गुरुवार, 20 सितंबर 2012

दादा बिन सब सून


दादा बिन सब सून

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। सालों साल कांग्रेस की सेवा कर संकटमोचक बनने वाले (पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का विरोध कर समाजवादी कांग्रेस बनाने वाले) प्रणव मुखर्जी के रायसीना हिल्स पहुंचने के बाद कांग्रेस में परेशानियों का पहाड़ सा टूट पड़ा है। कांग्रेस के आला नेता अब प्रणव मुखर्जी की कमी शिद्दत से महसूस कर रहे हैं। महामहिम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के शपथ लेते ही देश के राष्ट्रपति की वेब साईट पर उनकी उपलब्धियों का बखान कर दिया गया है।
सूचना का अधिकार, खाद्य सुरक्षा विधेयक, विशिष्ठ पहचान पत्र, सूचना प्रौद्योगिकी, डीएमआरसी यानी दिल्ली मेट्रो आदि को महामहिम की उपलब्धियों की फेहरिस्त में स्थान दिया गया है। वित्त विभाग की कमान संभालने के दौरान 70 और 80 के दशकों में विभिन्न बैंक जैसे क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक आदि की स्थापना भी प्रणव दा के खाते में ही आ रही हैं।
जब जब कांग्रेस पर संकट के बादल छाए तब तब प्रणव मुखर्जी ने कांग्रेस को संकट से उबारा है। अब जबकि प्रणव दा राजनीति से विदा ले चुके हैं और देश के सबसे बड़े संवैधानिक पद पर हैं तब कांग्रेस को संकट के क्षणों में दादा की याद बुरी तरह आ रही है। वर्तमान संकट हो या कोई ओर दादा को संकट हल करने में मास्टरी हासिल थी। यही कारण था कि यूपीए टू में हुए घपले धोटालों की गूंज के बाद भी सरकार पर कोई आंच नहीं आ पाई थी।
हाल ही में ममता बनर्जी द्वारा समर्थन वापसी की घोषणा के बाद कांग्रेस को बहुत ही डर सता रहा है, कहीं ममता की देखादेखी और दल भी समर्थन वापस ना ले लें। कांग्रेस के सत्ता और शक्ति के शीर्ष केंद्र 10, जनपथ के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि सोनिया गांधी ने इस संकट से उबारने के लिए दादा की मदद की गुहार लगाई थी, पर दादा ने अपने आप को संवैधानिक दायरे में बंधे होने की बात कहकर अपनी खाल तो बचा ली पर कांग्रेस का संकट बढ़ा ही दिया है।
छोटे मोटे संकट हल करने के लिए कांग्रेस ने कुशल प्रबंधक अहमद पटेल और पत्रकार मंत्री राजीव शुक्ला का उपयोग किया था पर सदन में राजीव शुक्ला द्वारा कराई गई किरकिरी और राहुल गांधी के खिलाफ माहौल तैयार करने के अहमद पटेल पर लग रहे परोक्ष आरोपों से दोनों ही नेता संकटमोचक की भूमिका में नहीं आ पा रहे हैं। नए उभरे संकटमोचक जनार्दन द्विवेदी पर सोनिया दांव लगाने के मूड में नहीं दिख रही हैं।

मिड टर्म पोल की संभावनाओं से गदगद गड़करी


मिड टर्म पोल की संभावनाओं से गदगद गड़करी

(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। देश के मुख्य राजनैतिक दल भाजपा और कांग्रेस द्वारा हर माह सर्वे कराकर अपनी जमीनी हकीकत पता करवाई जाती है। इसी तरह कांग्रेस और भाजपा के क्षत्रप भी अपने अपने संसदीय और विधानसभा क्षेत्रों में सतत सर्वेक्षण करवाकर अपनी औकात का पता करवाते रहते हैं। पिछले दिनों उपजी परिस्थितियों का देशव्यापी सर्वेक्षण की रिपोर्ट जैसे ही गड़करी के हाथों में आई गड़करी की मानो बांछें ही खिल गईं।
भाजपा के नेशनल प्रेजीडेंट नितिन गड़करी के करीबी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि एक सर्वेक्षण एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट गड़करी के विदेश से वापस आने पर उन्हें सौंपी है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर अभी मिड टर्म पोल हो जाएं तो भाजपा को अप्रत्याशित बढ़त इसलिए मिल सकती है क्योंकि जनता के सामने भ्रष्टाचार, घपले घोटालों के साथ ही साथ मंहगाई का भी अस्त्र है।
सूत्रों ने कहा कि कुछ दिन पूर्व ममता बनर्जी और मुलायम सिंह यादव ने गड़करी से भेंट की थी। गड़करी, मुलायम और ममता के त्रिफला ने यह तय किया था कि मिड टर्म पोल के बाद अगर राजग की सरकार बनी तो मुलायम और ममता को भाजपा से पहले बारी बारी से प्रधानमंत्री बनने का मौका दिया जाएगा। जुलाई में बनी इस रणनीति को अब अंजाम दिया गया बताया जा रहा है।
हाल ही में ममता बनर्जी द्वारा केंद्र सरकार से समर्थन वापसी उसी एजेंडे का हिस्सा माना जा रहा है। देर सबेर मुलायम सिंह यादव भी पल्टी मारकर भाजपा के पाले में आ सकते हैं। डीएमके भी कांग्रेस की ओर आंख तरेर रही है। शरद पंवार को भी गड़करी ने साध लिया बताया जाता है।
सूत्रों ने बताया कि घोटाले दल घोटाले, महंगाई और अब डीजल दरों में बढ़ोतरी, एफडीआई और एलपीजी को लेकर उपजे माहौल के बीच अगर मिड टर्म पोल होते हैं तो उसका सबसे बड़ा फायदा विपक्षी एनडीए को हो सकता है। बीजेपी भी यही मान रही है लेकिन इसके साथ ही पार्टी को यह लगता है कि कांग्रेस भी इस माहौल को भांप रही है और उसकी पूरी कोशिश होगी कि कम से कम इन हालातों में तो मिड टर्म पोल न हों। बीजेपी को लगता है कि अगर हालात इसी तरह बिगड़ते रहे तो आने वाले वक्त में उसे और फायदा मिल सकता है।
उधर, पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस वक्त घोटाले तो सामने आए ही हैं, लेकिन जनता के बीच सबसे बड़ा गुस्सा महंगाई को लेकर है। अब जिस तरह से रियायती एलपीजी सिलिंडरों की संख्या छह तक सीमित कर दी गई है, उससे अब जनता की नाराजगी पीक पर है। ऐसे में अगर अभी चुनाव का ऐलान होता है तो बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को इसका फायदा मिलेगा। इसकी वजह यह है कि इस वक्त किसी एक राज्य में नहीं बल्कि पूरे देश में ही सरकार के खिलाफ आक्रोश है।
पार्टी नेताओं का मानना है कि अभी यूपीए सरकार की कोशिश होगी कि मिड टर्म पोल किसी भी हालत में न हों लेकिन अगर सरकार इसी तरह से आगे भी चली तो आने वाले महीनों में इस सरकार की स्थिति और खराब होगी। मसलन, टीएमसी के समर्थन वापसी के ऐलान के बाद सरकार के अन्य सहयोगी दलों का दबाव और बढ़ेगा और वे इस सरकार से और फायदा उठाने की कोशिश करेंगे। इनमें एसपी और बीएसपी भी शामिल हैं। ऐसे में सरकार की छवि भी खराब होगी और जनता के बीच पकड़ और ढीली होती जाएगी। ऐसे में आगे चलकर बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को चुनावी फायदा और बढ़ेगा।
बीजेपी नेता प्रकाश जावेड़कर का कहना है कि मिड टर्म पोल की चर्चा इसलिए शुरू हो गई है, क्योंकि सरकार अपना बहुमत खो चुकी है। बीजेपी सिर्फ सरकार बनाने के लिए ही नहीं बल्कि इस वक्त वह जनता की लड़ाई लड़ रही है। ऐसे में इस सरकार का जाना देश हित में है। बीजेपी के ही कुछ नेताओं का यह भी मानना है कि मिड टर्म पोल की उम्मीद करना आसान नहीं है, इसकी वजह यह है कि हाल के फैसलों से भले ही सरकार के खिलाफ लोगों में नाराजगी हो लेकिन इन फैसलों से देश में कोल घोटाले की चर्चा नेपथ्य में चली गई। यह सरकार के पक्ष में जाता है। ऐसे में हो सकता है कि सरकार को इसी तरह से अगले मार्च तक चलाया जाए और इस बीच कुछ बड़े फैसले करने के बाद खुद को कुर्बान करने के बहाने मिड टर्म पोल का ऐलान कर दिया जाए।

बनर्जी ने मनमोहन पर नहीं दिखाई ममता


बनर्जी ने मनमोहन पर नहीं दिखाई ममता

(रश्मि सिन्हा)

नई दिल्ली (साई)। त्रणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के बीच रार अभी जस की तस ही बनी हुई है। कांग्रेस और त्रणमूल कांग्रेस के नेता एक दूसरे पर उपेक्षा और संवादहीनता के आरोप मढते जा रहे हैं। जुम्मे की नमाज के उपरांत त्रणमूल के मंत्री अपना त्यागपत्र प्रधानमंत्री को सौंप देंगे।
केन्द्रीय वाणिज्य और कपड़ा मंत्री आनन्द शर्मा ने तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी से कहा है कि वे संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन, यूपीए से अपना समर्थन वापस लेने के फैसले पर फिर से विचार करें। कल अहमदाबाद में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने सुश्री बनर्जी से अनुरोध किया कि यूपीए सरकार से समर्थन वापस लेने के फैसले पर उन्हें पुनर्विचार करना चाहिए।
कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि तृणमूल कांग्रेस उसकी महत्वपूर्ण सहयोगी है और उसकी मांगों पर पार्टी के वरिष्ठ नेता विचार करेंगे। कल तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा था कि यूपीए के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस लेने का उनकी पार्टी का फैसला बदला नहीं जाएगा। सुश्री बनर्जी ने खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी और रियायती दर पर रसोई गैस सिलेंडर की संख्या सीमित करने के फैसले वापस लेने की मांग दोहराई।
इस बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि पार्टी संसदीय बोर्ड की आज नई दिल्ली में बैठक होगी जिसमें सरकार को समर्थन के बारे में फैसला किया जाएगा। उधर, बहुजन समाज पार्टी ने संकेत दिया है कि वह सरकार को समर्थन दे सकती है। साथ उसने यह भी कहा है कि वह अगले महीने की नौ तारीख को इस बारे में फैसला करेगी। डीएमके पार्टी ने कहा है कि वो सरकार में बनी रहेगी। भारतीय जनता पार्टी ने भी डीजल कीमतों में बढ़ोत्तरी, सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडरों की आपूर्ति की संख्या सीमित करने और खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के फैसले वापस लेने की मांग दोहराई है।

तीन और कोल खण्ड निरस्त होंगे


तीन और कोल खण्ड निरस्त होंगे

(प्रियंका)

नई दिल्ली (साई)। अन्तर मंत्रालय समूह ने कल तीन और कोयला खंडों के आवंटन को रद्द करने की सिफारिश की है। ये कोयला खंड है- मेसर्स इलेक्ट्रो स्टील कास्टिंग्स लिमिटेड और अन्य को आवंटित उत्तर धाडू, मेसर्स रूंगटा माइन्स लिमिटेड और मेसर्स सनफ्लैग आयरन एण्ड स्टील लिमिटेड को आवंटित छोरीतांड तैलाया तथा मेसर्स महाराष्ट्र सीमलेस लिमिटेड, मेसर्स धारीवाल इन्फ्रांस्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स केशोराम इंडस्ट्रीज लिमिटेड को आवंटित गोन्डखरी खान।
सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार अन्तर मंत्रालय समूह ने चार कोयला खंडो की बैंक गारंटी भी काटने की सिफारिश की है। इनमें जायसवाल नेको इंडस्ट्रीज लिमिटेड को आवंटित मोइत्रा, मेसर्स नीलाचंल आयरन एण्ड स्टील लिमिटेड और मेसर्स बजरंग इस्पात  प्राइवेट लिमिटेड को आवंटित डुमरी, मेसर्स डी।बी। पावर लिमिटेड को आवंटित दुर्गापुर-२ और सरैया तथा मेसर्स आर्सेलर मित्तल इडियन लिमिटेड और मेसर्स जी।बी।के पावर गोविन्दवाल साहिब लिमिटेड को आवंटित सेरेग्रहा  खानें शामिल हैं।

कावेरी विवाद में नहीं बनी सहमति

कावेरी विवाद में नहीं बनी सहमति

(महेश रावलानी)

नई दिल्ली (साई)। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में कल नई दिल्ली में उनके आवास पर हुई कावेरी नदी प्राधिकरण की बैठक में कोई सहमति नहीं बन पाई है। बैठक में तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता, कर्नाटक के मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर, पुदुचेरी के मुख्यमंत्री एन। रंगासामी और केरल के जलसंसाधन मंत्री पी।जे। जोसेफ उपस्थित थे।
बैठक के बाद संवाददाता से बातचीत में जल संसाधन मंत्री पवन कुमार बंसल ने बताया कि प्रधानमंत्री ने संबंधित राज्यों से इस मामले का मैत्रीपूर्ण हल निकालने की अपील की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कर्नाटक से तमिलनाडु के लिए २१ सितम्बर से १५ अक्टूबर तक ९ हजार क्यूसेक पानी छोड़ने के लिए कहा है। १५ अक्टूबर तक कावेरी प्राधिकरण समिति इस मामले पर फिर से गौर करेगी और अगर जरूरत पड़ी तो समिति की बैठक फिर से बुलाई जाएगी।

आरटीई पर याचिका रद्द


आरटीई पर याचिका रद्द

(महेंद्र देशमुख)

नई दिल्ली (साई)। उच्चतम न्यायालय ने शिक्षा के अधिकार से संबंधित अधिनियम पर अमल  के अपने फैसले पर पुनर्विचार से संबंधित एक याचिका खारिज कर दी है। इसके तहत सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और गैर-सहायता प्राप्त निजी स्कूलों से कहा गया था कि वे ग़रीब बच्चों के लिए पच्चीस प्रतिशत सीटें आरक्षित करें।
प्रधान न्यायाधीश एस एच कापड़िया और न्यायमूर्ति के. एस. राधाकृष्णन तथा न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की पीठ ने निजी स्कूलों द्वारा दाखिल की गई याचिका खारिज कर दी। इस याचिका में १२ अप्रैल के उस फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया गया था, जिसमें  न्यायालय ने शिक्षा के अधिकार अधिनियम को संवैधानिक रूप से उचित ठहराया था। न्यायालय की पीठ ने निजी स्कूलों की ये दलीलें खारिज कर दी कि इस तरह की शर्तें लगाने से संविधान के अनुच्छेद-१९ के तहत दिये गए मौलिक अधिकार का उल्लंघन होता है।

अफगानिस्तान को 23 रनों से हराया भारत ने


अफगानिस्तान को 23 रनों से हराया भारत ने

(टी.विश्वनाथन)

कोलंबो (साई)। भारत ने, कोलम्बो में आईसीसी विश्व कप ट्वेंटी-ट्वेंटी क्रिकेट के अपने आरंभिक मैच में अफगानिस्तान को २३ रन से हरा दिया है। भारत ने निर्धारित २० ओवर में ५ विकेट खोकर एक सौ उनसठ रन बनाये।  विराट कोहली ने ३९ गेंदो में सबसे अधिक ५० रन बनाए ।
भारत ने अफगानिस्तान से अपना पहला मैच २३ रनों से जीत तो लिया पर ये जीत उतनी विश्वसनीय नहीं थी जितनी कि उम्मीद की जा रही थी। अफगानिस्तान ने टॉस जीतकर बॉलिंग करने का फैसला किया। भारत के सलामी बल्लेबाज एक बार फिर नाकाम रहे। युवराज भी ज्यादा देर टिक न सके। विराट कोहली और सुरेश रैना ने पारी को संभाला।
आखिरी ओवर में कप्तान धोनी ने अच्छा खेलते हुए स्कोर को १५९ तक पहुंचाया। अफगानिस्तान के बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजी को शुरू से ही हावी नहीं होने दिया। लेकिन बारहवें ओवर में युवराज सिंह ने दो विकेट लेकर अफगानिस्तान को गहरा झटका दिया। इसके बाद विकटों के गिरने का सिलसिला जारी रहा और पूरी टीम १३६ पर सिमट गयी। विराट कोहली मैन ऑफ द मैच रहे। कल दूसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया ने आयरलैंड को सात विकेट से हराया। आज ग्रुप-सी के एक मैच में दक्षिण अफ्रीका का मुकाबला जिम्बाब्बे से होगा।

डबल डेकर रेल आंरभ


डबल डेकर रेल आंरभ

(जलपन पटेल)

अहमदाबाद (साई)। केन्द्रीय रेल राज्यमंत्री श्री भरतसिंह सोलंकी ने कल अहमदाबाद में कालूपुर रेलवे स्टेशन से सुपर फास्ट वातानुकूलित डबल डेकर अहमदाबाद-मुम्बई एक्सप्रेस रेलगाड़ी को झंड़ी दिखाकर रवाना किया। यह रेलगाडी आधुनिक सुविधाओं से लैस है।
ज्ञातव्य है कि रेलवे राज्यमंत्री श्री भरतसिंह सोलंकी ने मुम्बई जाने वाली डबल डेकर एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई तब अहमदाबाद के लोगों के लिए ऐसी सुविधा का लम्बा इंतजार भी खत्म हुआ। अहमदाबाद और मुंबई के बीच इस वक्त दूसरी २७ ट्रेनें भी चलती है लेकिन यह ट्रेन सबसे अलग है। सम्पूर्ण एयर कंडिश्नर वाली यह ट्रेन ५०० किलोमीटर की दूरी सिर्फ सात घंटों में तय करेगी, जिसके प्रत्येक कोच में ५४ प्रतिशत अधिक बैठक क्षमता है। अहमदाबाद और मुम्बई के बीच यह ट्रेन सप्ताह में छह दिन सोमवार से शनिवार चलेगी।

डबल डेकर रेल आंरभ


डबल डेकर रेल आंरभ

(जलपन पटेल)

अहमदाबाद (साई)। केन्द्रीय रेल राज्यमंत्री श्री भरतसिंह सोलंकी ने कल अहमदाबाद में कालूपुर रेलवे स्टेशन से सुपर फास्ट वातानुकूलित डबल डेकर अहमदाबाद-मुम्बई एक्सप्रेस रेलगाड़ी को झंड़ी दिखाकर रवाना किया। यह रेलगाडी आधुनिक सुविधाओं से लैस है।
ज्ञातव्य है कि रेलवे राज्यमंत्री श्री भरतसिंह सोलंकी ने मुम्बई जाने वाली डबल डेकर एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई तब अहमदाबाद के लोगों के लिए ऐसी सुविधा का लम्बा इंतजार भी खत्म हुआ। अहमदाबाद और मुंबई के बीच इस वक्त दूसरी २७ ट्रेनें भी चलती है लेकिन यह ट्रेन सबसे अलग है। सम्पूर्ण एयर कंडिश्नर वाली यह ट्रेन ५०० किलोमीटर की दूरी सिर्फ सात घंटों में तय करेगी, जिसके प्रत्येक कोच में ५४ प्रतिशत अधिक बैठक क्षमता है। अहमदाबाद और मुम्बई के बीच यह ट्रेन सप्ताह में छह दिन सोमवार से शनिवार चलेगी।

नितीश को गिरगिट की संज्ञा दी लालू ने


नितीश को गिरगिट की संज्ञा दी लालू ने

(प्रतिभा सिंह)

पटना (साई)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमों और पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर नये सिरे से हमला करते हुये कहा कि नीतीश गिरगिट की तरह रंग बदलते हैं। नीतीश ने गुरुवार को मोतिहारी की अपनी सभा में कहा कि जो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देगा उसी को आगामी लोकसभा चुनाव में सरकार बनाने में मदद करेंगे। लालू ने इसे एक शगूफा मात्र की संज्ञा देते हुए आरोप लगाया कि नीतीश गिरगिट की तरह रंग बदलते रहते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार बंटवारे के समय केंद्र की पिछली राजग सरकार जिसमें नीतीश मंत्री थे, उस समय हमलोग बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग करते रहे पर पर उन्होंने बिहार को इंसाफ नहीं दिलवाया बल्कि हाथ चमकाकर बोल दिए कि विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की क्या जरूरत है, विशेष पैकेज दे दिया है।
राजद के प्रधान महासचिव रामकृपाल यादव ने नीतीश पर प्रधानमंत्री बनने का बड़ा ख्वाब पाल रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह पूरा होने वाला नहीं है। नीतीश इस ख्वाब को ध्यान में रखकर इस तरह का बयान दे रहे हैं। उन्होंने नीतीश पर लोगों को दिग्भ्रमित करने और उन्हें धोखा देने का भी आरोप लगाया।

मिली स्माल बी की झलक


मिली स्माल बी की झलक

(दीपक अग्रवाल)

मुंबई (साई)। जीते जी ही किंवदंती बन चुके सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की पोती अराध्या के बारे में जानने हर कोई उत्सुक ही है। ऐश्वर्या और अभिषेक की दुलारी आराध्यादिखने में कैसी है, मां या पापा की तरह। पिछले 10 महीने से हर कोई यह जानने को बेताब था। लेकिन सस्पेंस से आखिकार परदा उठ गया।
आराध्या की पहली तसवीर बुधवार को सार्वजनिक हुई और लोगों ने ऐश्वर्या और अभिषेक की बेटी को देखा। यह तसवीर उस वक्त खींची गयी जब ऐश्वर्या धूम-3 की शूटिंग में व्यस्त अपने पति अभिषेक से मिलने शिकागो जा रही थीं। फोटोग्राफर विराल भयानी मां-बेटी के इस अनमोल पल को कैमरे में कैद करने में कामयाब रहे।

भारत में अरबपतियों की संख्या 2011 में 18 फीसदी घटी


भारत में अरबपतियों की संख्या 2011 में 18 फीसदी घटी

(प्रशांत बनर्जी)

कोलकता (साई)। एशिया-प्रशांत क्षेत्र में पिछले साल पहली बार अरबपतियों की तादाद किसी भी अन्य क्षेत्र के मुकाबले बढ गई लेकिन आर्थिक नरमी के बीच भारत की अति धनाढ्य आबादी में 18 फीसद गिरावट आई है। एशिया-प्रशांत क्षेत्र में 2011 के दौरान किसी भी अन्य क्षेत्र के मुकाबले बडे अमीरों-जिनके पास 10 लाख डालर या इससे ज्यादा निवेश योग्य संपत्ति है-की संख्या अधिक रही लेकिन उनकी कुल संपत्ति आंशिक तौर पर घटी। यह बात कैपजेमिनी और आरबीसी वेल्थ मैनेजमेंट रपट में कही गई। एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अरपतियों की संख्या 337 लाख रही जो पहली बार उत्तरी अमेरिकी के स्तर को और लगातार दूसरी बार यूरोप के अमीरों की संख्या के स्तर को पार कर गई।
इस रपट में 10 प्रमुख बाजारों-आस्ट्रेलिया, चीन, हांगकांग, इंडिया, इंडोनेशिया, जापान सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, थाइलैंड ओर ताईवान पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इसके पिछले दो साल में भारत और हांग कांग ने वृद्धि का नेतृत्व किया। रपट में कहा गया ‘‘शेयर बाजार में गिरावट हुई और आशंका से अधिक आर्थिक नरमी के कारण 10 लाख डालर से ज्यादा की निवेशयोग्य परिसंपत्ति वाले व्यक्तियों की तादाद घट गई है।’’

मौत की तारीख! मजाक पर है दिलचस्प


मौत की तारीख! मजाक पर है दिलचस्प

(जया श्रीवास्तव)

विदिशा (साई)। सात समंदर पार से लेकर कांहा की नगरी तक हर शख्स अपनी मौत की तारीख जानने को बेताब है। दुनिया भर में करोड़ों लोग फेसबुक पर मुकर्रर हुई अपनी मौत की तारीख की चर्चा कर रहे हैं। रोमांच के इस खेल में जिनके जल्दी मरने का संदेश साइट पर रिप्लाई में आ रहा है, वह सन्नाटे में हैं।
जिनकी आयु 70 से अधिक बता दी गयी है, वह दिल खोल कर अपनी मौत की तारीख पर चर्चा कर रहे हैं। चेहरे की किताब यानी फेसबुक पर मौत के इस खेल के साथ ही लोग अपने पूर्व जन्मों का लेखाजोखा भी निकाल रहे हैं। फेसबुक पर मौत की भविष्यवाणी का यह खेल बिल्कुल नया है। ब्रज के ही हजारों लोग अपनी मौत की तारीख नोट कर घर-बाहर इसका जिक्र कर रहे हैं।
डेथ एनलाइजर पर क्लिक करने के बाद मांगे गये विवरण को देते ही फेसबुक पर मौत की तारीख और इसका कारण आ जाता है। मथुरा के कच्ची सड़क निवासी सुमित मित्तल कहते हैं कि मौत के इस खेल ने रोमांच पैदा किया है। मौत की तय तारीख पर यकीन नहीं है, लेकिन सुमित बड़े खुश होकर बताते हैं।
फेसबुक पर जो बताया गया उसके अनुसार 2060 तक उनकी जिंदगी चलेगी। महोली रोड के रजत गोयल ने भी अपनी मौत की फेसबुकिया तारीख देख ली है।

गणेश चतुर्थी पर अखाडे का आयोजन


गणेश चतुर्थी पर अखाडे का आयोजन

(शैलेन्द्र)

बीकानेर (साई)। गणेश चतुर्थी के अवसर पर आज स्थानीय मारूति व्यायाम मंदिर में परम्परागत अखाड़े का आयोजन हुआ और नगर के वरिष्ठ खिलाड़ियों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ बी.डी. कल्ला ने कहा कि खेल व्यक्ति के जीवन का अभिन्न अंग है और परम्परागत खेल अब हमारे जीवन से अलग होते जा रहे हैं। उन्होंने खेलों के नवीन तरीकों को अपनाने व नए जमाने के अनुसार खेलों के विकास पर जोर देते हुए कहा कि मारूति व्यायाम मंदिर आने वाले समय में खेलों का हब बनें इसके प्रयास किए जाने चाहिए। डॉ कल्ला ने कहा कि बीकानेर में खेलों का स्वर्णिम इतिहास रहा है और आज जरूरत है उस इतिहास को आगे ले जाने की। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए नगर विकास न्यास बीकानेर के अध्यक्ष हाजी मकसूद अहमद ने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है और बीकानेर नगर विकास न्यास खेलों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और आगे भी बीकानेर के खिलाड़ियों के लिए बीकानेर नगर विकास न्यास के प्रयास जारी रहेंगे। इस अवसर पर मारूति व्यायाम मंदिर के उस्ताद नृसिंह लाल किराड़ू ने संस्था का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस मौके पर अणदी पहलवान व श्याम पहलवान के बीच तथा मनोर पहलवान व पूनम चंद व्यास के बीच अखाड़े में जोर आजमाईश भी हुई।
इस अवसर कुश्ती के वरिष्ठ पहलवान रिखबदास बोड़ा, माणक चंद भादाणी, विष्णुदत्त छंगाणी उर्फ नू पहलवान, राजस्थान बैंडमिंटन के वरिष्ठ खिलाड़ी व कोच मंगलचंद रंगा, अंतर्राष्ट्रीय साइकलिस्ट व एशियाड खिलाड़ी गणेश सुथार, फुटबाल के राष्ट्रीय खिलाड़ी श्रीबल्लभ बिस्सा, राष्ट्रीय वेटलिफ्टर रामविनोद शर्मा, राष्ट्रीय पावर लिफ्टर व राष्ट्रीय वेटलिफ्टर व पहलवान श्रीलाल जोशी का शॉल, साफा, प्रतीक चिन्ह भेंट कर माल्यार्पण कर तथा अभिनन्दन पत्र भेंट कर सम्मान किया गया। इन सभी खिलाड़ीयों का माल्यार्पण मारूति व्यायाम मंदिर के दाऊ लाल छंगाणी ने किया व डॉ बी.डी. कल्ला ने शॉल ओढ़ा कर व हाजी मकसूद अहमद ने साफा पहनाकर व मारूति व्यायाम मंदिर के उस्ताद नृसिंह दास किराड़ू ने प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मान किया। इन सब को अभिनन्दन पत्र भी भेंट किया गया। इस अवसर पर डॉ बी डी कल्ला, हाजी मकसूद अहमद व दाऊ लाल छंगाणी को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया और शॉल व साफा पहनाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता दाऊ लाल छंगाणी ने की। मारूति व्यायाम मंदिर के उस्ताद मनोर पहवान ने सभी आगुंतकों का स्वागत व आभार प्रकट किया। इस अवसर पर शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष जनार्दन कल्ला सहित वरिष्ठ कांग्रेसी नृसिंह दास आचार्य, जुगल किशोर आचार्य, समाजसेवी मूलचंद रंगा, शतरंज के अंतर्राष्ट्रीय कोच शंकरलाल हर्ष, वरिष्ठ साहित्यकार शिवराज छंगाणी, राजेन्द्र बिस्सा, समाजसेवी पूनम चंद व्यास, गुरूबालक ओझा, जितेन्द्र पुरोहित, कुटी महाराज, झंवर लाल किराड़ू, संतोष रंगा सहित बीकानेर शहर के गणमान्य नागरिक व वरिष्ठ पहलवान व पूर्व खिलाड़ी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्याम नारायण रंगा ने किया।

प्रदेश सरकार दे जनता को राहत: वर्मा


प्रदेश सरकार दे जनता को राहत: वर्मा

(संजीव प्रताप सिंह)

सिवनी (साई)। जनता के हितों की रक्षा करने का दायित्व केन्द्र और प्रदेश सरकार दोनों का बराबर का होता हैं। अंर्तराष्ट्रीय कारणों  से यदि केन्द्र सरकार को डीजल में दाम वृद्धि और रसोई गैस में कोटा तय करने का निर्णय लेना पड़ा हैं तो अन्य दलों को सिर्फ विरोध के लिये विरोध करने के बजाय अपने दलों की प्रदेश सरकारों से जनता को राहत दिलाना चाहिये जैसी कि कांग्रेस शासित प्रदेशों और बिहार सरकार ने किया हैं। एफ.डी.आई. पर राजनैतिक दलों का विरोध समझ से परे हैं क्योंकि इसे लागू करने का अधिकार राज्य सरकारों को ही दिया गया हैं। उक्ताशय के विचार इंका नेता आशुतोष वर्मा ने प्रेस को जारी एक विज्ञप्ति में व्यक्त किये हैं।
इंका नेता वर्मा ने विज्ञप्ति में आगे उल्लेख किया है कि सरकार चाहे केन्द्र की हो या प्रदेश की दोनों ही जनता के वोटों के द्वारा चुनी जातीं हैं। इसीलिये जनता की भलायी करने का कर्त्तव्य दोनों का होता हैं। केन्द्र सरकार के निर्णयों की सिर्फ आलोचना करके भाजपा सहित अन्य दलों की प्रदेश सरकारें अपने कर्त्तव्यों की इतिश्री नहीं कर सकतीं हैं।
सिवनी विस क्षेत्र के पूर्व इंका प्रत्याशी आशुतोष वर्मा ने आगे विज्ञप्ति में आगे उल्लेख किया है कि यह सर्वविदित हैं कि तेल उत्पादों की कीमतें अंर्तराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों पर निर्भर करतीं हैं। जब अंर्तराष्ट्रीय बाजार में इसके दाम बढ़तें हैं तो डीजल,पेट्रोल और रसोयी गैस की कीमतें बढ़ाना केन्द्र सरकार की मजबूरी होती हैं। इसी के चलते उसे ऐसे अलोकप्रिय निर्णय लेने पड़ते हैं। इसके बावजूद भी जनता को राहत देने के लिये केन्द्र सरकार इनमें सबसिडी देती आयी हैं। जब अंर्तराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत घटती हैं तो सरकार भी कीमतों को कम करती हैं जैसा कि पिछले दिनों पेट्रोल की कीमतों में सात रु. की वृद्धि करने के बाद सरकार ने दो बार में तीन रु. कीमत कम भी की थी। हाल ही में केन्द्र सरकार पेट्रोल में 5 रु. से अधिक एक्साइज डयूटी कम करके पेट्रोल के दाम बढ़ने से रोके हैं। 
विज्ञप्ति में इंका नेता वर्मा ने बताया है कि हाल ही में कांग्रेस नेतृत्व ने कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को निर्देशित किया है कि वे अपने राज्यों में जनता को राहत पहुचाने के लिये तीन अतिरिक्त गैस सिलेन्डर उपलब्ध कराये।इन तीन सिलेन्डरों की सबसिडी राज्य सरकारें वहन करेंगी। इसी तर्ज बिहार सरकार ने डीजल में प्रादेशिक करों में कमी करके जनता को राहत पहुचायी हैं। इसी तरह अन्य राजनैतिक दलों को भी अपनी प्रदेश सरकारों को निर्देशित कर जनता को राहत पहुचाने के निर्दश देना चाहिये। यदि भाजपा सहित अन्य राजनैतिक दल ऐसा नहीं करते तो यही कहा जायेगा कि उन्हें जनहित से कोई लेना देना नहीं हैं और वे सिर्फ विरोध के लिये विरोध करने की राजनीति कर मगरमच्छ के आंसू बहा रहे हैं। अपना पर्स बंद रख कर दूसरे की जेब काट कर जनता को माल पुए खिलाने की बात करना तो बेमानी ही कही जायेगी।
इंका नेता आशुतोष वर्मा ने विज्ञप्ति में आगे लिखा हैं कि आर्थिक सुधारों एवं आम उपभोक्ता के हित में लिये आवश्यक होने के कारण केन्द्र सरकार ने एफ.डी.आई का जो निर्णय लिया हैं उसे लागू करने का अधिकार राज्य सरकारों को सौंपा हैं। जिन राजनैतिक दलों को इससे परहेज हो वे इसे अपनी पार्टी द्वारा शासित राज्यों में लागू ना करने के लिये स्वतंत्र हैं। लेकिन उसके बाद भी भारत बंद आदि का आयोजन करके इसे एक राजनैतिक मुद्दा बनाना समझ से परे हैं। जिसे तमाम अर्थ शास्त्री उचित और सही बता रहें हों उसे यदि राजनीतिज्ञ गलत बताये तो किसकी बात को तव्वजो दिया जाना चाहिये? यह एक विचारणीय प्रश्न हैं। 

विद्या बालन बनने जा रही हैं दुल्हन


विद्या बालन बनने जा रही हैं दुल्हन

(नेहा घई पण्डित)

नई दिल्ली (साई)। मुन्ना भाई से हिट हुईं विद्याबालान भी अब घर बसाने को आतुर दिख रही हैं। करीना के बाद अब विद्या दुल्हन बनने की तैयारी में हैं। करीना जहां अक्तूबर में शादी कर रही हैं वहीं विद्या की शादी का समय दिसबंर माह में निर्धारित किया गया है। ऐसी अटकलें तेज हो गयी है।
विद्या और यूटीवी के प्रमुख सिद्धार्थ रॉय कपूर एक दूसरे के साथ डेटिंग कर रहे हैं। इनकी शादी की खबरें साल के शुरु आत से ही कई बार सामने आ चुकी हैं। विद्या कई बार यह बात कह चुकी हैं कि फिलहाल उनका कैरियर उनकी प्राथमिकता है लेकिन लगता है कि इस बार मामला सीरियस है। सूत्रों के अनुसार शादी की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।
विद्या फिलहाल घनचक्कर की शूटिंग में मशरुफ हैं। यह फिल्म अक्तूबर के अंत रिलीज होगी। उम्मीद की जा रही हैं कि इस फिल्म की रिलीज के बाद ही विद्या शादी की अपनी खबरों की पुष्टि करें।