मंगलवार, 4 जनवरी 2011

राजा ने पेश किए काल के रिकार्ड

दिग्विजय ने पेश किए करकरे से बातचीत के काल रिकार्ड

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव दिग्विजय सिंह ने 26 नवंबर 2008 के दिन देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में हुए अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले के कुछ घंटों पहले ही महाराष्ट्र एटीएस के प्रमुख हेमंत करकरे से हुई बातचीत का कॉल रेकॉर्ड पेश किए हैं, जिनमें उन्होंने दावा किया था कि करकरे ने फोन पर उनसे चर्चा की थी, साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र के गृहमंत्री आर. आर. पाटिल से माफी की मांग की है।

दिग्विजय सिंह ने पिछले दिनों यह कहकर सनसनी फैला दी थी कि मरने से कुछ घंटे पहले करकरे ने उन्हें फोन करके दक्षिणपंथी ताकतों से धमकी मिलने की बात कही थी। कांग्रेस महासचिव ने कहा था कि वह बातचीत का रेकॉर्ड उपलब्ध करा सकते हैं। हालांकि, बाद में उन्होंने दूरसंचार महकमे से रेकॉर्ड न मिलने की बात कही थी।

दिल्ली में मंगलवार को दिग्विजय सिंह ने हेमंत करकरे से हुई बातचीत का ब्योरा सार्वजनिक करते हुए कहा कि अब ऐसे लोग कम से कम उनसे माफी मांगें जिन्होंने उन्हें झूठा और देशद्रोही तक करार दिया था। उन्होंने कहा कि बीएसएनएस ने उनके फोन कॉल की जानकारी उपलब्ध कराई है।

दिग्विजय सिंह ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री आर. आर. पाटिल के उस बयान पर भी दुख प्रकट किया, जिसमें पाटिल ने दिग्विजय सिंह के दावे पर संदेह जताया था और कहा था कि कांग्रेस नेता और करकरे के बीच किसी भी तरह की बातचीत होने के सबूत उपलब्ध नहीं हैं। मध्य प्रदेश सरकार पर भी आरोप लगाते हुए सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार आतंकी गतिविधियों को छिपाती है। उन्होंने कहा कि समझौता एक्सप्रेस में विस्फोट की साजिश सबरी कुंड में रची गई थी। उन्होंने पाटिल को लिखे पत्र की प्रति भी मीडिया को उपलब्ध कराई है।

सिंह ने दावा किया कि करकरे ने उन्हें कहा था कि उनकी जान को उन तत्वों से खतरा है, जो उनके द्वारा की जा रही मालेगांव ब्लास्ट की जांच से नाराज हैं। मालेगांव ब्लास्ट में कथित रूप से हिंदू आतंकवादियों के शामिल होने के सुराग हैं। करकरे ने उन्हें यह भी बताया कि आरएसएस से जुड़ी एक पत्रिका में उनके बेटे के बारे में भी गलत जानकारियां दी गई हैं। पत्रिका में लिखा है कि उनके बेटे को दुबई से 50 करोड़ रुपए का ठेका मिला हैए जबकि उनका बेटा केवल 17 साल का है।

पत्रकारों से रूबरू दिग्विजय सिंह ने कहा कि यद्यपि उनकी मुलाकात हेमंत करकरे से कभी नहीं हुई थी, फिर भी मालेगांव विस्फोट के कथित सूत्रधारों की गिरफ्तारी पर उन्होंने करकरे को फोन कर बधाई दी थी। उसी समय करकरे ने दिग्विजय सिंह से कहा था कि नागपुर में मौजूद उनके माता पिता को जान से मारने की धमकियां मिल रहीं थीं। साथ ही सिंह ने कहा कि करकरे ने फोन पर चर्चा के दौरान साफ कहा था कि उनकी जान को उन तत्वों से खतरा है जो मालेगांव ब्लास्ट की जांच से नाराज हैं।

381 सेकण्ड बात की करकरे से
दिग्विजय सिंह द्वारा पेश उनके मोबाईल के रिकार्ड में मुंबई एटीएस के उस नंबर का उल्लेख है जो महाराष्ट्र एटीएस की वेव साईट पर कान्टेक्ट नंबर के तौर पर पड़ा हुआ है। बीएसएनएल के महाप्रबंधक भोपाल कार्यालय के लेखाधिकारी द्वारा उन्हें उपलव्ध कराए गए रिकार्ड में 26 नवंबर 2008 को मुंबई के 23087336 नंबर पर उनके मोबाईल से 381 सेकण्ड बात की जाना दर्शाया गया है, वह भी शाम पांच बजकर 44 मिनिट और नौ सेकण्ड पर। यक्ष प्रश्न तो यह है कि 26 नवंबर को अपरान्ह जब ताज होटल पर आतंकियांे ने कब्जा जमा लिया था, तब शाम पांच बजे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने करकरे को एटीएस के जनरल लेण्ड लाईन पर फोन करके बधाई देने की बात कहां से सूझी, जबकि उस वक्त करकरे निश्चित तौर पर आतंकियों से निपटने की रणनीति बनाने में व्यस्त होंगे।

तेरह महीने से ज्यादा रिकार्ड नहीं होता बीएसएनएल के पास
भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के सूत्रों का कहना है कि विभाग के पास किसी भी मोबाईल का महज 13 माह का ही काल रिकार्ड होता है, जैसे ही एक दिन भी इस अवधि से ज्यादा होता है पुराना रिकार्ड अपने आप ही डिलीट हो जाता है। सूत्रों ने आगे कहा कि सुरक्षा एजेंसियों के आग्रह पर विभाग छः छः माह का रिकार्ड दे देती हैं। वैसे काल डिटेल रिकार्ड (सीडीआर) में पूना स्थित विभाग के स्विच रूम से ही इस बात का पता किया जा सकता है कि मोबाईल उपभोक्ता किस समय किस टावर के माध्यम से किससे बात कर रहा है।

एमपी की पुलिस पर भरोसा नहीं!
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि उन्हें मध्य प्रदेश की पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है। इसलिए वे चाहते हैं कि इस मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी से करवाई जाए। बाद में पत्रकारों के द्वारा महाराष्ट्र पुलिस के बारे में यही प्रश्न दुहराने पर उन्होंने अपनी गल्ति को स्वीकारते हुए कहा कि वे एमपी और महाराष्ट्र दोनों ही सूबे की पुलिस का पूरा आदर करते हैं किन्तु मध्य प्रदेश में जिनकी अगुआई में पुलिस काम कर रही है उससे उन्हें शंका है कि जांच निष्पक्ष होगी।

क्या कहा था दिग्विजय सिंह ने
कांग्रेस के ताकतवर महासचिव दिग्जिजय सिंह ने तकरीबन एक महीने पहले सिंह ने दावा किया था कि मुंबई पर 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकी हमले के करीब साढ़े तीन घंटे पहले, याने शाम 6 से 7 बजे के बीच उनकी करकरे से बातचीत हुई। सिंह ने कहा था कि उन्हें नहीं मालूम है कि हेमंत करकरे की मौत के पीछे आरएसएस का हाथ है या नहीं। लेकिन वे यह कह सकते हैं कि करकरे को लगातार धमकियां मिल रही थीं। यहां तक कि नागपुर में रहने वाले उनके माता पिता को भी धमकियां दी जा रहीं थी।

पीसीसी का मोबाईल उपयोग कर रहे हैं सिंह
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे वर्तमान एआईसीसी महासचिव दिग्विजय ंिसंह आज भी मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नाम से आवंटित भारत संचार निगम लिमिटेड का मोबाईल फोन उपयोग कर रहे हैं। 9425015461 नंबर के इस मोबाईल के काल डिटेल आज उन्होंने मीडिया को उपलब्ध करवाए। यह मोबाईल वे बतौर एमपी के चीफ मिनिस्टर भी उपयोग करते रहे हैं।

ममता की नजरें बंगाल पर केंद्रित

बंगाल चुनाव को समर्पित होगा रेल बजट
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल को अघोषित रेल मुख्यालय बनाने वाली केंद्रीय रेल मंत्री ममता बनर्जी ने अगामीरेल बजट की तैयारियों आरंभ कर दी हैं। माना जा रहा है कि देश के अगले रेल बजट पर पश्चिम बंगाल में अगलेसाल होने वाले विधानसभा चुनावों की परछाईं अवश्य ही दिखाई देगी। इस रेल बजट में पश्चिम बंगाल की झोलीभरने की उम्मीद जताई जा रही है। बंगाल विधानसभा का कार्यकाल जून 2011 मंे समाप्त होने वाला है।
गौरतलब होगा कि फरवरी मे केंद्र का रेल बजट आना है और इसी के दो तीन माह के उपरांत पश्चिम बंगाल मेंविधानसभा चुनाव संपन्न होने वाले हैं, लिहाजा ममता बनर्जी पर काम का जबर्दस्त दबाव है। चुनाव के साथ हीसाथ ममता पर रेल बजट की तैयारियों का भी खासा बोझ है। ममता के सामने सबसे बड़ी चुनौति यह उभरकरसामने रही है कि उन्हें इस रेल बजट में आम आदमी की जेब के साथ ही साथ रेल की कमाई का भी ध्यानरखना है।
रेल विभाग के जानकारों का कहना है कि इस बार भी आम आदमी के लिए राहत की बात यह हो सकती है किरेल बजट में पश्चिम बंगाल के चुनावों के मद्देनजर किराए में बढ़ोत्तरी की संभावनाएं क्षींण ही हैं। इस रेल बजटमें आम आदमियों के साथ ही साथ मीडिया को भी अनेक तोहफे मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। ममता नेअपने कार्यकाल में मीडिया कर्मियों को साल में एक मर्तबा अपने परिवार के साथ आधे किराए पर यात्रा कीसुविधा प्रदान की है। चुनावों के मद्देनजर ममता द्वारा मीडिया को खुश करने का उपक्रम किया जा सकता है।

लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था को लाना होगा पटरी पर
ममता बनर्जी के दिल्ली से गायब रहने से रेल की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। रेल विभाग कीलगभग एक लाख करोड़ की परियोजनाएं लंबित पड़ी हुई हैं। फंड के अभाव के चलते इन परियोजनाओं परकाम आगे नहीं बढ़ाया जा सक रहा है। रेल मंत्रालय की मेराथन बैठकों के बाद लगभग तीस हजार करोड़ कीपरियोजनाओं को उच्च प्राथमिकता पर रखा गया है। मंत्रालय के सूत्रों का दावा है कि लगभग सत्तर हजार करोड़रूपयों की परियोजनाएं धनाभाव के चलते आरंभ होने का रास्ता देख रही हैं।

नक्षत्र 2011 प्रगति मैदान में 17 से

नक्षत्र 2011 प्रगति मैदान में 17 से
नई दिल्ली (ब्यूरो) नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 17 जनवरी से ज्योतिष एवं वास्तु पर आधारित सात दिवसीयछटवा नक्षत्र मेला आरंभ हो रहा है, जिसमें देश के जाने माने वास्तुविद, अंक ज्योतिषी, हस्तरेखा विशेषज्ञ, चहेरा, हथेली नखून आदि को देखकर भविष्य बांचने वाले और ज्योतिषविदों का जमावड़ा होगा।
इंडिया ट्रेड प्रमोशन ऑर्गनाईजेशन और फ्यूचर प्वाईंट द्वारा संयुक्त तौर पर आयोजित इस मेले का आयोजन 17 सेजनवरी तक किया गया है। इस मेले में इसके अलावा आर्ट ऑफ लिविंग, ब्रम्हाकुमारीज, लाल बहादुर शास्त्रीविद्यापीठ, ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ एस्ट्रोलाजर्स आदि से जुड़े प्रकांड विद्वान व्याख्यान देंगे। 23

शंकर दयाल शर्मा को भूले मध्‍य प्रदेश के क्षत्रप

पूर्व राष्ट्रपति को नमन करने में दिलचस्पी नहीं एमपी के क्षत्रपों की
नई दिल्ली (ब्यूरो) राष्ट्र के भाल पर सुशोभित होने वाले मध्य प्रदेश के प्रतीक पुरूष पूर्व राष्ट्रपति डॉ.शंकरदयाल शर्मा की पुण्य तिथि से सदा की भांति ही इस बार भी मध्य प्रदेश के क्षत्रपों ने किनारा ही किया। 27 दिसंबर को डॉ. शर्मा की पुण्य तिथि पर उनकी समाधिकर्मभूमिपर एमपी कोटे के सांसद मंत्रियों ने जाकरश्रृद्धा सुमन अर्पित करना मुनासिब नहीं समझा।
भारत गणराज्य के नवमें राष्ट्रपति डॉ. शर्मा की ग्यारवीं पुण्य तिथि पर कर्मभूमि पर आयोजित सर्वधर्म प्रार्थनासभा में उनकी पत्नि विमला शर्मा, पुत्र आशुतोष एवं महामहिम राष्ट्रपति श्रीमति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मध्य प्रदेश के पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री अजय विशनोई सहितअनेक आगंतुक उपस्थित हुए।
इस अवसर पर मध्य प्रदेश कोटे से केंद्रीय मंत्री कमल नाथ, कांति लाल भूरिया, अरूण यादव, ज्योतिरादित्यसिंधिया के अलावा वरिष्ठ नेता अर्जुन सिंह एवं मध्य प्रदेश के सांसदों आदि ने कर्मभूमि जाकर उन्हें श्रृद्धांजलीदेने का समय भी नहीं निकाला।

हीरो समूह का अधिकारी गिरफ्तार

300 करोड़ का सिटी बैंक घोटाला: हीरो समूह का अधिकारी गिरफ्तार
नई दिल्ली (ब्यूरो) दिल्ली एनसीआर के गुड़गांव की पुलिस ने 300 करोड़ रुपये के अनुमानित सिटी बैंकधोखाधड़ी मामले में हीरो समूह के एक वरिष्ठ अधिकारी संजय गुप्ता को सोमवार को गिरफ्तार किया। हीरोसमूह की इकाई हीरो कारपोरेट सर्विसेज के एसोसिएट उपाध्यक्ष (वाणिज्य) गुप्ता को भारतीय दंड संहिता कीआपराधिक साजिश से संबंधित धारा 120 बी के तहत गिरफ्तार किया गया है। उन्हें बाद में मुख्य न्यायिकमजिस्ट्रेट सह अतिरिक्त सविल जज डीएन भारद्वाज के समक्ष पेश किया गया। पिछले सप्ताह पुलिस ने सिटीबैंक के गुड़गांव शाखा में धोखाधड़ी मामले में पूछताछ के लिए शिवराज पुरी के साथ गुप्ता को बुलाया था। करीबकरोड़ रुपये की धोखाधड़ी गलत तरीके से निवेश उत्पादों को बड़ी हैसियत वाले ग्राहकों को बेचे जाने सेजुड़ा है। बैंक में व्यावसायिक संपर्क प्रबंधक ख्रिलेशनशिप, पुरी 18 फीसदी का उच्च रिटर्न का दावा कर निवेशउत्पादों को बेचता था। उसे पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया गया और एक सप्ताह के लिए पुलिस हिरासत में भेजदिया गया। पिछले सप्ताह बृजमोहन लाल मुंजाल के नेतृत्व वाले हीरो समूह ने स्वीकार किया था कि उसका इसधोखाधड़ी मामले में 28.75 करोड़ रुपये लगा है। 300

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रियों की बैठक 12 को

डेंगू पर स्वास्थ्य मंत्रियों की 12 को बैठक हैदराबाद में
नई दिल्ली (ब्यूरो) देश में डेंगू, चिकन गुनिया, मलेरिया और मच्छर जनित अन्य रोगों से निपटने के लिएराज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों की अहम बैठक इसी माह 12 तारीख को हैदराबाद में आहूत की गई है। इस बैठक मेंनवजात शिशु मृत्यु दर, बाल मृत्यु दर और प्रसव दौरान होने वाली मृत्यु पर भी नई कार्ययोजना बनाने पर भीप्रमुखता से विचार किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक के लिए तैयार किये गए एजेंडे में इस बार वेक्टर जनित विशेषकर मच्छरों से होने वाली बीमारियां, रोगों को खास तरजीह दी गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री ने राज्यों को लिखी अपनी चिट्ठी में इन विषयों पर अब तक की स्थिति और इनसे निपटने की भविष्य की रणनीति के लिए प्रस्ताव लाने को कहा है।

सूर्य ग्रहण

आज दिखेगा आंशिक सूर्य ग्रहण

नई दिल्ली (ब्यूरो) 2011 में पहली बार मंगलवार को देश के Ÿारी हिस्से में आंशिक सूर्य ग्रहण देखा जासकेगा। ग्रहण का यह अनोखा नजारा भारत के अलावा यूरोप, अरब प्रायद्वीपए Ÿारी अफ्रीका और पश्चिमएशिया के देशों में देखने को मिलेगा। भारतीय खगोल वैज्ञानिकों के अनुसार आंशिक सूर्य ग्रहण की शुरुआतभारतीय समयानुसार दोपहर 12 बजकर 10 मिनिट 11 सेकन्ड बजे होगी और यह शाम चार बजकर तीसमिनिट 54 सेकन्ड तक चलेगा।
आंशिक सूर्य ग्रहण उस स्थिति में लगता है, जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच होकर गुजरता है। ऐसी स्थिति में पृथ्वी से सूर्य आंशिक तौर पर ही नजर आता है। उन्होंने बताया कि भारत में आंशिक सूर्य ग्रहण का यह दृश्य कच्च्छ, राजस्थान, हरियाणा, Ÿार प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, Ÿाराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में देखा जा सकेगा। ज्यादातर जगहों पर ग्रहण को पूर्ण रूप से नहीं देखा जा सकेगा।

नक्सलियों से निपटने नई तैयारियां

नक्सलियों से निपटने नई तैयारियां

नई दिल्ली (ब्यूरो) देश में नक्सलवाद से निपटने की केंद्र सरकार द्वारा तैयारियां की जा रही हैं, इसी तारतम्यमें पेरा मिलट्री फोर्सेस को अत्याधुनिक हथियार मुहैया करवाए जा रहे हैं। नक्सलवाद से निपटने चिन्हित एंटीनक्सल फोर्स कोबरा को अत्याधुनिक असॉल्ट राइफलें उपलब्ध कराई जा रही हैं। करीब 1000 राउंड प्रतिमिनट फायरिंग करने वाली ये राइफलें अभी तक सेना के विशेष बलों को ही इस्तेमाल के लिए दी जाती हैं।

गृह विभाग के सूत्रों ने बताया कि कमांडो बटालियन फॉर रेजल्यूट ऐक्शन (कोबरा) के जवानों को इस्राइल मेंबनी टेवर एक्स 95 सब - मशीनगन दी जाने वाली हैं। इस्राइल वेपन इंडस्ट्रीज का दावा है कि एक्स 95 इसयूनिट के साथ करीबी सहयोग से और उनकी विशेष जरूरतों को पूरा करने के लिए बनाई गई है। कोबरा केजवानों को पहले एके -47 और एमपी 5 रायफलें दी गई थीं।
 
नक्सलियों से निपटने की खास ट्रेनिंग लेने वाले करीब दस हजार जवानों वाली कोबरा यूनिट को बहुत से ऐसेहथियार भी दिए गए हैं, जो सीआरपीएफ के पास भी नहीं हैं। इन हथियारों में ‘‘खुखरी‘‘ भी शामिल है। सेना कीगोरखा रेजिमेंट का हथियार खुखरी कोबरा को आमने - सामने की लड़ाई में घातक क्षमता देने के लिए उपलब्धकराया जा रहा है। कोबरा जवानों को नक्सल प्रभावित राज्यों में तैनात किया गया है, जहां ये विशेष अभियानोंको अंजाम देते हैं।