान की वारीकियों एवं मॉ की स्थिति का सचित्र ब्यौरा देते हेतु  6 माह तक विशुद्ध स्तनपान कराने का बार-बार संदेश देंगी क्योंकि अटल बिहारी बाजपेयी बाल आरोग्य एवं पोषण मिशन के तहत 181 दिन  तक शुद्ध स्तन पान कराना शिशु के लिए स्वास्थ्यवर्धक एवं कुपोषण से बचाने बाला है। इसके साथ ही कार्यदल द्वारा महिलाओं एवं शिशु से संबंधित संपूर्ण जानकारी एक प्रपत्र में एकत्र कर रखी जायेंगी।
इस कार्यक्रम को लागू किये जाने का औचित्य यह है कि स्तनपान को लेकर प्रसूता महिला को सटीक एवं वैज्ञानिक जानकारी ऐसे समय में दी जाती है जबकि उसे जरूरत है। कार्यदल द्वारा भरे गये प्रपत्रों के माध्यम से एक डाटाबेस तैयार कर परियोजना क्षेत्र में स्तनपान के प्रति प्रोत्साहन एवं बदलाव की दिशा भी तय की जा सकेगी और संस्थागत प्रसव को बढ़ाने और प्रचारित करने में सहायता मिल सकेगी।

शातिर बच्चों के गिरोह की खबर


शातिर बच्चों के गिरोह की खबर

(आंचल झा)

रायपुर (साई)। छत्तीसगढ़ में पिछले दिनों टूटी फूटी हिन्दी या बंग्ला भाषा में बात करने वाले कुछ बच्चों के गिरोह के बाल सदस्यों की आमद की खबर है। पुलिस मुख्यालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि इस तरह के लगभग तीन दर्जन से ज्यादा बच्चे छत्तीगढ़ के विभिन्न अंचलों में आकर फैल गए हैं और वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार इस तरह के मासूम बच्चे देश के अलग अलग हिस्सों की तरह कूच कर गए हैं और अपराधों को अंजाम देना शुरू भी कर दिया है। इन चालीसों चोरों के पास एक जैसा थैला है, जिसके जरिए यह एक  दूसरे की पहचान करते हैं।  इस बात का खुलासा छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में हुआ। पुलिस के हत्थे चढ़े बच्चों ने जब इस राज का खुलासा किया तो पुलिस के होश उड़ गए।
पुलिस के मुताबिक पकड़े गए बाल चोरों ने बताया है कि शातिर गिरोह पश्चिम बंगाल के आसनसोल समेत आसपास के जिलों से 40 बच्चों को बहला फुसलाकर ट्रेनों से लेकर निकल गया है। इन बच्चों को अलग-अलग ग्रुप में युवक शहरों में लेकर घूम रहे हैं। जो मौका देखकर मोबाइल, पर्स चोरी, उठाईगीरी की घटना को अंजाम दे रहे हैं।
 शहर में एकाएक घटनाओं के बढऩे के बाद पुलिस ने विशेष अभियान शुरू किया। संदिग्ध लोगों की धरपकड़ की। रेलवे स्टेशन में पड़ताल दौरान दो कम उम्र के बच्चे मिले। उनके पास से एक तरह के थैले समेत 4 मोबाइल बरामद हुए। पूछताछ करने पर बच्चे गोलमोल जवाब देने लगे।
उन्होनें बताया कि वह पश्चिम बंगाल के आसनसोल के रहने वाले हैं। अर्जुन व संजय नामक दो युवक उनके अलावा कुछ अन्य बच्चों को ट्रेन में लेकर कोरबा पहुंचे हैं। उनके साथ वह दिन के समय भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाकर चोरी करते हैं। दर्री पुलिस ने भी जमनीपाली बस स्टैंड से एक किशोर को चोरी के 5 मोबाइल के साथ पकड़ा है।

सुरंग चोरों का कोई सुराग नहीं


सुरंग चोरों का कोई सुराग नहीं

(शैलेन्द्र)

जयपुर (साई)। राजस्थान के सीमावर्ती जैसलमेर में पिछले दिनों सुरंग खोद कर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की शाखा से 83 लाख रुपए चुरा कर ले जाने वाले शातिर सेंधमारों के बारे में पुलिस को अब तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। पुलिस अधीक्षक ममता राहुल विश्नोई का कहना है कि गत रविवार रात हुई इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा करने के लिए पुलिस की कई टीमें गठित की गयी हैं और आठ टीमें अब तक लगभग एक हजार लोगों से पूछताछ कर चुकी है।
उन्होंने बताया कि यह काम किसी पेशेवर गिरोह का है जिसके बारे में तथ्य जुटाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस उपाधीक्षक सायर सिंह तथा शहर कोतवाल वीरेन्द, सिंह जोधा की मौजूदगी में संदेह के आधार पर लोगों से पूछताछ का सिलसिला जारी है। पुलिस का मानना है कि इस वारदात में कम से कम पांच लोग शामिल थे।
बैंक से चुराई गई 83 लाख 29 हजार 765 रुपए की राशि में अधिकांश 50-50 रुपए की गड्डियों में थे और उनका वजन अधिक होने के कारण इसे सुरंग के रास्ते बाहर ले जाने के लिए चार पांच लोगों ने काफी मशक्कत की होगी। उधर सीसीटीवी के जयपुर से आये विशेषज्ञ कैमरे में कैद तस्वीरों के आधार पर सेंधमारों के चेहरे पहचानने और चोरी के तरीके का पता लगाने में जुटे हुए हैं।

पैंशनर्स की दीवाली अच्छी मनवाएंगे रमन


पैंशनर्स की दीवाली अच्छी मनवाएंगे रमन

(अभय नायक)

नई दिल्ली (साई)। छत्तीसगढ सरकार ने पेंशनरों के महंगाई भत्ते में 12 प्रतिशत का इजाफा कर दिया है। आधिकारिक सूत्रों ने आज बताया कि अभी तक पेंशनरों को 115 प्रतिशत की दर से महंगाई राहत दी जा रही थी जिसे बढाकर 127 प्रतिशत कर दिया गया है।
यह वृध्दि इस वर्ष एक अप्रैल से लागू होगी। वित्त विभाग ने इस संबंध में सभी विभागों अध्यक्ष राजस्व मंडल विभागाध्यक्षों, संभागीय आयुक्तों और कलेक्टरों को निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि यह महंगाई राहत अधिवार्षिकी, सेवानिवृत, असमर्थता और क्षतिपूर्ति पेंशन पर देय होगी। सेवा से पदच्युत या सेवा से हटाए गए कर्मचारियों को भी इस महंगाई राहत की पात्रता होगी।

गन्ना किसानों के खिल गए चेहरे


गन्ना किसानों के खिल गए चेहरे

(दिशा कुमारी)

देहरादून (साई)। गन्ना मूल्य बकाया भुगतान की प्रक्रिया शुरू होने पर किसानों के चेहरे खिल गए हैं। अब वे दशहरा और दीवाली का त्योहार सुकून से मना पाएंगे। शुगर मिल डोईवाला क्षेत्र के करीब पांच हजार किसानों का विगत 29 फरवरी से 31 मार्च तक की पेराई अवधि का10।13 करोड़ रुपए का भुगतान अभी नहीं हो पाया है।
इससे किसानों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कई बार विरोध प्रदर्शन के बाद अब शुगर मिल ने किसानों की सुध ली है। गन्ना समिति डोईवाला के अध्यक्ष गुलशन अरोड़ा ने बताया कि 10 करोड़ 13 लाख की धनराशि प्राप्त हो गई है। बताया कि बुधवार से किसानों को चेकों का वितरण शुरू किया जा सकता है। त्योहारों से पहले मांग पूरी होने पर किसानों ने खुशी जताई है। इस मौके पर कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष मनोज नौटियाल और किसान रणजोध सिंह ने उक्त मामले में सरकार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने सीएम विजय बहुगुणा, गन्नामंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी, हीरासिंह बिष्ट, रणजीत सिंह वर्मा का आभार जताया।

गोदाम होंगे सीसीटीवी कैमरों से लैस


गोदाम होंगे सीसीटीवी कैमरों से लैस

(प्रतिभा सिंह)

पटना  (साई)। बिहार मे राज्य खाद्य निगम के सभी गोदामों में अनाज की हेराफेरी को रोकने और इसकी निगरानी के लिए क्लोज सर्किट कैमरे लगाये जायेंगे। राज्य के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक संवाददाताओं से बातचीत में बताया कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में नयी तकनीक की व्यवस्था हो रही और इसके तहत गोदामों में अनाज की बर्बादी एवं हेराफेरी रोकने के लिए क्लोज सर्किट कैमरे लगाने के लिए निविदा मंगायी गयी है। उन्होंने कहा कि 307 गोदामों में कैमरे लगाने का काम अगले दो माह में पूरा कर लिया जायेगा।
खाद्य मंत्री ने बताया कि विभाग के कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए सभी पणनन पदाधिकारियों को कंप्यूटर उपलब्ध कराया गया है और नवम्बर माह के बाद से इन अधिकारियों को प्रतिदिन विस्तृत रिपोर्ट ई- मेल के जरिये मुख्यालय को भेजनी होगी। उन्होंने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट योजना के तहत राज्य के 101 अनुमंडलों के एक-एक प्रखंड में 26 नवम्बर 2012 से जनवितरण प्रणाली के दुकानदारों को सीधे अनाज पहुंचाया जायेगा। रजक ने बताया कि केन्द, सरकार की उदासीनता के कारण बिहार के केवल 65 लाख उपभोक्ताओं के लिए ही खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाता है जबकि हमें करीब डेढ़ करोड़ लोगों को खाद्यान्न की व्यवस्था करनी पड़ती है।

महिलाओं की हिफाजत नहीं कर पा रहे अखिलेश!


महिलाओं की हिफाजत नहीं कर पा रहे अखिलेश!

(दीपांकर श्रीवास्तव)

लखनऊ (साई)। पिछले विधानसभा चुनावों में सदी के महानायक का नारा यूपी में है दम, क्योंकि यहां जुर्म है कमको आप भूले नहीं होंगे। प्रदेश सरकार इस नारे को चरितार्थ करने में पूरा दम लगा रही है। दावा है कि  चाहे वह हत्घ्या हो, महिलाओं के खिलाफ अपराध, चोरी हो या बलवा उत्घ्तर प्रदेश में इस साल 30 सितम्बर तक सभी मामलों में पिछले सालों की तुलना में कमी आई है।
प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह आरएम श्रीवास्घ्तव ने पिछले 9 महीने के आंकड़े पेश कर दावा किया कि प्रदेश में अपराध नियंत्रण की स्थिति निरन्तर बेहतर हो रही है। उन्घ्होंने बताया कि 2011 की तुलना में इस साल अभी तक 1,183 मामले कम दर्ज हुए। इनमें हत्घ्याओं के 214, बलात्घ्कार के 200, दहेज हत्घ्या के 118, वाहन चोरी के 199, बलवा के 456 के मामले कम हुए।
आरएम श्रीवास्तव ने बताया कि इस साल 30 सितम्बर तक पिछले वर्षों में इसी अवधि की तुलना में अपराधों में कमी आई है। वर्ष 2011 में इस अवधि तक आईपीसी के कुल अपराधों की संख्या इस अवधि में1,06,763 थी, जबकि इस साल यह घटकर 1,05,580रही। हत्या जैसे संगीन अपराधों में भी कमी आई है।
वर्ष 2011 में इस अवधि तक जहां 2879 हत्यायें हुई थी, वहीं इस साल 2012 में 2665 रह गयी। महिलाओंके विरुद्ध होने वाले अपराधों में 2011 में जहॉ बलात्कार की 1340 घटनायें हुई थी, वहीं इस साल1040 मामले ही प्रकाश में आए हैं। इसी तरह दहेज हत्या की वर्ष 2011 में जहां 1445घटनायें हुई, इस साल कुल 1327 मामले प्रकाश में आये।
प्रमुख सचिव गृह ने बताया कि वर्ष 2012 में वाहन चोरी के जहॉ 11,723 मामले प्रकाश में आये,  वहीं2011 में इस अवधि में यह संख्घ्या 11,942 थी। इसी तरह 2011 में बलवा की 3440 घटनायें हुईं, जघ्बकि2012 में केवल 2984 बलवा हुआ। उन्घ्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि प्रदेश में अपराध नियंत्रण की स्थिति निरन्तर बेहतर हो रही है।
यही नहीं पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अपराधियों के खिलाफ अभियान में 31 अगस्त तक गुण्डा एक्घ्ट के तहत 6671 चालान किये गये और 1780 गुण्डे जिला बदर किए गए। यही नहीं जिलाबदर किये गये 85 गुण्डेगैर कानूनी रुप से क्षेत्र में पाये गये, जिन पर कड़ी कानूनी कार्यवाही की गई।
इसी तरह 47 अवांछनीय तत्वों पर उक्त अवधि मेंराष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत कार्यवाही की गई। इसके अलावा प्रदेश में 18 हजार से अधिक अभ्यस्त एवं आदतन अपराधियों के विरुद्ध 110सीआरपीसी के तहत अच्छा आचरण बनाये रखने के लिए कार्यवाही की गई। प्रदेश के विभिन्न कारागारों में सिद्धदोष बंदियो की 31अगस्त तक कुल संख्या 26 हजार 666 थी, जबकि सितम्बर में प्रदेश की विभिन्न कारागारों में कुल 3 हजार 624 सिद्धदोष बंदी निरुद्ध हुये।

कब होगा दरगाह कमेटी का गठन


कब होगा दरगाह कमेटी का गठन

(राहुल अग्रवाल)

अजमेर (साई)। अजमेर शरीफ दरगाह के शीर्ष प्रबंधन के पद बीते कई महीनों से खाली पडे हैं, लेकिन अल्पसंख्यक कार्य मं त्रा लय अब तक इन पदों पर नियुक्ति नहीं कर पाया है। नाजिम (सीईओ) का पद बीते एक साल से खाली पडा है तो नई दरगाह कमेटी का गठन भी बीते ढाई महीने से नहीं हो सका है।
इस बारे में अल्पसंख्यक कार्य मं त्रा लय के वरिष्ठ अधिकारी मोहम्मद अफजल ने कहा, ‘‘नाजिम की नियुक्ति और नई कमेटी के गठन की प्रक्रिया चल रही है। इसे लेकर कोई समयसीमा बताना अभी संभव नहीं है।’’ सरकार पर इस स्थल की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबिदीन अली खान ने कहा कि प्रबंधन में किसी के नहीं होने से दरगाह की स्थिति खराब होती जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरी समझ नहीं आता कि सरकार अजमेर शरीफ का क्या करना चाहती है। प्रबंधन का कोई आदमी यहां नहीं है। दरगाह की हालत खराब होती जा रही है। इस बारे में सरकार से पूछा जाना चाहिए।’’ बीते साल जुलाई में अब्दुल मजीद का कार्यकाल खत्म होने के बाद से अब तक किसी नाजिम की नियुक्ति नहीं हो पाई है। नाजिम का अतिरिक्त प्रभार मोहम्मद अफजल ही देख रहे हैं, हालांकि वह दिल्ली में रहकर की दरगाह के प्रबंधन के ज्यादातर कामों को देखते हैं।

मंदिर से हुई चोरी


मंदिर से हुई चोरी

(सीमा श्रीवास्तव)

बिलासपुर (साई)। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित प्रसिद्ध रतनपुर क्षेत्र के मंदिर में चोरों ने धावा बोलकर वहां स्थापित देवी, देवताओं की मूर्तियों से मुकुट तथा लगभग 20 हजार रुपये की चोरी कर ली है। बिलासपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रतनपुर के प्राचीन मंदिर गिरिजाबंध मंदिर को चोरों ने बीती रात अपना निशाना बनाया। चोरों ने श्रीराम, जानकी और हनुमान की प्रतिमा से मुकुट, छत्र और दान पेटी से करीब 20 हजार रुपये चुराए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि सुबह जब मंदिर के सेवक सुमंत गिरी ने मंदिर के पट खोले, तब उन्होंने मुख्य द्वार और गर्भगृह का ताला टूटा हुआ देखा। रतनपुर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर लिया है। चोर अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। उन्होंने बताया कि गिरीजाबंध मंदिर रतनपुर का प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर है। रतनपुर के महामाया, लखनीदेवी और रामटेकरी के मंदिर की तरह यह मंदिर भी श्रद्धालुओं की गहन आस्था का केंद्र है। गिरिजाबंध मंदिर के प्रबंधक तारकेश्वर पुरी हैं। उन्होंने ही रतनपुर थाने में चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
पुलिस के मुताबिक जांच के दौरान मंदिर के समीप झाड़ियों में दान पेटी मिली लेकिन वह खाली थी। यहां से मंदिर का एक बैग भी मिला जिसमें ज्योति कलश से संबंधित दस्तावेज थे। चोरी का खुलासा करने के लिए पुलिस फोरेंसिक एक्सपर्ट की मदद ले रही है।
गौरतलब है कि 14 साल पहले रतनपुर के महामाया मंदिर से देवी प्रतिमा के आभूषण चोरी हो गए थे, जिसका खुलासा आज तक रतनपुर पुलिस नहीं कर सकी है। चोर अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।

बलात्कार रोकना है तो विवाह की उम्र करो कम!


बलात्कार रोकना है तो विवाह की उम्र करो कम!

(अनेशा वर्मा)

चंडीगढ़ (साई)। हरियाणा में बलात्कार की बढ़ती घटनाओं के बीच राज्य की खाप पंचायतों ने एक अनोखा सुझाव दिया है और उसका कहना है कि विवाह की उम्र सीमा में कमी की जानी चाहिए जिससे ऐसे अपराधों पर काबू पाया जा सके। वहीं कांग्रेस के अनुसार ऐसी घटनाओं के पीछे षडयंत्रहै।
उधर, किशोरियों के साथ बलात्कार की घटनाओं से चिंतित राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने हस्तक्षेप करते हुए राज्य सरकार से हर ऐसे मामले में स्पष्टीकरण मांगा है। खाप के एक प्रतिनिधि सूबे सिंह ने कहा, ‘लड़के और लड़कियों की शादी 16 साल की उम्र में हो जानी चाहिए ताकि वे पथभ्रष्ट नहीं हो सकें। इससे बलात्कार की घटनाओं में कमी आएगी।
खाप के एक अन्य सदस्य ने कहा, ‘बच्चों के बड़े होते ही उनमें यौन आकांक्षाएं आने लगती हैं लेकिन जब वे पूरी नहीं होती हैं तो वे पथभ्रष्ट हो जाते हैं। इस वजह से शादी के लिए कोई न्यूनतम उम्र सीमा नहीं होनी चाहिए।उल्लेखनीय है कि हरियाणा में एक महीने के अंदर बलात्कार की 12 घटनाएं सामने आई हैं।
इस बीच, जींद जिले के सच्चाखेड़ा गांव में एक दलित लड़की से बलात्कार मामले में मुख्य आरोपी सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में आरोपी दो अन्य लोगों को शनिवार को ही गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि मामले के मुख्य आरोपी और पीड़िता के पडोसी प्रदीप एवं नवीन को गिरफ्तार कर लिया गया है।

अपनों ही के काट दिए टिकिट


अपनों ही के काट दिए टिकिट

(मीना जायस्वाल)

शिमला (साई)। भारतीय जनता पार्टी ने नवंबर में होने जा रहे हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 11 और उम्मीदवारों की सूची जारी की लेकिन विधानसभा अध्यक्ष तुलसी राम और पूर्व मंत्री दिलेराम को टिकट नहीं दिया। टिकट नहीं मिलने से नाराज दिलेराम ने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा की है।
टिकट नहीं मिलने से नाराज दिलेराम ने मंडी जिला भाजपा अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उन्होंने पूरे समर्पण से भाजपा की सेवा की और यदि उसका उन पर विश्वास नहीं है तो जिला अध्यक्ष बने रहने का कोई कारण नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘मैं सोमवार से अपना चुनाव अभियान शुरू करूंगा।नचान ब्लाक भाजपा समिति के सदस्यों ने भी दिलेराम को टिकट नहीं मिलने के विरोध में सामूहिक इस्तीफा दे दिया। तुलसी राम और पूर्व मंत्री वरिष्ठ भाजपा नेता दिलेराम ने क्रमशः भारमौर (अनुसूचित जन जाति) तथा नचान (अनुसूचित जाति) निर्वाचन क्षेत्रों से पिछला विधानसभा चुनाव जीता था।
जीया लाल भारमौर से पार्टी के उम्मीदवार होंगे जबकि नौसिखुआ विनोद कुमार नचान (अनुसूचित जाति) से चुनाव लड़ेंगे। भाजपा ने 28 सितंबर को 45 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। 11 और उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही भाजपा ने अबतक 68 विधानसभा सीटों में से 56 के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं।

चौधरी की मांद में घुसकर दहाड़े शिवराज


चौधरी की मांद में घुसकर दहाड़े शिवराज

(यशवंत)

वाशिंग्टन डीसी (साई)। भले ही टाईम पत्रिका के द्वारा भारत गणराज्य के वजीरे आज़म डॉ.मनमोहन सिंह को अंडर एचीवर कहने पर कांग्रेस के प्यादों ने लोकल स्तर पर अपना विरोध दर्शाया हो पर भाजपा के हृदय प्रदेश के निजाम शिवराज सिंह चौहान ने मर्दबनकर अमरीका की ही धरती पर दहाड़ लगाई है।
अमरीका दौरे पर गए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को उम्मीद से कम सफल’ (अंडरअचीवर) कहने के लिए टाइमपत्रिका की कड़ी आलोचना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, ‘इसे हम स्वीकार नहीं कर सकते। वह पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं, न कि सिर्फ भाजपा अथवा कांग्रेस के। हम इस संदर्भ में उनका सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारे बीच उन मुद्दों पर मतभेद हैं जो एक लोकतांत्रिक देश में होते हैं
चौहान ने कहा, ‘फिलहाल मल्टी ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई को लेकर हमारे मतभेद हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि हम प्रधानमंत्री का अनादर करते हैं, वह हमारे प्रधानमंत्री हैं और हम उनका सम्मान करते हैं। शिवराज सिंह चौहान ने एक सवाल के जवाब में कहा है कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर भाजपा में किसी तरह के मतभेद नहीं है। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले उम्मीदवार के नाम का ऐलान उचित समय पर किया जाएगा।
उन्होंने फिलहाल खुद को केंद्र की राजनीति से दूर रखने की बात कहीं। उन्होंने कहा कि वो फिलहाल राज्य के समग्र विकास पर अपनी पूरी उर्जा लगाने के इच्छुक हैं। चौहान ने ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपीकी बैठक को संबोधित करते हुए ये बात कही। इसमें गेट्रर वॉशिंगटन इलाके में रहने वाले भाजपा के समर्थक मौजूद थे।